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कोरोना से जुड़ी हर कंफ्यूजन को डॉक्टर ने किया दूर, देखें वीडियो

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Published : Apr 15, 2020, 7:24 PM IST

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कोरोना वायरस के प्रति सरकार लोगों को लगातार जागरूक कर रही है. लेकिन अब तक लोगों को इस वायरस के बारे में सही जानकारी नहीं मिल पाई है. ईटीवी भारत ने पीजीआई चंडीगढ़ के डॉक्टर से इस वायरस की सभी भ्रांतियों के बारे में जाना...

चंडीगढ़ : इस समय कोरोना वायरस दुनिया के ज्यादातर देशों में पहुंच चुका है और आए दिन हजारों नए केस सामने आ रहे हैं. सरकारें लगातार लोगों को इसके बारे में जागरूक करने और सभी तरह की जानकारियां देने में लगी हुई हैं. लेकिन अब तक लोगों को इस वायरस के बारे में सही जानकारी नहीं मिल पाई है, जिसे लेकर लोगों में कई तरह के मिथक बन गए हैं.

इन्हीं सब बातों का ध्यान रखते हुए ईटीवी भारत ने हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में पीजीआई के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ विभाग के एडिशनल प्रोफेसर डॉक्टर रविंद्र खैवाल से खास बातचीत की, जिसमें कोरोना से जुड़ीं सभी भ्रांतियों के बारे में जाना.

क्या अधिक तापमान होने से कोरोना वायरस खत्म हो जाता?
इस बारे में डॉक्टर रविंद्र ने कहा कि कोरोना वायरस का तापमान से कोई लेना देना नहीं है. ऐसी कोई भी रिसर्च अब तक सामने नहीं आई है, जिससे यह साबित होता है कि तापमान बढ़ने पर यह वायरस खत्म हो जाता है. कोरोना वायरस को लेकर कई देशों में अब भी रिसर्च जारी है, लेकिन अब तक किसी भी रिसर्च में यह सामने नहीं आया है कि इस पर तापमान का कोई असर पड़ता है.

पीजीआई चंडीगढ़ के डॉ. रविंद्र से ईटीवी भारत की बातचीत.

दो इंसानों के बीच कम से कम कितनी दूरी होनी चाहिए?
डॉ. रविंद्र ने बताया कि दो इंसानों में बात करते समय कम से कम एक मीटर की दूरी होनी ही चाहिए. इसके अलावा दोनों के मुंह ढके होने चाहिए. उन्होंने कहा, 'हम किसी से भी बात करें. हमें दूरी को बनाए रखना चाहिए. क्योंकि हमें यह नहीं पता होता कि कौन व्यक्ति संक्रमित है और कौन व्यक्ति संक्रमित नहीं है. बहुत से ऐसे मरीज भी सामने आए हैं. जिनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं था. लेकिन बाद में वे संक्रमित पाए गए. इसलिए दो लोगों के बीच में कम से कम एक मीटर की दूरी होनी ही चाहिए और दोनों लोग मुंह ढककर ही आपस में बात करें.'

कोरोना से बचाव के लिए लोग किस तरह के मास्क का इस्तेमाल करें?
डॉक्टर रविंद्र ने बताया, 'लोग किसी भी तरह का मास्क पहन सकते हैं. क्योंकि घर में या आस-पास मुंह को ढकना बेहद जरूरी है. लोग रुमाल या गमछा से भी मुंह ढक सकते हैं. महिलाएं अपने दुपट्टे से मुंह को कवर कर सकती हैं. वो भी मास्क का ही काम करेगा. लेकिन जब हम अस्पताल सहित ऐसी किसी जगह पर जाएं, जहां पर संक्रमण का खतरा ज्यादा हो, तो वहां हमें n95 जैसे हाई क्वालिटी मास्क पहनने चाहिए. लेकिन घर में या आसपास इस तरह के मास्क की जरूरत नहीं है. वहां पर हम सामान्य मास्क या फिर सामान्य कपड़े से भी मुंह ढक सकते हैं.'

हाथों की सफाई का कैसे रखें ध्यान?
वायरस के फैलने के बाद ज्यादातर लोग हाथों को साफ करने के लिए सेनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके बारे में डॉक्टर रविंद्र ने बताया, 'हमें हाथों को साफ करने के लिए सेनिटाइजर का इस्तेमाल करने की ज्यादा जरूरत नहीं है. अगर हम हाथों को किसी अच्छे साबुन से 20 सेकेंड तक साफ करेंगे, तो हाथ साफ हो जाएंगे.'

इसके अलावा उन्होंने कहा कि आप जब भी घर से बाहर जाएं. वापस आने के बाद हाथ जरूर धोएं. साथ ही खाना खाने और खाना बनाने से पहले भी हाथ धोएं. इसके अलावा शौचालय का इस्तेमाल करने के बाद भी हाथों को अच्छी तरह से धोएं.

'बुजुर्गों का खास ध्यान रखना चाहिए'
डॉ. रविंद्र ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जो सात बातें बताई. वो सभी महत्वपूर्ण थीं. लेकिन उनमें से उन्होंने जो सबसे पहली बात बोली कि घर में बुजुर्गों का खास ध्यान रखें. वो काफी महत्वपूर्ण बात थी. क्योंकि ये वायरस बुजुर्गों पर ज्यादा हानिकारक साबित हो सकता है. इसलिए लोगों को घर में रह रहे बुजुर्गों का खास ध्यान रखना चाहिए.

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