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Gopalganj News: ट्रेनिंग सेंटर में ATS की जांच में PFI और बांग्लादेश कनेक्शन नहीं, डाटाबेस की हो रही जांच

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 15, 2023, 8:32 AM IST

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बिहार के गोपालगंज में एटीएस की कार्रवाई में पीएफआई और बांग्लादेश कनेक्शन सामने नहीं आया है. जिले के एसपी ने इसकी पुष्टि की है. हालांकि युवक से बरामद लैपटॉप और मोबाइल की छानबीन की जा रही है.

गोपालगंजः बिहार के गोपालगंज में ट्रेनिंग सेंटर में एटीएस की कार्रवाई में पुलिस ने खुलासा किया. इस जांच में पीएफआई और बांग्लादेश (Popular Front of India) कनेक्शन नहीं है. इसकी जानकारी गोपालगंज एसपी स्वर्ण प्रभात ने दी है. हालांकि युवक के पास के बरामद लैपटॉप और उसके मोबाइल की जांच की जा रही है, लेकिन पीएफआई और बांग्लादेश का कोई कनेक्शन नहीं है.

यह भी पढ़ेंः Bihar News: बिहार के गोपालगंज में संदिग्ध ट्रेनिंग सेंटर की जांच के लिए पहुंची ATS की टीम, क्या है आयुर्वेद कनेक्शन ?

ट्रेनिंग सेंटर में छापेमारीः बता दें कि जिले जादोपुर रोड स्थित किराए के मकान में एक ट्रेनिंग सेंटर चलने की सूचना मिली थी. बुधवार को गोपालगंज पहुंची एटीएस (Anti Terrorism Squad) की टीम ने युवकों से जब्त की गई मोबाइल और लैपटॉप की जांच की. विभिन्न पहलुओं पर जांच पड़ताल के बाद यह पाया की शुरुआती जांच में पीएफआई और बांग्लादेश कनेक्शन नहीं है. पुलिस ने मोबाइल और लैपटॉप को डिकोड कर डाटा एनालिसिस करने का काम शुरू कर दिया है. संभावना है कि डाटा जांच के बाद कई राज सामने आ सकते हैं.

"ATS की जांच में PFI और बांग्लादेश कनेक्शन सामने नहीं आया है, लेकिन जब्त मोबाइल और लैपटॉप के डाटा की जांच जारी है. जांच के बाद ही अन्य मामलों में खुलासा हो सकता है." -स्वर्ण प्रभात, एसपी, गोपालगंज

चार पांच माह से जिले में रह रहा है युवकः दरअसल, इस संदर्भ में स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले चार पांच माह के पूर्व से ही जादोपुर रोड स्थित स्थित विभिन्न किराए के मकान में युवक रहते हैं. जो किसी चीज की ट्रेनिंग लेते हैं. युवक अलग-अलग भाषा में भी बात करते हैं. ट्रेनिंग लेने वाले एक भी युवक स्थानीय नहीं हैं, बल्कि ये जिले के बाहर के रहने वाले हैं. लेकिन सोमवार को जब पुलिस ने छापामारी की तब हम लोगो को जानकारी हुई.

ज्यादा कीमत पर खरीदते थे सिलेंडरः युवक किराए के मकान मालिक को मुंह मांगा रेंट भी देते थे. सिलेंडर भी 1200 की जगह 1800 में खरीदते थे. जादोपुर रोड स्थित एक चाय के दुकान वाले ने बताया कि जब मैं गैस लेने के लिए गया था तो दुकानदार ने 1800 रुपए की मांग की. उसने बताया की यहां रहने वाले युवक 1800 में गैस सिलेंडर लेता है तो मैं कम कीमत पर क्यों दूं?

प्रोडक्ट की ट्रेनिंग लेने की बात कहीः इस संदर्भ में सेंटर पर रहने वाले पूर्णिया जिले के युवक ने बताया की हम लोग प्रोडक्ट की ट्रेनिंग लेते हैं, जिसमे यह बताया जाता है को अपना प्रोडक्ट कैसे बेचना है. इस कार्य को लेकर 6 से 7 हजार की कमाई हो जाती है. इससे स्पष्ट होता है कि मकान मालिक को मुंह मांगे पैसे गैस सिलेंडर का रेट से ज्यादा पैसे देकर लेना और कमाई इतनी कम कैसे संभव है? दूसरी बात यह आखिर 6 से 7 हजार रुपए के लिए अपने जिले से इतनी दूर क्यों आयेंगे?

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