कैमूर: पंचायत वार्ड सचिव संघ का एक दिवसीय धरना, 3 सूत्री मांग नहीं मानने पर अमरण अनशन की चेतावनी

author img

By

Published : Nov 28, 2021, 1:59 PM IST

पंचायत वार्ड सचिव संघ का एक दिवसीय धरना

पंचायत वार्ड सचिव संघ कैमूर के तत्वाधान में जिला समाहरणालय के समक्ष तीन सूत्री मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया. वार्ड सदस्यों की मांग है कि उनको सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए. दूसरा वार्ड सचिव को स्थाई किया जाए. पढ़िए पूरी खबर..

कैमूर (भभुआ): पंचायत वार्ड सचिव संघ बिहार (Panchayat Ward Secretary Bihar) के तत्वाधान में 3 सूत्री मांगों को लेकर कैमूर जिला समाहरणालय (Kaimur District Collectorate) के समक्ष धरना दिया गया. संघ की तरफ से बिहार के सभी जिला मुख्यालय पर शांतिपूर्ण एक दिवसीय धरना दिया गया.

ये भी पढ़ें- बिहार के विश्वविद्यालयों में भ्रष्टाचार पर नीतीश सरकार और राजभवन में बढ़ सकता है टकाराव

पंचायत वार्ड सचिव संघ कैमूर के जिला सचिव राधेश्याम चौरसिया ने बताया कि बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से चलने वाला है. इसको देखते हुए अपनी मांगों को पूरा करने के लिए धरना प्रदर्शन किया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि हमारी 3 सूत्री मांगों को जोरदार तरीके से उठाया जा सके, हमारी मांग है कि वार्ड सचिव को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए. दूसरा वार्ड सचिव को स्थाई किया जाए. तीसरा वार्ड सचिव को उचित मानदेय दिया जाए.

'बिहार के सभी जिले में पंचायत वार्ड सचिव दसवीं पास योग्यता के आधार पर पूरे बिहार में लगभग 11,4691 वार्ड सचिव का चयन माननीय मुख्यमंत्री जी के आदेश पर किया गया था. दसवीं पास योग्यता के आधार पर प्रतिनियुक्ति वार्ड सचिव कर्मी को पिछले 5 वर्षों से कार्यरत मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के धरातल पर लाने में वार्ड सचिव की महत्वपूर्ण भूमिका है.' : राधेश्याम चौरसिया, जिला सचिव, पंचायत वार्ड सचिव संघ कैमूर

ये भी पढ़ें- कोरोना के नये वेरिएंट्स को लेकर बिहार अलर्ट : CM नीतीश की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की बैठक

उन्होंने कहा कि साथ ही स्वच्छता अभियान एवं कोरोना महामारी में भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है. परंतु कार्यों के उपरांत 11,4691 वार्ड सचिवों को अभी तक एक रुपए का भी किसी प्रकार का मानदेय या भत्ता बिहार सरकार के द्वारा नहीं दिया गया है. स्थिति ऐसी हो गई है कि हम लोगों को कर्ज लेकर परिवार का भरण-पोषण एवं बच्चों की पढ़ाई-लिखाई पर खर्च उठाना पड़ रहा है.

ये भी पढ़ें- सेना के जवान को जाम छलकाना पड़ा महंगा, पुलिस ने शराब पीते रंगे हाथ किया गिरफ्तार

ये भी पढ़ें- वाह रे सुशासन: यहां सर्किल इंस्पेक्टर पत्नी के बदले पति लगाते हैं जनता दरबार

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.