रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना काल के दौरान सुप्रीम कोर्ट के निर्देश से कैदियों को पैरोल पर छोड़ा (Prisoners were released on parole during the Corona period in chhattisgarh) गया. शर्त थी कि महामारी कंट्रोल में आते ही सारे कैदी वापस जेलों में आएंगे और सजा पूरी करेंगे.लिहाजा प्रदेश की जेलों से बंदियों को पैरोल दी गई.लेकिन जब बीमारी कंट्रोल हुई तो कई कैदी शर्त के अनुसार वापस आ गए. वहीं कुछ अब भी वापस नहीं लौटे हैं. प्रदेश की 5 केंद्रीय जेलों में से चार जेलों से मिली जानकारी के मुताबिक उस दौरान इन जेलों से 1274 बंदियों को छोड़ा (Prisoners were released on parole in Chhattisgarh) गया. जिसमें से 22 बंदी अब तक लौटकर जेलों में नहीं आए हैं. इसे लेकर जेल प्रबंधन ने संबंधित थानों को पत्र लिखकर इन्हें गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं.
कितने कैदियों को मिली पैरोल : देश के साथ ही छत्तीसगढ़ में भी कोरोना सुनामी बनकर आई थी. इस दौरान कोरोना के गाइडलाइन को ध्यान में रखकर कई दिशा निर्देश दिए गए. कैदियों को छोड़ने के निर्देश के तहत हजारों की संख्या में कैदियों को कुछ दिनों के लिए राहत दी गई. रायपुर सेंट्रल जेल से इस दौरान 256 कैदियों को, बिलासपुर सेंट्रल जेल से 600, अंबिकापुर से 218 और दुर्ग जेल से 200 बंदियों को पैरोल दिया गया. प्रदेश के पांचवे सेंट्रल जेल जगदलपुर से भी कैदियों को पैरोल पर छोड़ा गया था, लेकिन संख्या की जानकारी नहीं मिल पाई (Many prisoners did not return after the end of parole in Chhattisgarh) है.
कहां से कितने लौटे : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के केंद्रीय जेल से 256 कैदियों को पैरोल (Raipur Central Jail) दिया गया था. इसमें से अब तक दो कैदी लौटकर नहीं आए हैं. दोनों कैदी खरोरा इलाके से हैं. इन कैदियों के संबंध में जेल प्रशासन ने खरोरा पुलिस को पत्र लिखा है. बिलासपुर सेंट्रल जेल (Bilaspur Central Jail) से छोड़े गए 600 मे से 588 कैदी वापस जेल लौट चुके हैं. 12 कैदियों की वापसी अब तक नहीं हुई है. सरगुजा संभाग के अंबिकापुर सेंट्रल जेल (Ambikapur Central Jail)से भी कैदियों को पैरोल पर छोड़ा गया था. यहां 218 में से 8 कैदी नहीं लौटे हैं. यह आंकड़ा 30 जून 2022 तक का है. इसी तरह दुर्ग जेल की बात करें तो यहां करीब 200 कैदियों को पैरोल मिला था, जो लौटकर वापस जेल आ गए हैं. केवल एक कैदी को पुलिस ने पकड़कर जेल प्रबंधन को सौंपा गया.
अंतरिम जमानत पर भी छोड़े गए : छत्तीसगढ़ में कुल 5 केंद्रीय जेल हैं. इसके अलावा 12 जिला और 16 उप जेल हैं. केंद्रीय जेलों के अलावा इन जेलों में भी बंदियों को राहत दी गई थी. इसके तहत इन जेलों के बंदियों को अंतरिम जमानत पर छोड़ा गया था. इनकी संख्या और वापसी की पुख्ता जानकारी नहीं है. जानकार बताते हैं कि अंतरिम जमानत पर जेल के बाहर गए ज्यादातर बंदियों ने कोर्ट से अपनी जमानत करवा ली है. ऐसे में इन बंदियों की निश्चित संख्या की जानकारी जेल प्रबंधन के पास भी नहीं है.
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क्या कहते हैं अफसर : इस मामले को लेकर जेल डीजी संजय पिल्लई का कहना है कि '' पैरोल पर छोड़े गए ज्यादातर कैदी लौट आए हैं, जो कैदी नहीं लौटे हैं. उस संबंध में जेलों के माध्यम से संबंधित थानों को पत्र भेजा गया है.''