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ETV भारत की खबर से जागी सरकार, जिम और स्टेरॉयड पर बनेगा सख्त नियम

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Published : Nov 30, 2019, 5:49 PM IST

Updated : Nov 30, 2019, 7:46 PM IST

स्टेरॉयड के सेवन से संदीप ठाकुर की मौत के बाद अब सरकार हरकत में है. ये मुद्दा विधानसभा में भी गूंजा, जिसके बाद शासन की नींद टूटी है. प्रदेश सरकार जिम संचालकों और बॉडी बिल्डिंग पर सख्त कानून बनाने जा रही है.

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रायपुर: बॉडी बनाने की चाहत में प्रदेश के युवा अपनी जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं. वो अनस्किल्ड ट्रेनिंग के शिकार हो रहे हैं और साथ-साथ प्रतिबंधित दवाइयों का सेवन कर अपने स्वास्थ्य को खतरे में डाल रहे हैं. हाल ही में मिस्टर छत्तीसगढ़ बनने की तैयारी कर रहे रायपुर के संदीप ठाकुर स्टेरॉयड का सेवन करने की वजह से जिंदगी की जंग हार गया. ये मुद्दा विधानसभा में भी गूंजा, जिसके बाद शासन की नींद टूटी है. प्रदेश सरकार, जिम संचालकों और बॉडी बिल्डिंग को लेकर सख्त कानून बनाने जा रही है. जिम संचालक और बॉडी बिल्डिंग के क्षेत्र में स्टेरॉयड के बढ़ते सेवन को लेकर ETV भारत ने ख़बर दिखाई थी.

स्टेरॉयड पर सख्त नियम बनाने की तैयारी

फिलहाल प्रदेश के जिम और फिटनेस सेंटर में धड़ल्ले से बिक रहे प्रोटीन पाउडर और ड्रग्स को लेकर कोई सख्त नियम नहीं हैं. इसके संचालन और युवाओं को एंट्री देने का भी कोई नियम नहीं है. इसी वजह से फिटनेस सेंटर में सिक्स पैक बनाने के लिए ट्रेनर ही प्रोटीन पाउडर और स्टरॉयड ड्रग दे रहे हैं, जबकि ये दवा दुकानों में भी डॉक्टर की पर्ची के बिना नहीं बेची जानी चाहिए.

विधानसभा अध्यक्ष ने दिए थे निर्देश
दरअसल विधानसभा में जिम संचालक संदीप ठाकुर की मौत का मुद्दा उठा था. विपक्ष ने कहा कि प्रदेश में प्रतिबंधित दवाएं और स्टेरॉयड की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है, जिनका सेवन कर युवा अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने प्रदेश सरकार को जिम संचालन को लेकर नियम बनाने को कहा है. यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि जिम में किसी प्रकार की प्रतिबंधित दवाएं न बिके और सरकार इसकी निगरानी रखे.

जवाब में संसदीय मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि राजधानी रायपुर सहित पूरे प्रदेश में जिम में स्टेरॉयड और ऐसी दवाओं की बिक्री न हो इसके लिए सरकार सतर्क है. उन्होंने कहा कि जिम के रजिस्ट्रेशन समेत सतत निगरानी विभागों के माध्यम से हो इसके लिए नियम बनाए जाएंगे. और संबंधित विभाग को इस ओर सतर्क रहने के निर्देश देने की बात कही गई है.

ETV भारत ने हेल्थ एक्सपर्ट, जिम संचालकों, और बॉडी बिल्डिंग कर रहे लोगों से इस मसले पर बात की और जाना कि आखिर लोग ऐसी दवाओं के प्रति क्यों आकर्षित हो रहे हैं.

