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खतरनाक हो सकता है रीढ़ की हड्डी में समस्या को नजरअंदाज करना, विश्व स्पाइन दिवस विशेष

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 16, 2023, 12:29 PM IST

Updated : Oct 17, 2023, 7:19 AM IST

World spine Day 2023
विश्व स्पाइन दिवस 2023 - कांसेप्ट इमेज

World spine Day : कमर में दर्द या रीढ़ की हड्डी से जुड़े रोगों व समस्याओं से बचाव के लिए विशेष देखभाल करने, उन्हे नजरअंदाज करने की बजाय सही समय पर सही इलाज करवाने तथा रीढ़ की हड्डी के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए सक्रिय जीवनशैली को अपनाने के लिए लोगों को प्रेरित करने के उद्देश्य से हर साल 16 अक्टूबर को विश्व स्पाइन दिवस मनाया जाता है . World Spine Day 16 October . World Spine Day theme every spine counts . Spinal diseases . October 16

विश्व स्पाइन दिवस : आज के दौर में रीढ़ की हड्डी की सही तरह से देखभाल एक बेहद जरूरी जरूरत बन गई है. जिसका कारण है कि वर्तमान समय में सिर्फ बुजुर्गों में ही नहीं बल्कि हर उम्र के बच्चों व बड़ों में सिर्फ कमर दर्द ही नहीं बल्कि रीढ़ की हड्डी से जुड़ी कई प्रकार की समस्याओं के मामले बहुत ज्यादा देखने में आने लगे हैं. वैश्विक स्तर पर जन-जन को स्वस्थ रीढ़ की हड्डी के महत्व को समझाने तथा उससे संबंधित रोगों तथा उनके उपचारों के लेकर जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 16 अक्टूबर को विश्व स्पाइन दिवस मनाया जाता है. इस वर्ष यह दिवस "मूव योर स्पाइन" थीम पर मनाया जा रहा है. World Spine Day 2023 theme move your spine .

जरूरी है रीढ़ की हड्डी की देखभाल
उपलब्ध आंकड़ों की माने तो वर्तमान समय में लगभग एक अरब लोग रीढ़ की हड्डी में दर्द या समस्या से पीड़ित हैं. जिनमें से लगभग 540 मिलियन लोग कमर में दर्द की समस्या का शिकार हैं. गौरतलब है कि रीढ़ की हड्डी हमारे शरीर की बेस बोन या आधार होती है, जो हमारे शरीर के खड़े रहने, चलने, बैठने या झुकने जैसी गतिविधियों में सबसे जरूरी होती हैं. इसलिए रीढ़ की हड्डी में दर्द या समस्या कई बार चलने, लेटने, बैठने, झुकने, खाने तथा सोने सहित कुछ अन्य दैनिक क्रियाओं पर भी असर डालती है. वहीं ऐसा होना कई बार कुछ अन्य समस्याओं के ट्रिगर होने का कारण भी बन सकता है.

गौरतलब है कि सही समय पर कमर दर्द के कारणों तथा रीढ़ की हड्डी में समस्या की जांच व सही इलाज में देरी कई बार पीड़ित में विकलांगता का कारण भी बन सकती है. इसलिए बहुत जरूरी है कि कमर, कंधों या पैरों में लगातार या सात दिन से ज्यादा दर्द होने, पैरों में सुन्नता होने या दर्द के कारण चलने या अन्य कार्य करने में समस्या जैसे अन्य संबंधित लक्षण नजर आने पर चिकित्सक से परामर्श जरूर लिया जाय.

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इतिहास तथा उद्देश्य
गौरतलब है कि पीठ दर्द और रीढ़ की हड्डी से जुड़ी अन्य समस्याओं व मुद्दों के बारे में आमजन में जागरूकता बढ़ाने तथा इसके इलाज व प्रबंधन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए वैश्विक पटल पर एक मंच तैयार करके के उद्देश्य से वर्ष 2008 में वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ कायरोप्रैक्टिक द्वारा ‘वर्ल्ड स्पाइन डे’ मनाए जाने की शुरुआत की गई थी. गौरतलब है कि प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले इस आयोजन में दुनिया भर के 800 से ज्यादा सरकारी, गैर सरकारी, चिकित्सकीय तथा सामाजिक संगठन विभिन्न प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम तथा अभियान आयोजित करते हैं.

Last Updated :Oct 17, 2023, 7:19 AM IST
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