अंबिकापुर: सरगुजा के मैनपाट से पहाड़ी कोरवा समुदाय के युवा उत्तर प्रदेश के बागपत में काम के लिए गए थे. कोरवा समुदाय के युवाओं को वहां गन्ने की खेत पर काम भी मिल गया था. आरोप है कि युवाओं को बागपत में दबंग किसान ने बंधक बना लिया था और उनको जाने नहीं दे रहे थे. जब उनको लगा कि वो फंस गए हैं तो उन्होने वीडियो बनाकर अपने परिचितों को भेजा. वीडियो के जरिए युवाओं ने सरकार से मदद की गुहार लगाई. ग्रामीणों का वीडियो तेज से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. वायरल वीडियो की जानकारी जब सीएम को मिली तब सीएम ने तत्काल उनको छुड़ाने के निर्देश दिए. बागपत से लौटने वाले कोरवा समुदाय के युवाओं ने सीएम को धन्यवाद दिया है.
मुख्यमंत्री ने दिए थे वापस लेने के निर्देश: वायरल वीडियो की जानकारी मिलते ही सीएम ने अफसरों को हिदायत दी थी कि वो जल्द बंधक बने मजदूरों को छुड़ा कर लाएं. सीएम के निर्देश मिलते ही प्रशासन का एक दल बागपत गया और वहां के अफसरों की मदद से बंधक बने मजदूरों को छुड़ा ले आया. युवकों को बागपत से लाने की जिम्मेदारी खुद कलेक्टर ने एसडीएम रवि राही को सौंपी थी. मजदूर जबतक छत्तीसगढ़ नहीं लौटे तबतक कलेक्टर लगतार एसडीएम के संपर्क में बन हुए थे.
बागपत में बंधक बने थे पहाड़ी कोरवा: बागपत से लौटने वाले पहाड़ी कोरवा में 19 साल का रोहित, 22 साल का जसमन, 20 साल का संदीप, 22 साल का अजीत और 19 साल का हीरानाथ शामिल हैं. पहाड़ी कोरवा राष्ट्रपति द्वारा संरक्षित जाती है. संरक्षित जाति होने के चलते प्रशासन ने जहां इनको लेकर सतर्क था वहीं खुद सीएम ने भी प्रशासन से जल्द जल्द मजदूरों को लाने के निर्देश जारी किए थे. सरगुजा के मैनपाट में बड़ी संख्या में पहाड़ी कोरवा जनजाति के लोग रहते हैं.