मुजफ्फरपुर: पूरे बिहार में मानसून सक्रिय हो गया है. खासकर, उत्तर बिहार में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है. मानसूनी बारिश ने आम के किसानों की समस्या को दोगुना कर दिया है. बेमौसम बारिश, आंधी, ओलावृष्टि और कोरोना महामारी की वजह से किसान लीची की बागवानी में भी काफी नुकसान उठा चुके हैं. ऐसे में जिले के किसानों की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है.
मानसून की बारिश भी किसानों पर कहर बरपा रही है. इसकी वजह से बगीचे में पेड़ पर मौजूद आम के फल काले होकर सड़ने लगे हैं जिससे किसान बेहद मायूस हैं. इस बार मुजफ्फरपुर में लीची और आम की मिठास पूरी तरह फीकी पड़ती दिखाई दे रही है. आम की अच्छी फसल से किसान लीची के नुकसान की भरपाई की उम्मीद लगाए बैठे थे. लेकिन किसानों के मनसूबे पर मानसून ने पानी फेर दिया है. बारिश की वजह तैयार आम को भारी नुकसान हुआ है. बाग ठेकेदारो के अनुसार कई पेड़ो पर 50 प्रतिशत से ज्यादा आम खराब हो गए हैं.
लीची के बाद आम में नुकसान
आम के तैयार फसल के नुकसान होने की वजह बाजार में कच्चे आम के अच्छे दाम मिलने के बाद भी किसान खुश नहीं है. किसानों का कहना है कि कड़ी मेहनत से फसल तैयार हुई थी लेकिन लगातार हो रही बारिश से आम में कीड़े लग रहे हैं. पहले लीची और अब आम में हो रहा नुकसान किसानों के सामने मुश्किल खड़ा कर रही है. ऐसे में किसान सरकार से फसल में हुए नुकसान की भरपाई की मांग कर रहे हैं.