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कोरबा में कोरोना मरीजों को नहीं मिल रही सीटी स्कैन की सुविधा

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Published : Apr 15, 2021, 10:59 PM IST

कोरोना संक्रमित मरीजों को जिले में सीटी स्कैन की सुविधा नहीं मिल पा रही है. सरकारी और निजी दोनों अस्पतालों में फिलहाल सीटी स्कैन नहीं हो रहा है.

not getting CT scan facility in Korba
नहीं मिल रही सीटी स्कैन की सुविधा

कोरबा: कोरोना संक्रमित मरीजों को जिले में सीटी स्कैन की सुविधा नहीं मिल पा रही है. कोरोना के इलाज में सीटी स्कैन एक बेहद कारगर जांच होती है. जिससे यह पता लगता है कि कोरोना संक्रमित होने के बाद मरीज के फेफड़ों में कितना इन्फेक्शन हुआ है. बावजूद इसके वर्तमान में जिले में सीटी स्कैन की सुविधा पूरी तरह से बंद है. ट्रामा सेंटर की मशीन खराब है. जबकि निजी अस्पताल में भी मशीन खराब होने की बात सामने आई है.

कोरबा में कोरोना मरीजों को नहीं मिल रही सीटी स्कैन की सुविधा

भगवान भरोसे संक्रमित मरीज

कोरोना संक्रमण के दौर में स्वास्थ्य सुविधा दुरुस्त होने के बजाय खराब हो रही है. जिला अस्पताल परिसर में स्थित ट्रामा सेंटर में कोरोना संक्रमित मरीजों का सीटी स्कैन किया जाता था. 2 दिन पहले ही ट्रामा सेंटर को प्रशासन ने अधिग्रहित कर लिया है. अब यह कोविड अस्पताल के तौर पर संचालित हो रहा है. लेकिन यहां सीटी स्कैन की मशीन खराब है. जिसके कारण संक्रमित का सिटी स्कैन नहीं हो पा रहा है. जिले में ट्रामा सेंटर इकलौती ऐसी संस्था है जहां सीटी स्कैन की सरकारी सुविधा उपलब्ध है.अब यह भी पिछले दो-तीन दिनों से पूरी तरह से बंद है.

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निजी अस्पताल में भी मशीन खराब

ट्रामा में सरकारी सुविधा के अलावा निजी तौर पर शहर के एनकेएच अस्पताल में सीटी स्कैन की सुविधा उपलब्ध है. यहां कोरोना संक्रमित मरीजों का सीटी स्कैन किया जाता रहा है. लेकिन पिछले 4 दिनों में दिनों से आश्चर्यजनक रूप से यहां की मशीन भी खराब हो गई है. अस्पताल प्रबंधन से भी यही जानकारी मिली है. कोरोना संक्रमित मरीज किसी तरह यहां पहुंच तो रहे हैं, लेकिन उन्हें बैरंग लौटना पड़ रहा है. एक निजी संस्था होने के बावजूद सीटी स्कैन मशीन का इतने लंबे समय से खराब होना समझ के परे है.

सरकार ने तय की दरें

इनके अलावा जिले में एक-दो और स्थान हैं, जहां सीटी स्कैन किया जाता है. हाल ही में कोरोना संक्रमित मरीजों के सीटी स्कैन के लिए सरकार ने 1800 रुपए प्रति सीटी स्कैन की दर निर्धारित कर दी है. जबकि सीटी स्कैन के नाम पर पूर्व में मनमानी फीस वसूली जाती रही है.

कोरोना के इलाज में क्यों जरूरी है सीटी स्कैन

कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए अब तक किए जा रहे जांच में स्वाब का सैंपल लिया जाता है. इससे मरीज के कोरोना पॉजिटिव होने का पता चलता है. कई बार रिपोर्ट निगेटिव भी आ जाती है. ऐसे में फेफड़े में कितना इन्फेक्शन फैला है? कोरोना मरीज को सांस लेने में दिक्कत की वजह फेफड़े में इंफेक्शन ही है, इसका पता नहीं चलने से मरीज की हालत और गंभीर हो जाती है. जबकि सीटी स्कैन से इन्हीं सभी बातों का चिकित्सकों को तुरंत पता चल जाता है. जिससे मरीज का इलाज करने में आसानी होती है.

जल्द दुरुस्त करेंगे व्यवस्था

ट्रामा सेंटर कोविड अस्पताल के प्रभारी डॉ. प्रिंस जैन ने कहा कि पिछले 2 दिनों से ही सीटी स्कैन करने में दिक्कत आ रही है. इसे जल्द ही दुरुस्त कर लिया जाएगा. मशीन को जल्द ही ठीक कराया जाएगा. सीटी स्कैन नहीं होने पर भी मरीज को ट्रीटमेंट दिया जा रहा है. सीटी स्कैन हो या ना हो लाइन ऑफ ट्रीटमेंट में कोई परिवर्तन नहीं आता.

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