नई दिल्ली : दिल्ली में लगातार कोरोना के मामले तेजी के साथ बढ़ रहे हैं. शुक्रवार को दिल्ली में 1313 नए मामले सामने आए. जिसके बाद सूबे का कोरोना संक्रमण दर 1.73 पर पहुंच गया है. यह लगातार दूसरा दिन है, जब दिल्ली में संक्रमण दर 1% से ऊपर दर्ज किया गया है. नॉर्थ और साउथ एमसीडी ने कोरोना के खतरे को देखते हुए अपने अस्पतालों में अभी से तैयारी करनी शुरू कर दी हैं.
नॉर्थ और साउथ एमसीडी के अस्पतालों में पहले से ही ऑक्सीजन प्लांट्स की स्थापना की जा चुकी है. ऑक्सीजन प्लांट अपनी पूरी क्षमता के साथ चल भी रहे हैं. दोनों नगर निगमों ने कोरोना को लेकर अपने स्वास्थ्य विभाग को विशेष निर्देश भी दे दिए हैं. दिल्ली सरकार ने कई तरह की पाबंदियां लागू कर दी हैं. दुकानें ऑड-ईवन तर्ज पर ही खोलने की व्यवस्था बनाई गई है. भीड़ नियंत्रित करने की व्यवस्था के साथ ही दुकान में भीड़ बढ़ने की पूरी जिम्मेदारी दुकानदारों पर डाल दी गई है.
नॉर्थ एमसीडी ने तमाम अस्पतालों में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए इंतजाम शुरू कर दिए हैं. नॉर्थ एमसीडी के 3 बड़े अस्पतालों हिंदूराव अस्पताल, कस्तूरबा अस्पताल और राजन बाबू टीबी अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट पूरी क्षमता से चलाए जा रहे हैं. निगम ने हिंदूराव अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए 250 ऑक्सीजन बेड का भी इंतजाम किया है.
इसके साथ ही 50 ICU बेड भी हिंदू राव अस्पताल में उपलब्ध रहेंगे. जबकि राजन बाबू टीबी अस्पताल में 120 ऑक्सीजन बेड के साथ 20 ICU बेड की सुविधा उपलब्ध होगी. कस्तूरबा अस्पताल में 50 ऑक्सीजन बेड उपलब्ध होंगे. इनके अलावा श्रीमती गिरधरलाल अस्पताल में बच्चों को ध्यान में रखते हुए 60 ऑक्सीजन बेड लगाए गए हैं. जबकि बालक राम अस्पताल में 50 ऑक्सीजन बेड का इंतजाम किया गया है, जो कि ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर पर उपलब्ध होंगे.
इसी तरह दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने भी अपने दो अस्पतालों में कोरोना को देखते हुए पर्याप्त इंतजाम किए हैं. दोनों अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट की सुविधा है. साथ ही ज़रूरत पड़ने पर दोनों अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए भी बेड उपलब्ध कराए जाएंगे.
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