ETV Bharat / city

Swachhta Award 2021: राष्ट्रपति के हाथों मुख्यमंत्री बघेल ने ग्रहण किया स्वच्छता अवार्ड

author img

By

Published : Nov 20, 2021, 12:34 PM IST

Updated : Nov 25, 2021, 1:09 PM IST

छत्तीसगढ़ को स्वच्छ अमृत महोत्सव (clean nectar festival) कार्यक्रम में सबसे स्वच्छ राज्य श्रेणी में पुरस्कृत किया गया है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों अवार्ड ग्रहण किया. इस सम्मान समारोह (felicitation ceremony) में प्रदेश के सर्वाधिक 61 नगरीय निकायों को भी उत्कृष्ट प्रदर्शन ( Urban bodies also excelled) के लिए विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार दिये गए हैं. कार्यक्रम में आवासन और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी, राज्य मंत्री कौशल किशोर भी शामिल रहे.

Bhupesh Baghel received cleanliness award
भूपेश बघेल ने ग्रहण किया स्वच्छता अवार्ड

रायपुरः छत्तीसगढ़ को स्वच्छ अमृत महोत्सव कार्यक्रम में सबसे स्वच्छ राज्य श्रेणी में पुरस्कृत किया गया है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों अवार्ड ग्रहण किया. इस सम्मान समारोह में प्रदेश के सर्वाधिक 61 नगरीय निकायों को भी उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार दिये गए हैं. कार्यक्रम में आवासन और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी, राज्य मंत्री कौशल किशोर भी शामिल रहे.

भूपेश बघेल ने ग्रहण किया स्वच्छता अवार्ड

तीसरी बार छत्तीसगढ़ साफ-सफाई में अव्वल

भारत सरकार के आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय (Ministry of Housing and Urban Affairs) द्वारा हर साल देश के समस्त शहरों एवं राज्यों के मध्य स्वच्छता सर्वेक्षण का आयोजन किया जाता है. इसमें विभिन्न मापदंडों के अंतर्गत शहरी स्वच्छता का आकलन (urban sanitation assessment) किया जाता है. मुख्य रूप से घर-घर से कचरा एकत्रीकरण, कचरे का वैज्ञानिक रीति से निपटारा, खुले में शौच मुक्त शहर, कचरा मुक्त शहर आदि का थर्ड पार्टी के माध्यम से आकलन करते हुए नागरिकों के फीडबैक को भी इसमें शामिल किया जाता है. इसी आधार पर राज्यों एवं शहरों की रैंकिंग (Ranking of states and cities) जारी कर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले राज्यों तथा शहरों को पुरस्कृत किया जाता है.

swakchhata Survey 2021: स्वच्छता सर्वेक्षण में फिर मारी बाजी, अपनी कैटेगरी में देश में दूसरा स्थान

किया जाता है स्वच्छता दीदियों के हाथों 1600 टन कचरे का संग्रहण

छत्तीसगढ़ देश का ऐसा एक मात्र प्रदेश है. जहां पर नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाड़ी के सिद्धांतों के अनुरूप 9000 से अधिक स्वच्छता दीदियों द्वारा घर-घर से 1600 टन गीला एवं सूखा कचरा इक्टठा (1600 tons of wet and dry waste collected) किया जाता है. फिर इसका वैज्ञानिक रीति से निपटारा किया जाता है. इसके अलावा भारत सरकार की ओर से छत्तीसगढ़ को देश का प्रथम ओडीएफ प्लस राज्य घोषित किया गया है, जो सूबे के लिए बड़ी उपलब्धि है.


नई दिल्ली में पुरस्कार ग्रहण करने मुख्यमंत्री के साथ ही शहरी विकास मंत्री शिव कुमार डहरिया, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, विभाग की सचिव अलरमेलमंगई डी, आवासीय आयुक्त एम गीता, स्वच्छ भारत मिशन के डायरेक्टर सौमिल रंजन चौबे आदि समारोह में उपस्थित रहे.

नगर निगमों को मिला पुरस्कार
स्वच्छता सर्वेक्षण, गार्बेज फ्री सिटी के लिए रायपुर के महापौर एजाज ढेबर, अम्बिकापुर महापौर अजय तिर्की, भिलाई चरोदा के महापौर चंद्रकांत मांडले, बिलासपुर महापौर रामशरन यादव, चिरमिरी की महापौर कंचन जयसवाल, रायगढ़ महापौर जानकी अमृत काटजू, कोरबा महापौर राजकिशोर प्रसाद, राजनांदगांव महापौर हेमासुदेश देशमुख, दुर्ग महापौर धीरज बकलीवाल के साथ ही नगर निगम के आयुक्त, नगर पालिका अध्यक्ष, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नोडल अधिकारियों ने पुरस्कार ग्रहण किया.

गांव की मिट्टी में पले-बढे होनहारों ने किया नैना पीक फतह, यशवंत और पल्लवी बने जिले के पहले माउंटेनियर

छत्तीसगढ़ के सर्वाधिक निकाय पुरस्कृत
छत्तीसगढ़ ने स्वच्छता के क्षेत्र में अपना परचम लहराते हुए देश के स्वच्छ्तम राज्य के अपने दर्जे को बरकरार रखते हुए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है. छत्तीसगढ़ को न सिर्फ राज्य के रूप में, बल्कि यहां के 61 शहरी निकायों को भी उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया गया. छत्तीसगढ़ ऐसा राज्य है जिसके सबसे ज्यादा निकाय पुरस्कृत किए जा रहे हैं. स्वच्छता के मामले में छत्तीसगढ़ वर्ष 2019 एवं 2020 में भी अग्रणी राज्य रहा है.

इस तरह स्वच्छता में छत्तीसगढ़ ने मारी बाजी
स्वच्छता के क्षेत्र में राष्ट्रपति द्वारा दिए जाने वाले 239 पुरस्कारों में से 67 पुरस्कार छत्तीसगढ़ से संबंधित हैं. यह बड़ी उपलब्धि है. इस सफलता के पीछे 10 हजार से अधिक स्वच्छता दीदीयां हैं. गांवों के 7 हजार 500 से अधिक गौठानों में लगभग 5 हजार स्व-सहायता समूहों की 70 हजार महिलाएं विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से पर्यावरण को बेहतर बनाने में जुटी हुई हैं. नरवा-गरवा-घुरवा-बारी कार्यक्रम से स्वच्छता अभियान को जोड़ा. सिंगल यूज प्लास्टिक बैन पर जोर दिया. 6-R पॉलिसी यानी रीथिंक, रियूज, रिसाइकिल, रिपेयर, रिड्यूस, रिफ्यूज के आधार पर काम किया. इससे नए अपशिष्ट बनने की मात्रा कम होने लगी.

बस्तियों में सामुदायिक और सार्वजानिक शौचालय बनाए.मानव मल प्रबंधन के लिए फिकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जहां सीवर का पानी ट्रीट होता है. लोगों को जागरुक करने के लिए स्वच्छता दीदियों ने डोर-टू-डोर जाकर लोगों को गीला-सूखा कचरा अलग रखने के लिए प्रशिक्षण दिया. नागरिकों की स्वच्छता संबंधी शिकायतों को 24 घंटे के अंदर निपटान के लिए टोल फ्री नम्बर 1100 की व्यवस्था की गई. गूगल से सभी सार्वजानिक एवं सामुदायिक शौचालयों को जोड़ा गया ताकि लोग अपने आस-पास के शौचालय को फोन पर ही सर्च कर सकें. गोधन न्याय योजना से सफाई और आमदनी दोनों बढ़ी.

Last Updated : Nov 25, 2021, 1:09 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.