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अदालत ने अमेरिका को असांजे के प्रत्यर्पण पर अपील के लिए अपना आधार विस्तारित करने की अनुमति दी

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Published : Aug 12, 2021, 1:39 AM IST

असांजे
असांजे

ब्रिटेन के उच्च न्यायालय ने अमेरिकी अधिकारियों को विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे के प्रत्यर्पण को रोकने संबंधी एक ब्रिटिश अदालत के फैसले के खिलाफ अपील के लिए अपना आधार विस्तारित करने की अनुमति दे दी.

लंदन : ब्रिटेन के उच्च न्यायालय ने बुधवार को अमेरिकी अधिकारियों को विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे के प्रत्यर्पण को रोकने संबंधी एक ब्रिटिश अदालत के फैसले के खिलाफ अपील के लिए अपना आधार विस्तारित करने की अनुमति दे दी. असांजे, अमेरिका में जासूसी के आरोपों को लेकर वांछित हैं.

ब्रिटिश अदालत की न्यायाधीश वानेसा बैरेत्सर ने जनवरी में अपने फैसले मे कहा था कि यदि असांजे को अमेरिकी जेल की कठिन परिस्थितियों में रखा गया तो उनके आत्महत्या करने की संभावना है.

बुधवार को उच्च न्यायालय की एक प्राथमिक सुनवाई के दौरान अमेरिकी अधिकारियों का प्रतिनिधित्व करने वाली अधिवक्ता क्लेयर डोब्बीन ने कहा कि असांजे इतने बीमार भी नहीं हैं कि वह खुद को नुकसान पहुंचाने के विचार पर नियंत्रण नही कर सकें.

उन्होंने कहा कि असांजे ने इतिहास में सबसे बड़ी डेटा चोरी को अंजाम दिया है. उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति को अभियोजित नही करने या प्रत्यर्पित नहीं करने के लिए उस तरह की एक मानसिक बीमारी होनी चाहिए, जिसमें आत्महत्या के विचार पर नियंत्रण की क्षमता खत्म हो गई हो.'

उन्होंने दलील दी कि असांजे की हालत उस तरह की नहीं है और उन्होंने पहले भी अपनी जान लेने की इस तरह की गंभीर कोशिश नहीं की है.

डोब्बीन ने एक मुख्य गवाह एवं असांजे के मनोचिकित्सक विशेषज्ञ की गवाही को झूठा करार देते हुए दलील दी कि उन्होंने 50 वर्षीय आस्ट्रेलियाई के लंदन स्थिति इक्वाडोर दूतावास में छिप कर रहने के दौरान दो बच्चों का पिता बनने की बात छिपाई.

बुधवार को दो न्यायाधीश अमेरिकी अधिकारियों को बैरेत्सर के फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए अपना आधार विस्तारित करने की अनुमति दी.

एक पूर्ण अपील सुनवाई अक्टूबर में होने की उम्मीद है.

बुधवार को असांजे लंदन की उच्च सुरक्षा वाली बेलमार्श जेल से वीडियो लिंक के माध्यम से अदालत में पेश हुए, जहां वह 2019 से कैद रखे गये हैं. इक्वाडोर द्वारा उन्हें दी गई शरण वापस लेने के बाद उन्हें अप्रैल 2019 में दूतावास से गिरफ्तार कर लिया गया था.

अदालत के बाहर, असांजे की जीवनसाथी स्टेला मोरिस ने उन्हें पत्रकारिता करने वाला एक बेकसूर व्यक्ति बताया। असांजे से उन्हें दो बच्चे हैं. मोरिस ने अपने समर्थकों और संवाददाताओं से कहा, 'हर दिन अन्याय जारी है, जूलियन को परेशान करना बढ़ रहा है.'

उन्होंने कहा, 'जूलियन को अपने परिवार के प्रेम और स्नेह से लंबे समय से वंचित रखा गया है। जूलियन और उनके बच्चों के लिए यह समय फिर लौट कर नहीं आएगा। ऐसा नहीं होना चाहिए.'

ब्रिटेन की विपक्षी लेबर पार्टी के पूर्व नेता जेरेमी कोर्बिन सहित प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने 'जूलियन असांजे को रिहा करो' के नारे लगाए. उन्होंने 'पत्रकारिता कोई अपराध नहीं है' लिखी तख्तियां ले रखी थी.

अमेरिकी अभियोजकों ने असांजे पर जासूसी के 17 आरोप लगाये हैं और एक आरोप दशक भर पहले हजारों लीक सैन्य एवं कूटनीतिक दस्तावेजों के विकीलीक्स प्रकाशन को लेकर कंप्यूटर के दुरूपयोग का है. इन आरोपों के तहत अधिकतम 175 साल कैद की सजा का प्रावधान है.

जनवरी में जिला न्यायाधीश बैरेत्सर ने विशेषज्ञ गवाहों से यह साक्ष्य स्वीकार किया था कि असांजे को अवसाद और ऑटिज्म रोग है.

वह इस बात से सहमत हुई थी कि अमेरिकी जेल की परिस्थितियां प्रताड़ित करने वाली होंगी. उन्होंने कहा था कि कोलोरैडो के फ्लोरेंस स्थित एडमिंस्ट्रेटिव मैक्सिमम फैसिलिटी में उन्हें भेजे जाने का असल खतरा है. यह अमेरिका में सर्वोच्च सुरक्षा वाली जेल है.

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हालांकि, उन्होंने बचाव पक्ष की इन दलीलों को खारिज कर दिया कि अमेरिका में असांजे को राजनीति से प्रेरित मुकदमे का सामना करना पड़ेगा.

यौन उत्पीड़न के आरोप में स्वीडन प्रत्यर्पित किये जाने से बचने के लिए असांजे करीब सात साल लंदन स्थित इक्वाडोर के दूतावास में छिपे रहे थे.

(पीटीआई-भाषा)

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