नई दिल्ली: दिल्ली में कड़कड़ाती ठंड के बीच खास तरह की चिड़ियों की प्रजातियाें का समूह देखने को मिल रहा है. इन चिड़ियों की प्रजाति को फुदकी नाम से जाना जाता है. यह छोटी-छोटी चिड़िया बिना थके और रुके लंबे वक्त तक लगातार उड़ सकती है. अंधेरा होने के बाद ही यह चिड़िया अपने घोसले में लौटती है.
पश्चिमी दिल्ली के विकासपुरी में रणहौला जाती सड़क पर इन फुदकी चिड़ियों का भारी समूह देखा जा रहा है. जहां आते-जाते ट्रैफिक के बीच से यह चिड़िया लगातार उड़ती जा रही हैं. सड़क किनारे कई सारी झाड़ियां भी हैं. जहां यह फुदकी चिड़िया अपना घोंसला बनाती हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि ये चिड़िया सर्दी के मौसम में ही ज्यादा दिखाई देती हैं. उनका कहना है कि वह हर साल ही इस मौसम में इन चिड़ियों को देखते हैं.
बता दें कि दिन भर बिना रुके इधर-उधर फुदकने के कारण ही इसे फुदकी नाम दिया गया है. यह चिड़ियों को दर्जिन नाम से भी पहचाना जाता है. दरअसल यह चिड़िया पौधों और लताओं की पत्तियों से अपना घोंसला बनाती हैं. इसलिए इसे दर्जिन नाम दिया गया है. फुदकी चिड़ियों की भारतीय उपमहाद्वीप में लगभग 12 प्रजातियां हैं. इस चिड़िया की लंबाई अमूमन चार से पांच इंच तक होती है. गौरतलब है कि राजस्थान के अलावा देश भर में इन चिड़ियों की प्रजाति पाई जाती है. वहीं फुदकी प्रजाति की यह चिड़िया दुनिया के अलग-अलग देशों में भी पाई जाती हैं. फिलहाल इनकी प्रजातियों की संख्या 120 के करीब है.
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