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बोले वशिष्ठ नारायण सिंह- 'पार्टी संविधान से चलती है मेंबरी से नहीं, नीतीश कुमार ही हैं हमारे सर्वमान्य नेता'

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Published : Feb 16, 2022, 3:06 PM IST

bihar jdu leader controversy
bihar jdu leader controversy

बिहार जदयू के नेताओं के बीच कंट्रोवर्सी ( Bihar JDU Leader Controversy) पर पार्टी के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि पार्टी के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार है. पार्टी संविधान से चलती है मेंबरी से नहीं.

पटना: बिहार की सत्ताधारी दल जदयू में इन दिनों दिग्गज नेताओं आरसीपी सिंह, ललन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा की कंट्रोवर्सी खूब चर्चा में है. चाहे विशेष राज्य का दर्जा का मुद्दा हो या फिर पार्टी संगठन को लेकर कामकाज की बात हो, आरसीपी सिंह की राय अलग है तो वहीं ललन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा (Tension between RCP Singh and Lalan Singh) की राय अलग. लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह (vashistha narayan singh On Lalan Singh ) का कहना है कि, पार्टी में नीतीश कुमार ही सर्वमान्य नेता हैं. पार्टी संविधान से ही चलेगी और यदि कोई मेंबरी के लिए अभियान चलाता है तो वह भी गलत नहीं है.

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विशेष राज्य के दर्जे के मुद्दे पर पार्टी में एक राय नहीं होने पर जदयू के वरिष्ठ नेता और सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह (vashistha narayan singh On special status for bihar) ने खास बातचीत में कहा है कि, विशेष राज्य के दर्जे के मुद्दे पर पार्टी की राय साफ है. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए. कुछ लोगों की राय पार्टी में अलग हो सकती है. लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष का बयान ही अधिकारिक रूप से माना जाएगा.

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केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (vashistha narayan singh On RCP Singh) मुख्यमंत्री के जन्मदिन पर विशेष अभियान शुरू कर रहे हैं और इसको लेकर भी ललन सिंह के बयान से कंट्रोवर्सी पैदा हो रही है. इस पर वशिष्ठ नारायण सिंह का कहना है कि, पार्टी में मेंबरी अनवरत चलती है. लेकिन पार्टी संगठन के कामकाज को लेकर खास अवधि के लिए महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी दी जाती है और इसलिए पार्टी का कामकाज पार्टी संविधान के अनुसार ही चलेगा. इस मामले में आरसीपी सिंह ही बेहतर ढंग से बता सकते हैं. लेकिन मेंबरी चलाते हैं तो पार्टी के लिए यह कोई दुखद वाली बात नहीं है. यह तो अच्छी बात है जितना अधिक मेंबर पार्टी में बन सके अच्छा है.

"मेंबरी अनवरत चलती रहती है. इसकी अवधि होती है. पार्टी के नए लोगों को भी मेंबरी दिलवाते हैं. ऐसे सवालों का जवाब तो आरसीपी सिंह से करना चाहिए. हमें उनके अभियान के बारे में कोई जानकारी नहीं है. पार्टी में सर्वोच्च नीतीश कुमार हैं. वही सर्वमान्य है. नीतीश का निर्णय ही सर्वमान्य होगा. पार्टी में सबकुछ ठीक ढंग से चल रहा है."- वशिष्ठ नारायण सिंह, वरिष्ठ नेता, जदयू

पार्टी में दिग्गज नेताओं के बीच मतभेद पर वशिष्ठ नारायण सिंह का कहना है कि, पार्टी में नीतीश कुमार सर्वमान्य नेता हैं और उसको लेकर कोई मतभेद नहीं है. नीतीश कुमार का ही फैसला अंतिम होता है. ऐसे पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष को जिम्मेवारी दी जाती है और इसलिए पार्टी संविधान के हिसाब से ही चलता है.

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केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के बीच मनमुटाव लगातार बढ़ रहा है. उत्तर प्रदेश चुनाव से ही मतभेद साफ दिखने लगा था. ललन सिंह के साथ पार्टी के संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (vashistha narayan singh On Upendra Kushwaha) दिख रहे हैं. एक तरह से ललन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा फिलहाल एक साथ हैं. वहीं दोनों आरसीपी सिंह को लगातार घेरने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन आरसीपी सिंह ने भी पटना में शक्ति प्रदर्शन के साथ 1 मार्च से अभियान चलाने की घोषणा कर दी है.

हालांकि वशिष्ठ नारायण सिंह न तो आरसीपी सिंह के खिलाफ कुछ बोल रहे हैं और ना ही ललन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ ही. वशिष्ठ नारायण पार्टी के शीर्ष नेताओं का बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन देखने वाली बात होगी कि आरसीपी सिंह 1 मार्च से जब अभियान शुरू करेंगे तो पार्टी के शीर्ष नेता इसको किस ढंग से लेते हैं.

बता दें कि, बिहार विधानसभा चुनाव के बाद से ही आरसीपी सिंह और ललन सिंह के बीच अंदरखाने में वर्चस्व की लड़ाई चल रही है.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने जेडीयू (JDU) में आमूलचूल परिवर्तन करते हुए कुर्मी और कुशवाहा को एकजुट करने की कोशिश की तो वहीं संगठन स्तर पर भी बड़े बदलाव किए. इस बीच ललन सिंह ने आरसीपी सिंह के समय बनाए गए सभी प्रकोष्ठों और इकाई को भंग करवा दिया था. तभी से गुटबाजी का खेल पार्टी के अंदर जारी है.

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