⦁ युवा जल्दी और आकर्षक शरीर बनाने के लिए स्टेरॉयड दवाओं को शॉर्टकट के तौर पर अपनाते हैं.
⦁ जबकि बॉडी बिल्डिरों का कहना हैं कि इस फिल्ड में स्टेरॉयड का शॉर्टकट आपको लॉन्ग टर्म तक हानि पहुंचाता है.
⦁ डॉक्टर की सलाह के बिना प्रोटीन पाउडर , शक्तिवर्धक दवाएं, स्टेरॉयड्स जैसी कोई भी सप्लीमेंट आपके लिवर को हानि पहुंचा सकता है.
⦁ हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो इसके सेवन से आक्रामकता और शत्रुता की भावनाएं बढ़ना, मनोदशा संबंधी विकार, खराब व्यवहार, दिमागी हालात भी बिगड़ सकती है.
⦁ इन दवाओं के ओवर ड़ोज आपको बुरी तरह प्रभावित कर सकते हैं. कई बार लोगों की मौत भी हो चुकी है.
⦁ एथलीट निमा रॉय ने बताया की बॉडी बिल्डिंग या एक आकर्षक शरीर के लिए कोई शॉर्टकट नही हैं, अपने गोल बनाएं और धीरे-धीरे मेहनत से ही यह किया जा सकता है.

ETV भारत भी युवाओं से अपील करता है कि आपकी मेहनत ही आपको एक स्वस्थ जीवन दे सकता है. इसलिए एसी कोई भी सप्लीमेंट जो जीवन और शरीर को प्रभावित करे उससे बिल्कुल दूर रहें.

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(रविंद्र चौबे की बाईट खबर में लगी है बाकी फीड और पीटीसी लाइव यू से भेजी है)

बॉडी बिल्डिंग की चाहत में छत्तीसगढ़ राज्य में बड़ी संख्या में युवा अनस्किल्ड ट्रेनर और मसल्स बढ़ाने की दवाओं का डोज लेकर कई तरह की शारीरिक परेशानियों से जूझ रहे है। अब छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश भर के जिम संचालको पर सख्ती बरतने जा रही है। जिम के संचालन और बॉडी बिल्डिंग के लिए महंगे दवाओं के कारोबार पर राज्य सरकार सख्ती करने नियम बना रही है। विधानसभा में इस मामले पर हंगामे के बाद छत्तीसगढ़ देश भर में बॉडी बिल्डिंग में कानून बनाकर कड़ाई से इसका पालन करने वाला अनूठा राज्य बन गया है। इस मामले में ईटीवी भारत ने राजधानी के हेल्थ और तमाम फिटनेस एक्सपर्ट्स से राय लेकर यह बात सामने लाई है कि फिटनेस के लिए शार्टकट जैसा कुछ नही होता। Body:

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छत्तीसगढ़ में जिम और फिटनेस सेंटर में धड़ल्ले से बिक रहे प्रोटीन पावडर और ड्रग्स को लेकर कोई सख्त नियम नहीं है। इसके संचालन और युवाओं को एंट्री देने का भी कोई नियम नहीं है। इसी वजह से फिटनेस सेंटर में सिक्स पैक बनाने के लिए ट्रेनर ही प्रोटीन पावडर और स्टराइड ड्रग दे रहे हैं, जबकि ये दवा दुकानों में भी डाक्टर की पर्ची के बिना नहीं बेची जाती। इसे लेकर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने छत्तीसगढ़ सरकार को जिम संचालन को लेकर नियम बनाने को कहा है। यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि जिम में किसी प्रकार की प्रतिबंधित दवा न बिक पाए। दरअसल सदन मेंं जिम संचालक संदीप ठाकुर की मौत का मुद्दा उठा था। विपक्ष ने कहा कि प्रदेश में प्रतिबंधित दवाएं व स्टेराइड की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है, जिनका सेवन कर युवा अपनी  जान जोखिम में डाल रहे हैं। इसके जवाब में संसदीय मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि प्रदेश में और राजधानी में चल रहे जिम में शक्तिवर्धक दवाओं स्टेरॉइड की बिक्री ना हो और जिम के रजिस्ट्रेशन समेत सतत निगरानी विभागों के माध्यम से हो। इतना ही नही इसके लिए एक नियम बनाया जाएगा।

