रीवा। रीवा जिले में सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ ही सिविल अस्पतालों में डाक्टरों की कमी लगातार बनी हुई है. जिले के हनुमना क्षेत्र में स्थित हटा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की पदस्थापना ही नहीं हुई है, जिसके कारण स्वास्थ्य केंद्र में एक नर्स पर स्वास्थ्य व्यवस्था की पूरी जिम्मेदारी बनी हुई है. वहीं जिले भर में विशेषज्ञ डॉक्टरों की पदस्थापना ना के बराबर है. जिसकी वजह से इलाज के लिए मरीजों को भी काफी परेशानी झेलनी पड़ रही हैं.
स्वास्थ केंद्रों में विशेषज्ञों के कमी: डॉक्टर और विशेषज्ञों की कमी को लेकर जिला प्रशासन ने शासन को पत्र भेजकर अवगत कराया है. लेकिन कई संविदा नियुक्तियों के बाद भी जिले के तमाम सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ ही सिविल अस्पताल में भी डॉक्टरों की कमी बनी हुई है. हाल ही में संविदा नियुक्ति के आधार पर 1 वर्ष की संविदा नियुक्ति कर कई डॉक्टरों की पदस्थापना की गई है. जिसकी वजह से कुछ हद तक डॉक्टरों की कमी दूर हुई है. लेकिन अब भी सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों और विशेषज्ञों के पद रिक्त पड़े हैं. (MP Health Department) (Rewa Civial Hospital)
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CMHO ने कहा नही हो रही नियुक्तियां: रीवा जिले में त्योंथर, मऊगंज और सिरमौर में सिविल अस्पताल है. इन तीन स्थानों को छोड़कर बाकी अन्य जगहों पर कुल 9 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और 35 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मौजूद हैं. नियुक्ति को लेकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एनएन मिश्रा ने कहा कि ''जिले के गोविंदगढ़ और सिरमौर अस्पताल में ही केवल विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति हुई है इसके अलावा अन्य सभी अस्पताल विशेषज्ञ डॉक्टरों से खाली पड़े हुए हैं''. गोविंदगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मेडिसिन विशेषज्ञ डॉक्टर की पदस्थापना है तो वहीं सिरमौर में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर की पद स्थापना की गई है.
Rewa hospital run by Nurse, Rewa hospital Shortage of Specialists, CHC PHC running without experts