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सरगुजा में फोर्टिफाइड राइस को लेकर लोगों में भ्रम, प्लास्टिक के चावल की अफवाह से पैदा हुआ गड़बड़झाला

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Published : Feb 23, 2022, 9:51 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

Confusion among people about fortified rice
सरगुजा में फोर्टिफाइड चावल

फोर्टिफाइड राइस के कई फायदे हैं. यह कई मिनरल से परिपूर्ण होते हैं. लेकिन सरगुजा संभाग के कई इलाकों में प्लास्टिक के चावल राशन केंद्रों में बांटे जाने की अफवाह फैल गई है. जिसकी वजह से पीडीएस सिस्टम के कई दुकानों पर बीते दिनों हंगामा भी हुआ था. आइए आपको बताते हैं कि फोर्टिफाइड राइस क्या है.

सरगुज़ा : जिले में प्लास्टिक के चावल का भ्रम ऐसा फैला है कि, शासकीय वितरण प्रणाली में वितरित किये गए चावल को ही लोगों ने प्लास्टिक का बताकर हंगामा खड़ा कर दिया. ताजा मामला सूरजपुर जिले का है, जहां पर पिछले दिनों ये बात सामने आई जिसके बाद हमने इस मामले की पड़ताल की और जाना कि, आखिर इसके पीछे क्या वजह है की लोग भ्रमित हो रहे हैं. शासकीय योजना में भला प्लास्टिक का चावल कैसे वितरित हो सकता है. पड़ताल में हमे पता चला की असल मे ये चावल प्लास्टिक का नहीं बल्कि फोर्टिफाइड राइस है. कुपोषण दूर करने के लिए सरकार इस चावल का वितरण करा रही है और ये चावल आम चावल से कहीं ज्यादा फायदेमंद है. इसमें जिंक और मिनरल्स की अधिक मात्रा की वजह से ये कुपोषण के खिलाफ एक कारगर मेडिसिन के रूप में काम करता है.

क्या है फोर्टिफाइड राइस

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क्या है फोर्टिफाइड राइस ?
दरअसल चावल में अलग से मिनरल, जिंक और अन्य पोषक तत्व एड करने के बाद बने चावल को फोर्टीफाइड राइस कहा जाता है. खाद्य विभाग के अनुसार बाजार में कोई प्लास्टिक का चावल नहीं है शासकीय राशन में फोर्टिफाइड राइस भी वितरित किया जा रहा है. क्योंकि इस चावल में जिंक और मिनरल्स मिलाकर इसे दोबारा बनाया जाता है. जिससे ये थोड़ा खिंचता है खाने में प्लास्टिक जैसा लगता है. लेकिन ये चावल प्लास्टिक का नहीं है. लोग बिल्कुल भी भ्रमित ना हों. ये कुपोषण दूर करने में सहायक है और इसलिए शासन के द्वारा इसे दिया जा रहा है.

फोर्टिफाइड राइस से दूर होगा कुपोषण

बायो फोर्टिफाइड राइस पर भी हुआ है ट्रायल
वहीं मानव निर्मित फोर्टिफाइड राइस के अलावा भी एक बायो फोर्टिफाइड राइस होता है. इस पर इंदिरा गांधी कृषि महाविद्यालय के द्वारा ट्रायल भी किया जा चुका है. इसमें साधारण धान की किस्म में क्रॉस करके एक ब्रीड तैयार किया जाता है. इस ब्रीड के धान से होने वाला चावल बॉयो फोर्टिफाइड राइस कहलाता है. इस चावल में सामान्य चावल से 1.5% अधिक जिंक की मात्रा पाई जाती है. साथ ही अन्य विटामिन और मिनरल्स भी इसमें अधिक होते हैं. सामान्य चावल में 12 से 14 PPM जिंक होता है. वहीं बायो फोर्टिफाइड राइस में 22 से 26 PPM जिंक पाया जाता है.

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बहरहाल दोनों ही चावल के गुण कुपोषण दूर करने में सहायक साबित हो सकते हैं. खाद्य सुरक्षा के साथ खाद्य की गुणवत्ता भी बहुत अहम है. इसलिए प्लास्टिक के चावल का भ्रम दूर करने की जरूरत है. खाद्य विभाग ने भी अपील की है कि ये फोर्टिफाइड राइस है. प्लास्टिक के चावल की कहीं पुष्टि अब तक नहीं हुई है

Last Updated :Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
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