बाईट रविन्द्र चौबे, संसदीय मंत्री, छत्तीसगढ़

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बॉडी बिल्डिंग के लिए शार्टकट के चलते यूथ आजकल जिम में जाकर पसीने तो बहा रहे है लेकिन ये शार्टकट काफी घातक हो सकता है इसे लेकर हमने हेल्थ एक्सपर्ट से जब बात की तो उनका सुझाव है कि ये बेहद खतरनाक हो सकते है। डॉ राकेश गुप्ता कहते है कि स्टेरॉयड दवाएं कई अलग-अलग चिकित्सीय स्थितियों के लिए उपयोग की जाती हैं। बीमारी के इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली स्टेरॉयड दवाओं के प्रकार को कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स कहा जाता है। अपने बच्चों और किशोरों को स्टेरॉयड की लत से बचाने के लिए आपको स्टेरॉयड और उनके दुष्प्रभावों के बारे में तथ्यों को अच्छे से समझना आवश्यक है। इस तरह की दवाओं के सेवन से लिवर को नुकसान, आक्रामकता और शत्रुता की भावनाएं बढ़ना, मनोदशा संबंधी विकार, खराब व्यवहार, मनोवैज्ञानिक हालात भी बिगड़ सकती है।

बाईट डॉ राकेश गुप्ता, हेल्थ एक्सपर्ट

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इतना ही नही हमने राजधानी के कई जिम में जाकर जाना कि आखिर जिम में पसीना बहाना और शार्टकट के बीच का माजरा क्या है। जिम और फिटनेस एक्सपर्ट्स से जब हमने बात की तो उनका कहना है कि यूथ में बेहद शॉर्टकर्ट से सिक्स पैक्स एब्स बनाने की जल्दी होती है। लेकिन सही न्यूट्रिशन और प्रॉपर एक्सपर्ट ट्रेनर के बिना वे ऐसे में कुछ भी गलत स्टेप लेते है। एक्सपर्ट भूपेश पिथालिया का कहना है कि हमारे खाने पीने के चीजो में ही पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और विटामिन होता है जिससे अच्छी बॉडी बन सकती है। वही एक्सपर्ट गौरीशंकर प्रधान कहते है कि अनस्किल्ड ट्रेनिंग और बिना एक्सपर्ट के बॉडी बनाना बहुत नुकसानदायक है। कभी भी किसी भी एक्सपर्ट के बिना जिम ना करे। कुछ एथलीट से भी हमने बात की बात की तो उनके सुझाव है कि वे सालो की मेहनत के बाद कुछ एचीव करते है वो भी बिना शार्टकट के, इसके लिए सबको यही सजेशन है कि मेहनत प्रापर करें।

बाईट गौरीशंकर प्रधान, जुम्बा एक्सपर्ट (ग्रे टीशर्ट में पहली बाईट)
बाईट भूपेश पिथालिया, फिटनेस एक्सपर्ट(डार्क ब्लू में बाईट, टीशर्ट में चश्मा लटका हुआ है)
बाईट- (एक ही गर्ल्स की बाईट ) नेशनल एथलीट गर्ल्स है इसका नाम उसने कहा है।
वॉक्सपाप - जिम में यूथ 2

Conclusion:फाइनल वीओ

ऐसे में इतना तो साफ है कि फिटनेस जरूरी है लेकिन अपने मनचाहे रोल मॉडल को देखकर उसके जैसे शरीर की ख्वाहिश बड़ी मुसीबत में डाल सकती है। ईटीवी भारत ने इस खबर में माध्यम से यह बताने की कोशिश की है कि कोई भी चीज शार्टकट से हासिल नही की जा सकती। उम्मीद है छत्तीसगढ़ में एक युवा की मौत के बाद अब सरकार ने सख्ती से नियम बनाने पर जोर दिया है लेकिन जरूरत हम सभी को जागरूक होने की है

पीटीसी

मयंक ठाकुर, ईटीवी भारत, रायपुर
Last Updated :Nov 30, 2019, 7:46 PM IST
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