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आंधी, बारिश ने भीषण गर्मी से पश्चिमोत्तर भारत को राहत दिलाई

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Published : May 24, 2022, 8:31 AM IST

देश के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में सोमवार को मौसम की पहली मध्यम तीव्रता वाली आंधी के प्रभाव के चलते भारी बारिश हुई जिससे भीषण गर्मी से कुछ राहत मिली. स्काईमेट वेदर के अनुसार एक और पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी अफगानिस्तान और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है.

North India Weather News
आंधी, बारिश ने भीषण गर्मी से पश्चिमोत्तर भारत को राहत दिलाई

नई दिल्ली: देश के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में सोमवार को मौसम की पहली मध्यम तीव्रता वाली आंधी के प्रभाव के चलते भारी बारिश हुई जिससे भीषण गर्मी से कुछ राहत मिली. स्काईमेट वेदर के अनुसार एक और पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी अफगानिस्तान और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है. उत्तर पश्चिमी राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. एक ट्रफ रेखा उत्तर पश्चिमी राजस्थान पर बने चक्रवाती परिसंचरण से लेकर दक्षिण हरियाणा, दक्षिण उत्तर प्रदेश, दक्षिण बिहार और झारखंड होते हुए गंगीय पश्चिम बंगाल तक फैली हुई है. एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र ओडिशा के तटीय क्षेत्रों और आसपास के क्षेत्र पर बना हुआ है. एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश पर बना हुआ है.

अगले 24 घंटों के दौरान, लक्षद्वीप में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. पश्चिमी हिमालय, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, सिक्किम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, केरल के कुछ हिस्सों, तटीय और दक्षिण कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड और कोंकण और गोवा में हल्की बारिश संभव है. पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी, गरज के साथ हल्की बारिश संभव है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक अगले पांच दिनों के दौरान पश्चिमी राजस्थान को छोड़कर देश में कहीं और लू के हालात बनने का अनुमान नहीं है.

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केरल और तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश : पिछले 24 घंटों के दौरान, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, मेघालय के कुछ हिस्सों, उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश और आंतरिक ओडिशा और हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई. पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी, गरज के साथ तेज बारिश और अलग-अलग ओलावृष्टि हुई. इन राज्यों के कुछ हिस्सों में हवाएं तेज थीं. पश्चिमी हिमालय, असम के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर बिहार, झारखंड, ओडिशा के कुछ हिस्सों, केरल और तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश हुई. राजस्थान के पूर्वी हिस्सों, उत्तर और पूर्वी मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, कोंकण और गोवा, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, तमिलनाडु और विदर्भ के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश हुई. उत्तरी पाकिस्तान से आने वाली एक अतिरिक्त ऊष्णकटिबंधीय मौसम प्रणाली ने बारिश वाले बादलों का निर्माण किया जिससे पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में सोमवार को सुबह बारिश हुई.

किसी भी हिस्से में लू की स्थिति बनने की संभावना नहीं : मौसम विभाग के अनुसार, उत्तराखंड में कई जगहों पर गरज के साथ छींटे पड़े, जबकि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों और राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई. रविवार को उत्तर प्रदेश के फतेहगढ़ में अधिकतम तापमान 45.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. दिल्ली में सुबह का तापमान 29 डिग्री सेल्सियस से 11 डिग्री गिरकर 18 डिग्री सेल्सियस पर आ गया. आईएमडी ने कहा कि पश्चिम राजस्थान में 26 और 27 मई को कुछ जगह लू की स्थिति होने की संभावना है. इसके अलावा अगले पांच दिनों के दौरान देश के किसी भी हिस्से में लू की स्थिति बनने की संभावना नहीं है.

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इस मौसम में केवल चार से पांच बार आंधी के साथ बारिश हुई: आईएमडी ने कहा कि सोमवार को सुबह साढ़े आठ बजे समाप्त 24 घंटों में, हरियाणा के फरीदाबाद में नौ सेंटीमीटर बारिश हुई, जबकि गुरुग्राम और झज्जर में सात सेमी बारिश हुई, दिल्ली में पांच सेमी और मसूरी में चार सेमी बारिश हुई. मौसम कार्यालय ने मंगलवार को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर आंधी व ओलावृष्टि और जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान तथा पश्चिम मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर तेज हवाएं (30-40 किमी प्रति घंटे) चलने का अनुमान जताया है. उत्तर पश्चिम भारत तीव्र गर्मी की स्थिति से जूझ रहा था, मुख्य रूप से आंधी के अभाव के कारण जो इस क्षेत्र में गर्मियों के दौरान अक्सर आती थी. मार्च-अप्रैल-मई के गर्मियों के महीनों में आमतौर पर 12 से 14 दिनों के लिए आंधी के साथ बारिश होती है, लेकिन इस मौसम में केवल चार से पांच बार आंधी के साथ बारिश हुई है और वह भी ज्यादातर शुष्क.

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ओडिशा के कुछ हिस्सों में मूसलाधार बारिश: ओडिशा में सोमवार को 10 मौसम केंद्रों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया, जबकि रात भर तटीय और पश्चिमी ओडिशा के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हुई. मौसम कार्यालय ने इसकी जानकारी दी. मौसम कार्यालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार बौध जिले के हरभंगा में रविवार शाम से सोमवार सुबह 8.30 बजे तक 88 मिलीमीटर बारिश हुई, जो राज्य में सबसे अधिक है, इसके बाद बोलांगीर में 64.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी. भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि प्रदेश के पुरी, कंधमाल, गंजाम और रायगढ़ा समेत कई अन्य जिलों में मध्यम बारिश दर्ज की गयी .

विभाग ने कहा कि बौध और तितिलागढ़ में राज्य का सर्वाधिक तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया . इसके बाद और बोलांगीर में 41.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. राज्य की राजधानी भुवनेश्वर में पारा सामान्य से दो डिग्री कम 35.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि कटक में यह 36.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने मंगलवार को कटक, ढेंकनाल, क्योंझर और जाजपुर जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना जताई है. इसके अलावा तटीय ओडिशा में भी गरज के साथ बारिश हो सकती है.

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