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खैबर पख्तूनख्वा की विधानसभा ने हिंदू मंदिर पर हमले की निंदा करते हुए प्रस्ताव पारित किया

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Published : Aug 8, 2021, 5:05 PM IST

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की विधानसभा ने देश के पंजाब सूबे में एक हिंदू मंदिर पर हमले की निंदा करते हुए सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है. पंजाब प्रांत के रहीमयार खान जिले में भोंग इलाके में बुधवार को लाठी, पत्थर और ईंट लिए सैकड़ों लोगों ने एक मंदिर पर हमला किया, उसके कुछ हिस्सों को जलाया और मूर्तियां खंडित कीं.

पाक उच्चतम न्यायालय
पाक उच्चतम न्यायालय

पेशावर : पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की विधानसभा ने देश के पंजाब सूबे में एक हिंदू मंदिर पर हमले की निंदा करते हुए सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है. पंजाब प्रांत के रहीमयार खान जिले में भोंग इलाके में बुधवार को लाठी, पत्थर और ईंट लिए सैकड़ों लोगों ने एक मंदिर पर हमला किया, उसके कुछ हिस्सों को जलाया और मूर्तियां खंडित कीं.

उन्होंने एक स्थानीय मदरसे में कथित तौर पर पेशाब करने के लिए गिरफ्तार किए गए आठ वर्षीय हिंदू बच्चे को एक अदालत द्वारा रिहा करने के विरोध में मंदिर पर हमला किया. मंदिर पर हमला करने के आरोप में 150 से अधिक लोगों के खिलाफ आतंकवाद और पाकिस्तान दंड संहिता (पीपीसी) की अन्य धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.

खैबर पख्तूनख्वा की प्रांतीय विधानसभा में हिंदू मंदिर पर हमले की निंदा करने के लिए अल्पसंख्यक सदस्य रवि कुमार ने प्रस्ताव पेश किया, जिसे सदन ने शुक्रवार को सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया. सदन ने खैबर पख्तूनख्वा में अल्पसंख्यक मामलों के लिए आयोग की स्थापना के लिए भी एक प्रस्ताव पारित किया गया. यह प्रस्ताव मानवाधिकार और संसदीय कार्य मंत्री शौकत यूसुफजई ने पेश किया था.

पाकिस्तान की कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने शनिवार को हमले में कथित रूप से शामिल मुख्य संदिग्धों सहित 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है. इससे एक दिन पहले उच्चतम न्यायालय ने मंदिर की सुरक्षा करने में नाकाम रहने के लिए अधिकारियों को फटकार लगाई.

पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को हमले को रोकने में विफल रहने के लिए अधिकारियों की खिंचाई की और आरोपियों की गिरफ्तारी का आदेश दिए. अदालत ने कहा कि इस घटना ने विदेशों में देश की छवि खराब की है. पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश गुलज़ार अहमद ने कहा कि मंदिर में तोड़फोड़ ने मुल्क को शर्मसार कर दिया है क्योंकि पुलिस ने मूकदर्शक की तरह काम किया है.

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मुख्य न्यायाधीश ने आठ साल के बच्चे की गिरफ्तारी पर आश्चर्य जताते हुए पूछा कि क्या पुलिस नाबालिगों की मानसिक क्षमता को समझने में असमर्थ है. मामले की सुनवाई 13 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी गई है.

पाकिस्तान की संसद ने शुक्रवार को एक प्रस्ताव पारित कर मंदिर पर हमले की निंदा की भारत ने गुरूवार को दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के प्रभारी को तलब किया था और इस घटना को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया.पाकिस्तान में हिंदू सबसे बड़ा अल्पसंख्यक समुदाय है.आधिकारिक अनुमान के अनुसार, पाकिस्तान में 75 लाख हिंदू रहते हैं. हालांकि, समुदाय के मुताबिक देश में 90 लाख से अधिक हिंदू रहते हैं.

(पीटीआई-भाषा)

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