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छिंदवाड़ा में सनातन का मुद्दा क्यों फेल, बीजेपी की इस गलती से सातों सीटें कांग्रेस की झोली में

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 5, 2023, 1:26 PM IST

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छिंदवाड़ा जिले में सनातन का मुद्दा क्यों हुआ फेल

Sanatan issue fail in Chhindwara : मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान समेत तेलंगाना के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सनातन धर्म का खूब डंका बजाया. सनातन के मुद्दे ने तीनों राज्यों में प्रचंड बहुमत के साथ ही तेलंगाना में भाजपा ने विधायकों की संख्या में इज़ाफ़ा किया है. लेकिन छिंदवाड़ा जिले में सनातन का मुद्दा नहीं चला. दरअसल, टिकट वितरण में भाजपा ने ऐसी बड़ी गलती की जिसका ख़ामियाजा पूरे छिंदवाड़ा जिले में उठाना पड़ा है.

छिंदवाड़ा। सनातन धर्म की पैरवी करने वाली भारतीय जनता पार्टी को छिंदवाड़ा जिले में काफी नुकसान उठाना पड़ा है. तमिलनाडु के सीएम के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन पर टिप्पणी की, जिसको सभी राज्यों के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जमकर मुद्दा बनाया. लेकिन छिंदवाड़ा की जनता ने भारतीय जनता पार्टी के सनातन के मुद्दे को नकार दिया. इसकी सबसे बड़ी वजह है कि छिंदवाड़ा अमरवाड़ा विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी ने रावण उपासक की बेटी को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा. Sanatan issue fail in Chhindwara

रावण उपासक की बेटी को टिकट : दरअसल, गोंडवाना समाज के कद्दावर नेता व पूर्व विधायक मनमोहन शाह बट्टी ने अपने गांव देवरी में रावण की प्रतिमा स्थापित कराई थी और उन पर श्री रामचरितमानस जलाने का आरोप भी लगाया गया था. मामला अमरवाड़ा थाने में दर्ज भी किया गया था, उन्हीं की बेटी अखिल भारतीय गोंडवाना पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मोनिका बट्टी को भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव से कुछ दिन पहले अपनी पार्टी में लाकर टिकट दिया. बता दें कि चुनाव के पहले कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा कराई थी. इसको लेकर भाजपा ने कमलनाथ की भक्ति पर सवाल उठाते हुए उन्हें चुनावी हिंदू तक कहा था. Sanatan issue fail in Chhindwara

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बीजेपी कार्यकर्ता आ गए विरोध में : बीजेपी के आरोपों के बावजूद छिंदवाड़ा जिले की जनता ने भाजपा के दोहरे चरित्र को नकारते हुए कमलनाथ की भक्ति पर विश्वास किया और सातों विधानसभा सीट में चुनाव में जीत दिलाई. खास बात ये है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताते हुए कहा था कि जो राम का नहीं वो किसी काम का नहीं. रावण उपासक की बेटी को भाजपा से टिकट दिए जाने के बाद भाजपा कार्यकर्ता ही खुलकर विरोध करने लगे. भाजपा के कार्यकर्ताओं का कहना था कि पार्टी किसी को भी टिकट देती तो उसके लिए काम करते लेकिन एक ऐसी व्यक्ति को टिकट दी गई है, जिनके पिता ने खुलेआम राम का विरोध करते हुए श्री रामचरितमानस जलाई. Sanatan issue fail in Chhindwara

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