नई दिल्ली : दिल्ली की क्राइम ब्रांच पुलिस ने हत्या के मामले में फरार चल रहे एक भगौड़े बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी बदमाश की तलाश में पिछले 13 साल से पुलिस लगी थी. लेकिन ये अब तक पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर बच रहा था.
क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी शिबेश सिंह ने आज इस गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान विक्रम के रूप में हुई है. वह यूपी के मुजफ्फरनगर के रहने वाला है. पुलिस को प्रशांत विहार थाने में 2008 में दर्ज हत्या के मामले में इसकी तलाश थी. लगातार फरार रहने के कारण मई 2009 में कोर्ट ने इसे भगौड़ा भी घोषित किया था.
पुलिस इसके दोस्त रोबिन की एक गर्लफ्रेंड थी. उसके रिश्ते को लेकर लड़की की मां और उसके लिव-इन पार्टनर मुन्ना सिंह खिलाफ थे. रोबिन को ऐसा लगता था कि उसकी मां के लिव-इन पार्टनर के मन में उसकी गर्लफ्रेंड को लेकर कुछ गलत मंशा है. इसके बाद उसने मुन्ना सिंह को रास्ते से हटाने की योजना बनाई. इसके लिए उसने विक्रम की मदद ली. विक्रम ने अपने कॉन्टैक्ट से रोबिन को हथियार मुहैय्या करवाया. इसके बाद उसने 12 सितंबर 2009 को उसकी गर्लफ्रेंड की मां के घर के बाहर गाड़ी धो रहे मुन्ना सिंह के पेट और छाती में गोलियां दाग दी.
इस पर लड़की की मां ने रोहिणी थाने में रोबिन के खिलाफ नामजद शिकायत दर्ज करवाई थी. इस मामले की जांच में जुटी पुलिस को रोबिन और विक्रम के शामिल होने का पता चला था. इस मामले में लोकल पुलिस ने रोबिन को गिरफ्तार कर लिया, जबकि विक्रम लगातार फरार चल रहा था. इसके बाद क्राइम ब्रांच के एसीपी डॉ. विकास की देखरेख में इंस्पेक्टर रमेश लाम्बा के नेतृत्व में एसआई विकास, रवि, एएसआई युद्धवीर, कॉन्स्टेबल नितेश, देवेंद्र, नितिन और अनुज की टीम का गठन कर इसकी पकड़ के लिए लगाया गया था.
इसकी तलाश में जुटी पुलिस को सूत्रों से इसके हरियाणा के करनाल में छुपे होने का पता चला. इस ओर प्रतिक्रिया करते हुए पुलिस ने ट्रैप लगा कर इसे करनाल से दबोच लिया. पुलिस टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर इसकी सूचना प्रशांत विहार थाना के पुलिस को दे दी.
हत्या के मामले का फरार भगौड़ा 13 सालों बाद गिरफ्तार
नई दिल्ली : दिल्ली की क्राइम ब्रांच पुलिस ने हत्या के मामले में फरार चल रहे एक भगौड़े बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी बदमाश की तलाश में पिछले 13 साल से पुलिस लगी थी. लेकिन ये अब तक पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर बच रहा था.
क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी शिबेश सिंह ने आज इस गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान विक्रम के रूप में हुई है. वह यूपी के मुजफ्फरनगर के रहने वाला है. पुलिस को प्रशांत विहार थाने में 2008 में दर्ज हत्या के मामले में इसकी तलाश थी. लगातार फरार रहने के कारण मई 2009 में कोर्ट ने इसे भगौड़ा भी घोषित किया था.
पुलिस इसके दोस्त रोबिन की एक गर्लफ्रेंड थी. उसके रिश्ते को लेकर लड़की की मां और उसके लिव-इन पार्टनर मुन्ना सिंह खिलाफ थे. रोबिन को ऐसा लगता था कि उसकी मां के लिव-इन पार्टनर के मन में उसकी गर्लफ्रेंड को लेकर कुछ गलत मंशा है. इसके बाद उसने मुन्ना सिंह को रास्ते से हटाने की योजना बनाई. इसके लिए उसने विक्रम की मदद ली. विक्रम ने अपने कॉन्टैक्ट से रोबिन को हथियार मुहैय्या करवाया. इसके बाद उसने 12 सितंबर 2009 को उसकी गर्लफ्रेंड की मां के घर के बाहर गाड़ी धो रहे मुन्ना सिंह के पेट और छाती में गोलियां दाग दी.
इस पर लड़की की मां ने रोहिणी थाने में रोबिन के खिलाफ नामजद शिकायत दर्ज करवाई थी. इस मामले की जांच में जुटी पुलिस को रोबिन और विक्रम के शामिल होने का पता चला था. इस मामले में लोकल पुलिस ने रोबिन को गिरफ्तार कर लिया, जबकि विक्रम लगातार फरार चल रहा था. इसके बाद क्राइम ब्रांच के एसीपी डॉ. विकास की देखरेख में इंस्पेक्टर रमेश लाम्बा के नेतृत्व में एसआई विकास, रवि, एएसआई युद्धवीर, कॉन्स्टेबल नितेश, देवेंद्र, नितिन और अनुज की टीम का गठन कर इसकी पकड़ के लिए लगाया गया था.
इसकी तलाश में जुटी पुलिस को सूत्रों से इसके हरियाणा के करनाल में छुपे होने का पता चला. इस ओर प्रतिक्रिया करते हुए पुलिस ने ट्रैप लगा कर इसे करनाल से दबोच लिया. पुलिस टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर इसकी सूचना प्रशांत विहार थाना के पुलिस को दे दी.