बगहा: पश्चिम चंपारण जिले के बगहा के नौरंगिया दरदरी पंंचायत में पहाड़ी नदी भपसा ने इस वर्ष दर्जनों बार अपना उग्र तेवर दिखाया. लोगों की फसल तो बर्बाद हो ही गई है, उनके घर आंगन तक बाढ़ की चपेट में आ गए. लिहाजा बार-बार बाढ़ व कटाव का प्रकोप झेल रहे ग्रामीणों ने वन देवी व गंगा मैया का सामूहिक पूजन का आयोजन किया.
ये भी पढ़ें- बगहाः साधु ने दो बेटियों के सामने ही फड़से से काट दिया महिला का सिर
पचफेड़वा गांव के लोगों की पहल पर आयोजित इस पूजन कार्यक्रम में बच्चों समेत महिलाओं ने भी भारी संख्या में हिस्सा लिया. गांव के गुमास्ता भानदेव खतईत ने बताया कि इस जनजाति बहुल इलाके के लोग वनदेवी की कृपा से ही सुरक्षित रहते हैं. लिहाजा, वनदेवी की पूजा कर गांवों की कुशलता की कामना की गई.
ये भी पढ़ें- बिहार पुलिस एसोसिएशन का चुनाव सम्पन्न, निर्विरोध चुने गए सभी प्रत्याशी
साथ ही पहाड़ी नदी भपसा का प्रकोप यहां के लोगों ने इस वर्ष बुरी तरह झेला है. चालू बरसात के ही दौरान तीन बार लोगों को बाढ़ का सामना करना पड़ा है. भपसा का बांध लगातार टूटने से विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है. इस वर्ष बाढ़ कटाव से जितनी परेशानी हुई, इससे पहले कभी नहीं हुई थी.
इसी वजह से ग्रामीणों द्वारा नदी किनारे कटाव स्थल पर ही वनदेवी की पूजा अर्चना के बाद पूरी श्रद्धा के साथ गंगा मैया की पूजा अर्चना की गई. गांव को नदी के प्रकोप से बचाने के लिए मनुहार लगाई गई. इस पूजा-अर्चना के साथ-साथ 24 घंटे के कीर्तन का भी आयोजन किया गया.
ये भी पढ़ें- VIDEO: पोखर में महीने भर से मछलियों की दावत उड़ा रहा था मगरमच्छ, लोगों ने रिस्क उठाकर पकड़ा
बच्चों समेत तमाम ग्रामीणों ने पूजा स्थल पर उपस्थित रहकर 12 घंटे का निर्जला उपवास रखा और सबसे पहले 9 कन्याओं की पूजा की गई. भैरवनाथ को खीर-पूरी समर्पित की गई. उसके पश्चात खीर-पूरी का प्रसाद श्रद्धालु महिलाओं, पुरुषों समेत बच्चे-बच्चियों के बीच वितरित किया गया.
ये भी पढ़ें- VIDEO: हाजत में बंद शराब कारोबारियों को 25 हजार लेकर पुलिसकर्मी ने भगाया, आरोपी ने खुद किया खुलासा
ये भी पढ़ें- नहर में पूजन सामग्री का विसर्जन कर रही थी लड़की, तभी.. पैर फिसला और डूबकर हो गई मौत