नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में जहां कोरोना वायरस के चलते लोग में डर पैदा है, तो वहीं दूसरी ओर स्वाइन फ्लू का प्रकोप भी फैलता हुआ नजर आ रहा है.अहम बात यह है कि नेशनल सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी ) के खुद के आंकड़ों पर नजर डालें तो औसतन प्रतिदिन आठ मरीज दिल्ली के अस्पतालों में स्वाइन फ्लू के भर्ती हो रहे हैं.
अब तक 164 मरीज आए चपेट में
आपको बता दें कि राजधानी दिल्ली में स्वाइन फ्लू के अब तक 164 मामले सामने आ चुके हैं. ऐसे में सरकारी अस्पतालों में वार्ड बनाकर मरीजों को बेहतर ट्रीटमेंट दिया जा रहा है. जिससे कि उनकी जान पर ना बने. दरअसल, स्वाइन फ्लू एक संक्रमित बीमारी है, जो बेहद जल्द ही दूसरे शख्स में फैल जाती है. इसलिए अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाया जाता है और उसमें रखकर ही मरीजों का उपचार किया जाता है. अभी तक के आंकड़े 164 तक पहुंचे हैं.
क्या हैं स्वाइन फ्लू के लक्षण
डॉक्टर राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉक्टर देश दीपक ने बताया कि शुरुआती दौर में स्वाइन फ्लू के लक्षणों की बात की जाए तो इसमें खांसी, बुखार, सर्दी गले में खराश, शरीर के विभिन्न अंगों और मांसपेशियों में दर्द और थकान की शिकायत रहती है. उनका कहना है कि अगर आपको शुरुआती दौर में ऐसे कोई लक्षण प्रतीत हो रहे हैं, तो आप डॉक्टर की सलाह जरूर लें. स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने के बाद 48 घंटे के अंदर इसका इलाज शुरू किया जाना बेहद जरूरी होता है. एच1 एन 1 वायरस के पाए जाने से ही स्वाइन फ्लू की पुष्टि होती है.
क्या हैं इस वायरस से बचने के उपाय
अगर आप बाहर से सफर कर घर पर आ रहे हैं तो सबसे पहले हाथ को साबुन से धोएं, जिससे कि बाहर के वायरस आपके खाने के जरिए आपके अंदर ना पहुंचे. इन दिनों बाहर के खाने से बचें और खांसी और सर्द होने पर रुमाल और टिशु का उपयोग करें, और उसको तुरंत ही कूड़ेदान में फेंके. जिन को स्वाइन फ्लू हो वह मास्क पहन कर रहे और घर से बाहर ना निकले. अगर आपके आसपास किसी को स्वाइन फ्लू है तो आप उसके नजदीक ना जाए क्योंकि यह संक्रमित बीमारी है.
सभी अस्पताल को किया अलर्ट
फिलहाल राजधानी दिल्ली में स्वाइन फ्लू के केस में बढ़ोतरी हो रही है और ऐसे में सभी अस्पताल भी अलर्ट पर हो कर मरीजों का उपचार कर रहे हैं.