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2000 की नोटबंदी से देवास नोट प्रेस पर बड़ा असर, कर्मचारियों की छुट्टी कैंसिल, करना होगा 11-11 घंटे काम

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Published : May 21, 2023, 4:38 PM IST

देवास में जबसे 2000 के नोटों का सर्कुलेशन बंद किया गया है, तब से यहां के नोट प्रेस में काम बढ़ गया है. यहां के कर्मचारियों को न तो अब रविवार को छुट्टी मिलेगी और उल्टा उनके शिप्ट की टाइमिंग ज्यादा कर दी गई है.

2000 big impact on dewas note press
देवास नोट प्रेस पर 2000 नोटबंदी का बड़ा असर

देवास। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार 19 मई 2023 को बड़ा फैसला लेते हुए 2000 रुपए के नोटों का सर्कुलेशन बंद कर दिया है. इसे 23 मई से लेकर 30 सितंबर तक बैंक में जाकर जमा कर सकते हैं. अब 2 हजार के नाेटबंदी का असर देवास की बैंक नाेट प्रेस पर भी पड़ा है. बैंक नोट प्रेस के विश्वनीय सूत्राें के अनुसार पहले ही दिन शनिवार शाम काे नाेट प्रेस ने कर्मचारियाें काे आदेश जारी किया है कि उन्हें 22 घंटे काम करना हाेगा. इसके अलावा कर्मचारियाें का रविवार का शासकीय अवकाश भी निरस्त कर दिया है. आदेश के अनुसार कर्मचारियाें काे 2 शिफ्ट में 11-11 घंटे काम करना हाेगा. बैंक नोट प्रेस देवास में कर्मचारी सुबह 7 से शाम 7 बजे तक और शाम 7 से सुबह 7 बजे तक 2 शिफ्ट में नाेट छपाई का काम करेंगे.

20 से लेकर 500 के छपते नाेट: 2 हजार के नाेट बाजार में अभी चलने के आदेश हैं, लेकिन शनिवार से ही बड़े माॅल, दुकान, पेट्राेल पंप, डेयरी सहित अन्य दुकानाें पर इस नोट को लेना बंद कर दिया है. हालांकि पहले भी बाजार में बहुत कम 2 हजार के नाेट चलन में दिखते थे. सूत्राें की मानें ताे बैंक नाेट प्रेस में 500, 200, 100, 50 और 20 के नाेट की छपाई का काम चल रहा है. इस नोटबंदी के बाद से रविवार से 500 के नाेटाें की छपाई बढ़ा दी जाएगी. हर दिन नाेट छपाई 2 से 4 मिलियन ज्यादा हाे जाएगी.

नोट छपाई का बढ़ेगा उत्पादन: वर्तमान में हर दिन 18 से 20 मिलियन नाेट छप रहे थे, जाे बढ़कर 22 से 23 मिलियन तक पहुंच जाएगा. रविवार काे अवकाश के दिनाें में मशीनें बंद रहती थी, लेकिन इस रविवार से अवकाश खत्म कर हर दिन नाेट छपाई का काम शुरू हाेने से उत्पादन ज्यादा हाेगा. नाेट प्रेस में करीब 1100 कर्मचारी 2 शिफ्ट में 9-9 घंटे काम करते थे, जिन्हें रविवार से 11-11 घंटे काम करना पड़ेगा. मिली जानकारी के अनुसार मशीन से प्रतिदिन 4-4 रबर सिलेंडर बन रहे हैं, जिससे नाेट छपाई की गति ज्यादा बढ़ेगी. सिलेंडर का उपयाेग नाेट छपाई के दाैरान इंक काे नाेट तक व्यवस्थित पहुंचाने का रहता है. रबर सिलेंडर नाेट छपाई के दाैरान प्लेट के साथ चलता है.

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नई मशीन का 1 साल से हो रहा इस्तेमाल: गाैरतलब है कि BNP में 1 साल पहले नई वन लाइन मशीन काे इंस्टाॅल कर नाेट छपाई का काम चल रहा है. सूत्राें के अनुसार RBI ने 1 साल पहले से 2 हजार के नाेटबंदी की प्लानिंग कर ली थी, तभी देवास की नाेट प्रेस में सवा गुना नाेट छपाई का काम चल रहा था. नई मशीन से 2 शिफ्ट में 9-9 घंटे ही नाेट छपाई का अब तक तेज गति से काम चलता रहा, जिससे की बाजार में नाेट की किल्लत नहीं आए. बताया जाता है कि फिलहाल नई मशीन के पास ही पुरानी वाली भी लगी है. अगर नई मशीन में परेशानी आए ताे दूसरी से छपाई का काम चलता रहता है. देश की अन्य यूनिटाें में भी नई मशीनाें से नाेट छपाई 1 साल से चल रही है.

नाेट छपाई का टाॅरगेट इस बार बहुत ज्यादा: बताया जाता है कि इस साल नाेट छपाई का टाॅरगेट पिछले साल से 42 हजार मिलियन से ज्यादा तय किया है. बीएनपी से अधिकारिक रूप से काेई भी जानकारी देने काे तैयार नहीं है. सूत्राें की मानें ताे संभवत: 43 से 44 हजार मिलियन नाेट छपाई का इस बार का टाॅरगेट है. साल 2021-22 में 40 हजार मिलियन, 2022-23 में 42 हजार मिलियन नाेट छपाई का टाॅरगेट था, जिसे नई मशीन से पूरा कर लिया गया है.

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