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Third Monday of Sawan 2022: सावन के तीसरे सोमवार पर फूलों से सजे स्वयंभू शिव

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Published : Aug 1, 2022, 12:41 PM IST

glory of Swayambhu Shiva temple at Sirgitti
सावन का तीसरा सोमवार

Sirgitti Swayambhu Shiva: सावन के तीसरे सोमवार पर बिलासपुर के सिरगिट्टी में स्वयंभू शिव को फूलों और रुद्राक्ष से सजाया गया. बताया जाता है कि तालाब के किनारे मेड़ पर शिवलिंग मिला था जिसके बाद वहीं मंदिर बना दिया गया. तब से स्वयंभू शिव लोगों की आस्था का केंद्र है.

बिलासपुर: शहर के सिरगिट्टी के वार्ड नंबर 10 स्थित प्राचीन स्वंयम्भू मंदिर में श्रावण मास के तीसरे सोमवार पर शिव भक्तों ने महाकालेश्वर महाराज का अद्भुत श्रृंगार किया. फूलों से बाबा को सजाया गया. सिरगिट्टी के इस मंदिर में पूरे सावन भगवान भोलेनाथ का अलग-अलग श्रृंगार किया जाता है. कभी भभूत से तो कभी फूलों और रुद्राक्ष से बाबा का श्रृंगार कर रुद्राभिषेक किया जाता है. (glory of Swayambhu Shiva temple at Sirgitti)

मंदिर के महाराज निखिल तिवारी ने बताया " किसी भी समय रुद्राभिषेक करना काफी शुभ फलदायी होता है. लेकिन सावन माह में इसका महत्व कई गुना बढ़ जाता है. शिवपुराण के रुद्रसंहिता में बताया गया है कि रुद्राभिषेक में भगवान शिव का पवित्र स्नान कराकर पूजा-अर्चना की जाए तो सनातन धर्म में इसे सबसे प्रभावशाली पूजा मानी जाती है. जिसका फल तुरंत मिलता है. इससे भगवान शिव प्रसन्न होकर भक्तों के सभी कष्टों को दूर करते हैं. जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है."

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सावन में शिव का मनमोहक रूप देखने आते हैं श्रद्धालु: क्षेत्रवासियों की खुशहाली की कामना करते हुए भृगु अवस्थी ने बताया " हर रोज शिवमंदिर में लोग पहुंचते हैं लेकिन सावन के पूरे महीने यहां भक्तों की काफी भीड़ रहती है. हर सोमवार को यहां दर्शनार्थियों का रेला लगा रहता है. दूर दूर से लोग भगवान के मोहक रूप के दर्शन करने पहुंचते हैं.

तालाब किनारे मिले थे स्वयंभू शिव: स्थानीय लोगों की माने तो साल 1963 में तालाब के मेड़ पर एक शिवलिंगनुमा आकार का पत्थर देखा गया. गांववालों ने उसे निकालने की बहुत कोशिश की लेकिन शिवलिंग हिला तक नहीं. जिसके बाद लोगों ने वहां पूजा अर्चना शुरू कर दी. लोगों की मान्यता लगातार बढ़ती चली गई और सबने पैसे इकट्ठे कर छोटा सा मंदिर बना दिया. अब तक मंदिर का दो बार जीर्णोद्धार किया जा चुका है.

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