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नगर सरकार : लोरमी नगर पंचायत के अहम मुद्दे, पंचायत की समस्याएं

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Published : Dec 14, 2019, 11:53 PM IST

Updated : Dec 15, 2019, 12:09 AM IST

लोरमी नगर पंचायत में दशकों से पंचायत के अध्यक्ष पद पर राजपरिवार के लोग काबिज है. इस बीच विकास कार्यो में हुआ भ्रष्टाचार प्रत्याशियों के लिए अहम मुद्दा बना हुआ है. जानिए जनता ने इस बारे क्या कहा.

Important issues of Lormi Nagar Panchayat in nagar sarkar
लोरमी नगर पंचायत

मुंगेली : लोरमी नगर पंचायत के अध्यक्ष पद पर लंबे समय से राजपरिवार का कब्जा रहा है. राजपरिवार को सदस्य दशकों से इस पद पर काबिज रहे हैं. विकास कार्यों में हुए भ्रष्टाचार का मुद्दा लेकर प्रत्याशी प्रचार करने में जुट गए हैं. पिछले कार्यकाल में हुए अध्यक्ष के काम के विषय में ETV भारत ने लोगों की राय ली.

लोरमी नगर पंचायत

लोरमी पंचायत पर एक नजर

  • कुल वार्ड - 15
  • कुल मतदाता - 12 हजार 64
  • महिला मतदाता - 6 हजार 87
  • पुरूष मतदाता - 5 हजार 977

स्थानीय मुद्दे

  • बिजली की समस्या
  • गंदगी की समस्या
  • सड़कों की खराब स्थिति.
  • जल भराव की समस्या.
  • नालियों की समस्या.
  • स्ट्रीट लाइट की कमी.
  • गार्डन की खराब हालत.

5 साल में हुए काम

  • सीसी रोड का निर्माण
  • मनियारी नदी में वाटर फिल्टर प्लांट स्थापित करने की स्वीकृती.
  • समुदायिक भवन का निर्माण जारी.

लोरमी नगर पंचायत का इतिहास

  • 1983 में पंचायत का गठन हुआ था.
  • नगर पंचायत के पहले अध्यक्ष दिवंगत योगेंद्र दास(छोटे राजा) बने.
  • 1995 में पहला नगरीय निकाय चुनाव हुआ.
  • 1995 में कांग्रेसी नेता योगेंद्र दास अध्यक्ष के पद पर निर्वाचित हुए.
  • 2005 में अध्यक्ष के पद पर अंजनादेवी दास निर्वाचित हुई.
  • 2010 में भाजपा के मनीष त्रिपाठी अध्यक्ष निर्वाचित हुए.
  • 2015 में कांग्रेस के अनिल दास अध्यक्ष निर्वाचित हुए.
  • 2019 में अध्यक्ष पर महिला के लिए आरक्षित है.
Intro:मुंगेली- जिले के लोरमी नगर पंचायत में लंबे समय से राजपरिवार का कब्जा रहा है। एक कार्यकाल को छोड़ दिया जाए तो राजपरिवार के सदस्य कई दशकों तक अध्यक्ष पद पर काबिज़ रहे हैं।वर्तमान में यहां के नगर पंचायत के अध्यक्ष राजपरिवार के सदस्य अनिल दास हैं। राजपरिवार के प्रति लोरमी नगर के वोटरों की आस्था के बावजूद इस चुनाव में विकास बनाम भ्रष्टाचार का भी मुद्दा नज़र आ रहा है।


