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नीतीश का हेमंत को जवाब, 'राजनैतिक लाभ के लिए ऐसी बोली ठीक नहीं'

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Published : Sep 20, 2021, 3:41 PM IST

Updated : Sep 20, 2021, 4:17 PM IST

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने कहा कि पता नहीं झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन (Jharkhand CM Hemant Soren) ने भाषा को लेकर ऐसी बातें क्यों कही. सीएम ने कहा कि हो सकता है इससे उनको कोई राजनीतिक लाभ हो, लेकिन हमलोगों के मन में झारखंड के प्रति पूरा प्रेम और सम्मान है.

नीतीश कुमार
नीतीश कुमार

पटना: भोजपुरी और मगही भाषा (Bhojpuri and Magahi Language) को लेकर झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन (Jharkhand CM Hemant Soren) के आपत्तिजनक बयान पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों के लोगों के मन में एक-दूसरे के प्रति अटूट प्रेम और श्रद्धा है, लेकिन पता नहीं क्यों राजनीतिक तौर पर लोग ऐसी बातें क्यों बोलते हैं.

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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के लोग भी झारखंड के लोगों से बहुत स्नेह करते हैं और झारखंड के लोग भी बिहार के लोगों से उतना ही प्रेम करते हैं. उन्होंने कहा कि आखिर दोनों राज्य तो पहले एक ही था ना, 2000 में ना अलग राज्य बना है. आज भी झारखंड और बिहार में किसी तरह का कोई अलगाव नहीं हुआ है.

नीतीश कुमार का बयान

सीएम ने कहा कि कोई भी लैग्वेंज बोलने वाला किसी एक ही जगह नहीं रहता है. यूपी में बिहार की भाषा, बिहार में बंगाल की भाषा और इसी तरह हर जगह अलग-अलग लैग्वेंज बोलने वाले लोग रहते हैं. ऐसे में भाषा पर कुछ भी टिप्पणी करते रहना ठीक बात नहीं है.

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नीतीश कुमार ने कहा कि भाषा को लेकर बोलने से पहले सोचना चाहिए. मेरी समझ में ये सब ठीक नहीं है, लेकिन सबकी अपनी इच्छा है. पता नहीं शायद उनको (हेमंत सोरेन) इसका कोई लाभ मिलने वाला है तो लाभ लेते रहें. हम लोग ऐसी बातें बिल्कुल नहीं सोचते. हम सब के मन में झारखंड के लिए प्रेम और सम्मान का भाव है.

आपको बता दें कि एक इंटरव्यूह के दौरान हेमंत सोरेन ने कहा था कि भोजपुरी और मगही बोलने वाले लोग डोमिनेटिंग नेचर यानी वर्चस्‍व चाहने वाला होता है. उन्होंने कहा कि अविभाजित बिहार में झारखंड की महिलाओं के साथ गलत काम करने वाले ये भाषाएं बोलते थे. झारखंड के आंदोलन के वक्‍त भोजपुरी में गालियां दी जाती थीं. उन्‍होंने कहा कि इन दोनों भाषाओं का झारखंड के आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है और ये बिहार की भाषाएं हैं.

Last Updated :Sep 20, 2021, 4:17 PM IST
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