हिमाचल में डॉक्टर्स भर्ती के लिए पहली बार Walk in Interview के साथ जुड़ी लिखित परीक्षा, अटल यूनिवर्सिटी को सौंपी जिम्मेदारी

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Published : Aug 6, 2022, 10:12 PM IST

Doctor Recruitment in Himachal

हिमाचल में पहली बार एमबीबीएस डॉक्टर्स की भर्ती की (MBBS Doctor Recruitment in Himachal) वॉक-इन-इंटरव्यू प्रक्रिया के साथ लिखित परीक्षा को जोड़ा (Written Test Combined with Walk in Interview) गया है. तीन सौ पदों को भरने के लिए सारी (Doctor Recruitment in Himachal) प्रक्रिया मंडी जिला के नेरचौक में स्थित अटल मेडिकल एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी को सौंपी गई है. यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर डॉ. सुरेंद्र कश्यप ने बताया कि प्रक्रिया शुरू हो गई है.

शिमला: हिमाचल प्रदेश में पहली बार एमबीबीएस डॉक्टर्स की भर्ती की (MBBS Doctor Recruitment in Himachal) वॉक-इन-इंटरव्यू प्रक्रिया के साथ लिखित परीक्षा को जोड़ा (Written Test Combined with Walk in Interview) गया है. राज्य सरकार ने कुल पांच सौ पद भरने का फैसला लिया है. इसमें से दो सौ पद राज्य लोक सेवा आयोग के जरिए भरे जाएंगे. शेष तीन सौ पद भरने के लिए पहले कैबिनेट ने वॉक-इन-इंटरव्यू प्रक्रिया ही तय की थी, लेकिन बाद में इसके साथ लिखित परीक्षा भी जोड़ दी. हिमाचल में इससे पूर्व वॉक-इन-इंटरव्यू के तहत एमबीबीएस पास युवाओं (Walk in Interview for Doctor Recruitment in HP) को कागजात चैक करने के बाद फील्ड में स्वास्थ्य संस्थान में खाली जगह नियुक्ति दे दी जाती थी. चूंकि अब प्रदेश में छह मेडिकल कॉलेज हो गए हैं, लिहाजा हर साल पास आउट एमबीबीएस की संख्या बढ़ गई है. ऐसे में वॉक-इन-इंटरव्यू के साथ रिटन टैस्ट जरूरी हो गया था.

तीन सौ पदों को भरने के लिए सारी (Doctor Recruitment in Himachal) प्रक्रिया मंडी जिला के नेरचौक में स्थित अटल मेडिकल एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी को सौंपी गई है. यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर डॉ. सुरेंद्र कश्यप ने बताया कि प्रक्रिया शुरू हो गई है. शनिवार छह अगस्त से आवेदन करने का समय है. यूनिवर्सिटी तय प्रावधानों के अनुसार परीक्षा लेकर मैरिट लिस्ट तैयार करेगी. बाद में राज्य सरकार तीन सौ पदों को भरने की प्रक्रिया आगे बढ़ाएगी. उन्होंने कहा कि हिमाचल में पहली बार वॉक-इन-इंटरव्यू के साथ ही लिखित परीक्षा जोड़ी गई है. इससे मैरिट में आए प्रतिभागी ही चयनित होंगे. एमबीबीएस पास युवाओं की संख्या अधिक होने और उसके मुकाबले पद कम होने के कारण लिखित परीक्षा जरूरी थी.

अटल मेडिकल एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी (Atal Medical and Research University) की तरफ से भर्ती परीक्षा को लेकर शैड्यूल भी जारी कर दिया गया है. शनिवार 6 अगस्त से 22 अगस्त तक आवेदन किए जा सकेंगे. इसके बाद आवेदन पत्रों की जांच होगी और 30 अगस्त से परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र जारी किए जाएंगे. यूनिवर्सिटी की तरफ से सितंबर की चार तारीख को परीक्षा ली जाएगी. इस बार वॉक-इन-इंटरव्यू में आरक्षण रोस्टर को लेकर पैदा होने वाले विवाद को भी सुलझाया गया है. इस प्रक्रिया के तहत कुल 300 पद भरे जाएंगे. इनमें से 120 पद अन-रिजव्र्ड यानी अनारक्षित होंगे. बाकी अलग-अलग कैटेगरी में डिवाइड किए गए हैं. यानी बाकी पद आरक्षण रोस्टर के हिसाब से बांटे गए हैं. चयनित होने वाले डाक्टरों को नियमों के अनुसार राज्य सरकार के साथ समझौता पत्र पर भी साइन करना होगा. रिसर्च यूनिवर्सिटी की तरफ से लिखित परीक्षा के लिए शिमला, मंडी, हमीरपुर, कांगड़ा, चंबा और नाहन में इंतजाम किए जाएंगे.

सितंबर की चार तारीख को लिखित परीक्षा के दिन ही आंसर-की जारी कर दी जाएगी. वीसी प्रोफेसर डॉ. सुरेंद्र कश्यप के अनुसार सेम डे आंसर की जारी करने का मकसद यही है कि यदि किसी परीक्षार्थी को कोई आपत्ति हो तो वो समय पर दूर की जा सके. इसके लिए यूनिवर्सिटी की तरफ से 6 सितंबर तक का समय दिया जाएगा. फिर उसके बाद अगले ही दिन यानी सात सितंबर को फाइनल रिजल्ट अटल मेडिकल एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा. उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश में जीडीओ यानी जनरल ड्यूटी ऑफिसर्स डॉक्टर्स के सभी सृजित पद भरे जा चुके हैं. राज्य सरकार ने नए सिरे से पांच सौ पद सृजित किए हैं. इन्हें भरने की प्रक्रिया शुरू हुई है. हिमाचल प्रदेश में पहले वॉक-इन-इंटरव्यू के जरिए ऑन दि स्पाट नियुक्ति मिल जाती थी.

अब एमबीबीएस पास कैंडिडेट अधिक हैं. हिमाचल में पहले शिमला में ही मेडिकल कॉलेज अस्पताल था. यहां कुल 60 सीटें थीं. फिर कांगड़ा के टांडा में मेडिकल कॉलेज अस्पताल शुरू हुआ. इस तरह सीटें बढ़कर 120 हो गईं. बाद में हर मेडिकल कॉलेज का एमबीबीएस का कोटा सौ सीटों का कर दिया गया था. अब हिमाचल में छह मेडिकल कॉलेज अस्पताल सरकारी सेक्टर में हैं. एक निजी मेडिकल कॉलेज अस्पताल सोलन में है, जहां 150 सीटों की अनुमति है. इस तरह हिमाचल में हर साल 750 युवा एमबीबीएस पास करते हैं. राज्य सरकार ने दूरदराज के क्षेत्रों में डॉक्टर्स को सेवाओं के लिए प्रोत्साहित करने को पीजी की शर्तों में छूट दी थी. हार्ड एरिया में सर्विस करने वालों को पीजी प्रवेश परीक्षा के लिए कई तरह की रियायतें दी गईं. इसका नतीजा ये निकला कि पीजी करने के इच्छुक युवा हार्ड और ट्राइबल एरिया में सर्विस पीरियड खुशी-खुशी पूरा करने लगे. हिमाचल में इस समय एमबीबीएस डॉक्टर्स के 2200 से अधिक पद भरे हुए हैं. स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल का कहना है कि इस बार रिटन परीक्षा आयोजित की जा रही है. नेरचौक स्थित अटल मेडिकल एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी को इसका जिम्मा दिया गया है.

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