नई दिल्ली : जहांगीरपुरी दंगे मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आरोपपत्र दाखिल कर दिया है. इस मामले में अभी कुल 37 आरोपियों ले खिलाफ यह आरोपपत्र दाखिल हुआ है. सात आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं, जिन्हें अदालत से भगोड़ा घोषित करवाने की प्रक्रिया चल रही है. अदालत को क्राइम ब्रांच ने बताया है कि इस मामले में उनके पास क्या महत्वपूर्ण साक्ष्य हैं.
दिल्ली पुलिस के अनुसार बीते 16 अप्रैल को जहांगीरपुरी इलाके में दंगे हुए थे. इसे लेकर दिल्ली पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज की गई थी और मामले की जांच क्राइम ब्रांच को बीते 18 अप्रैल को ट्रांसफर कर दी गई थी. इस मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा आरोप पत्र तैयार कर उसे अदालत में दाखिल कर दिया गया है. क्राइम ब्रांच के अनुसार यह आरोप पत्र 2063 पेज का है, जिसमें कुल 37 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में अभी 8 आरोपी फरार चल रहे हैं जिनके खिलाफ 82 सीआरपीसी की धारा के तहत कार्यवाही चल रही है.
इस दंगे में दिल्ली पुलिस द्वारा 9 पिस्तौल, पांच कारतूस, दो चली हुई गोली के खोल, दो तलवार, 11 आरोपियों के कपड़े और मौके से सीसीटीवी फुटेज मिले थे. दिल्ली पुलिस द्वारा पीडब्ल्यूडी के 28 सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को कुशल सिनेमा के पास से खंगाला गया था. यह फुटेज जप्त किए गए हैं. इसके अलावा 30 कैमरा सी ब्लॉक जहांगीरपुरी के पास लगे थे जिनकी फुटेज को देखा गया है. दिल्ली पुलिस द्वारा 34 वायरल वीडियो और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से 56 वीडियो लिए गए हैं जिनकी छानबीन की गई है. गिरफ्तार किए गए 20 आरोपियों को किसी न किसी जगह सीसीटीवी पर देखा गया है. 21 मोबाइल फोन इस मामले में पुलिस ने जप्त किए हैं.
पुलिस द्वारा आरोप पत्र में 137 लोगों को गवाह बनाया गया है, जिनमें से 85 पुलिसकर्मी है जबकि 47 आम लोग हैं. इस मामले में कुल 13 टीम को लगाया गया था, जिन्होंने आरोपियों का इतिहास खंगालने के अलावा टेक्निकल जांच, वायरल वीडियो की जांच, सीसीटीवी फुटेज की जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी की है. इसके साथ ही आर्थिक एंगल को भी जांचा गया है जिससे पता लगे कि दंगे के पीछे किस तरीके से आर्थिक मदद पहुंची है. इस मामले में जो लोग फरार चल रहे हैं उनके नाम सांवर कालिया, सद्दाम खान, सलमान उर्फ सुलेमान, सलीम खान, अशनूर, इसराइल, जहांगीर, हसमत और शेख सिकंदर शामिल है.
जहांगीरपुरी हिंसा मामले में आरोपपत्र दाखिल, 37 लोग बने आरोपी
नई दिल्ली : जहांगीरपुरी दंगे मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आरोपपत्र दाखिल कर दिया है. इस मामले में अभी कुल 37 आरोपियों ले खिलाफ यह आरोपपत्र दाखिल हुआ है. सात आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं, जिन्हें अदालत से भगोड़ा घोषित करवाने की प्रक्रिया चल रही है. अदालत को क्राइम ब्रांच ने बताया है कि इस मामले में उनके पास क्या महत्वपूर्ण साक्ष्य हैं.
दिल्ली पुलिस के अनुसार बीते 16 अप्रैल को जहांगीरपुरी इलाके में दंगे हुए थे. इसे लेकर दिल्ली पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज की गई थी और मामले की जांच क्राइम ब्रांच को बीते 18 अप्रैल को ट्रांसफर कर दी गई थी. इस मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा आरोप पत्र तैयार कर उसे अदालत में दाखिल कर दिया गया है. क्राइम ब्रांच के अनुसार यह आरोप पत्र 2063 पेज का है, जिसमें कुल 37 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में अभी 8 आरोपी फरार चल रहे हैं जिनके खिलाफ 82 सीआरपीसी की धारा के तहत कार्यवाही चल रही है.
इस दंगे में दिल्ली पुलिस द्वारा 9 पिस्तौल, पांच कारतूस, दो चली हुई गोली के खोल, दो तलवार, 11 आरोपियों के कपड़े और मौके से सीसीटीवी फुटेज मिले थे. दिल्ली पुलिस द्वारा पीडब्ल्यूडी के 28 सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को कुशल सिनेमा के पास से खंगाला गया था. यह फुटेज जप्त किए गए हैं. इसके अलावा 30 कैमरा सी ब्लॉक जहांगीरपुरी के पास लगे थे जिनकी फुटेज को देखा गया है. दिल्ली पुलिस द्वारा 34 वायरल वीडियो और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से 56 वीडियो लिए गए हैं जिनकी छानबीन की गई है. गिरफ्तार किए गए 20 आरोपियों को किसी न किसी जगह सीसीटीवी पर देखा गया है. 21 मोबाइल फोन इस मामले में पुलिस ने जप्त किए हैं.
पुलिस द्वारा आरोप पत्र में 137 लोगों को गवाह बनाया गया है, जिनमें से 85 पुलिसकर्मी है जबकि 47 आम लोग हैं. इस मामले में कुल 13 टीम को लगाया गया था, जिन्होंने आरोपियों का इतिहास खंगालने के अलावा टेक्निकल जांच, वायरल वीडियो की जांच, सीसीटीवी फुटेज की जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी की है. इसके साथ ही आर्थिक एंगल को भी जांचा गया है जिससे पता लगे कि दंगे के पीछे किस तरीके से आर्थिक मदद पहुंची है. इस मामले में जो लोग फरार चल रहे हैं उनके नाम सांवर कालिया, सद्दाम खान, सलमान उर्फ सुलेमान, सलीम खान, अशनूर, इसराइल, जहांगीर, हसमत और शेख सिकंदर शामिल है.