Body:लोरमी नगर पंचायत का गठन वर्ष 1983 में हुआ था। लोरमी नगर पंचायत के पहले अध्यक्ष राजपरिवार के सदस्य दिवंगत योगेंद्र दास(छोटे राजा) बने.पहले अध्यक्ष को तत्कालीन कांग्रेस सरकार के द्वारा नॉमिनेट किया गया था. 03/03/1983 से 04/03/1985 तक का उनका पहला कार्यकाल रहा।जिसके बाद 05/03/1985 से लेकर 02/01/1995 तक लगभग 10 वर्षों में 20 प्रशासक नियुक्त रहे.जिसके बाद वर्ष 1995 में हुए नगरीय निकाय चुनाव में फिर से राजपरिवार के सदस्य और कांग्रेसी नेता योगेंद्र दास(छोटे राजा) अध्यक्ष के पद पर निर्वाचित हुए।वो लगातार दो कार्यकाल अध्यक्ष रहे।जिसके बाद 2005 में महिला सीट आरक्षित होने पर नगर पंचायत अध्यक्ष के पद पर योगेंद्र दास की पत्नी अंजनादेवी दास निर्वाचित हुई। 2010 में हुए चुनाव में पहली बार ये सीट राजपरिवार के हाथों से फिसलकर किसी दूसरे के हाथ मे गयी। तब भाजपा के मनीष त्रिपाठी ने योगेंद्र दास को भारी मतों से शिकस्त दी।जिसके बाद 2015 में हुए चुनाव में अध्यक्ष पद पर एक बार फिर से राजपरिवार के सदस्य और कांग्रेसी नेता अनिल दास निर्वाचित हुए।अनिल दास ने पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष और रिश्ते की भाभी अंजना दास व भाजपा के अशोक साहू को भारी अंतर से हराया।

अध्यक्ष पद महिला के लिए आरक्षित
मैकल पर्वत की तलहटी पर बसा लोरमी नगर कुल 15 वार्डों में बटा हुआ है. इस नगर में कुल 12064 मतदाता है जिनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 5977 जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 6087 है. इस तरह से कहा जा सकता है कि लोरमी नगर पंचायत में महिला वोटरों की संख्या पुरुषों की अपेक्षा अधिक है।

नगर के मुद्दे
लोरमी नगर में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है. जिसमें सबसे बड़ी समस्या यहां पसरी गंदगी और सड़कों की खराब स्थिति है। नगर के कई वार्डों में नाली नहीं होने एवं बनी हुई नालियों के निकासी नहीं होने से बरसात के दिनों में अधिकांश भागों में पानी का भारी भराव हो जाता है. जिससे यहां के वार्डवासियों के घर जलमग्न हो जाते हैं। यहां के पॉश हरीविहार कॉलोनी में लंबे समय से नगरवासी नाली की समस्या से परेशान है. वही कई वार्डों में तीन चार महीनों से स्ट्रीट लाइट भी बंद पड़ी है जिससे नगर के आधे हिस्से में रात के वक्त सड़कों पर अंधेरा पसरा रहता है. इस चुनाव में भ्रष्टाचार भी एक बड़ा मुद्दा बनता हुआ नजर आ रहा है. लोरमी नगर में लंबे समय से ही एक गार्डन की मांग थी जिसके लिए लाखों रुपयों की स्वीकृति भी हुई लेकिन गार्डन निर्माण के नाम पर बड़े भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया.आज गार्डन खोजने पर भी नज़र नही आ रहा है। इसके अलावा लोरमी नगर के अलग-अलग वार्डों में ओपन जिम और बच्चों के झूलों के नाम पर भी लाखों रुपयों के भ्रष्टाचार के आरोप भी लग रहे है। सामान खरीदी में जमकर भ्रष्टाचार किया गया.सड़क,पानी और बिजली इस चुनाव के प्रमुख मुद्दें रहेंगे।



Conclusion:ये हुआ विकास
लोरमी नगर के अनेक वार्डों में 1करोड़ 70 लाख रुपयों की।लागत से सीसी रोड का निर्माण कराया गया. इसके अलावा पेयजल संकट से निपटने के लिए लगभग 13 करोड़ 60 की लागत से मनियारी नदी में जल आवर्धन योजना अंतर्गत वाटर फिल्टर प्लांट स्थापित करने का काम स्वीकृत है।वहीं 1करोड़ 60 लाख की लागत से सामुदायिक भवन का निर्माण जारी है।

बाइट-1-केदार खत्री(स्थानीय निवासी)...(नीली चेक शर्ट)
बाइट-2-रवि शर्मा (स्थानीय निवासी)...(जैकेट पहने हुए)
बाइट-3-नरेश अग्रवाल (स्थानीय निवासी)...(हरे रंग की शर्ट,चश्मा पहने हुए)


रिपोर्ट-शशांक दुबे,ईटीवी भारत मुंगेली
Last Updated :Dec 15, 2019, 12:09 AM IST
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