उज्जैन। एक तरफ शिवराज सरकार मिलावट खोरी के विरुद्ध माफियों पर बुलडोजर चलाने जैसी कड़ी कार्रवाई को अंजाम दे रही है तो वहीं प्रदेश में बिकने वाली शराब में जमकर मिलावट हो रही है. खास बात यह है कि यह शिकायत एक शराब के शौकीन की है जिसने इस संबंध में आबकारी थाने में शिकायती आवेदन भी दिया है. गृह मंत्री के नाम दिए गए इस आवेदन देते इस शख्स ने शराब ठेकेदारों पर उचित कार्रवाई की मांग की है. उसने लिखा है कि वह पहले भी आधिकारी से इसकी शिकायत कर चुका है , लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
रोचक है पूरा मामला: शराब के शौकीन इस व्यक्ति ने 12 अप्रैल को देशी शराब के 2 क्वार्टर पिए, लेकिन उसे नशा नहीं हुआ. इसके बाद वह अपनी शिकायत लेकर आबकारी विभाग में पहुंचा और शिकायत की इस शराब में नशा नहीं है इसमें पानी मिला हुआ है. सबूत के तौर पर इस व्यक्ति ने आवेदन के साथ दो और क्वाटर भी जांच के लिए सौंपे, लेकिन व्यक्ति की सुनवाई शुक्रवार 6 मई तक भी नहीं हुई तो उसने अब कंज्यूमर फोरम में जाने की बात कही है और कहा कि मैं कार्रवाई इसलिए भी चाहता हूं कि जो शराब पीते हैं उनके साथ न्याय हो.
शराबियों के साथ न्याय हो: लोकेंद्र नाम के इस शक्स का कहना है कि मैं तो कमा लेता हूं और महंगा ब्रांड भी पी सकता हूं, लेकिन जो लोग सिर्फ पीने के लिए ही मेहनत करते हैं उनके साथ न्याय होना चाहिए. कार्रवाई मैं बस इतना चाहता हूं कि मेरे साथ जो हुआ वह अन्य किसी कस्टमर के साथ ना हो. लोकेंद्र की यह अनोखी मांग अब सुर्खियों में है एक महीने बाद भी जब सुनवाई नहीं होने पर वह कंज्यूमर फोरम में शिकायत करने की बात कह रहा है.
यह लिखा है आवेदन में: 'में लोकेंद्र सेठिया पिता शिवनारायण सेठिया जो कि आर्य समाज मार्ग बहादुरगंज में रहता हूं. मैंने 12 अप्रैल को अपने दोस्त के साथ क्षीर सागर स्थित प्रीति जायसवाल के ठेके से 4 क्वाटर देशी शराब खरीदी, जब साथी और मैने दो क्वाटर पी लिए तो हमें नशा नहीं हुआ तब पता चला कि ये शराब नही पानी है. जब हमने इसका विरोध किया तो ठेकेदार के कमर्चारियों ने कहा कि जो बने कर लो यहां ऐसा ही है, बस इसी बात की शिकायत लिए आवेदन दिया है. धोखाधड़ी करने वाले ठेकेदार पर कार्रवाई हो जो सबूत दिए हैं उसकी जांच की जाए. आवेदन में गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा, एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला और आबकारी विभाग के नाम से आवेदन प्रस्तुत किया था.