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चीफ जस्टिस के नाम पर फर्जीवाड़े मामले में IPS आदित्य कुमार की जमानत याचिका पर फैसला सुरक्षित

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Published : Dec 2, 2022, 2:50 PM IST

Updated : Dec 4, 2022, 2:58 PM IST

शुक्रवार को निलंबित आईपीएस अधिकारी आदित्य कुमार की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई (Hearing on Aditya Kumars anticipatory bail plea) हुई. दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है. आने वाले 2 दिनों के अंदर फैसला सुनाया सकता है. पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के नाम पर डीजीपी समेत अन्य अफसरों को फोन करने के मामले में आदित्य कुमार के खिलाफ 4 नवंबर को वारंट जारी किया गया था.

आदित्य कुमार
आदित्य कुमार

गया: शुक्रवार को फरार चल रहे गया के निलंबित आईपीएस अधिकारी आदित्य कुमार की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई हुई. दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख (Gaya Civil Court reserves order on Aditya Kumars ) लिया है. चीफ जस्टिस के नाम पर फर्जीवाड़े मामले में IPS आदित्य कुमार निलंबित हैं. शराब से जुड़े मामले में गया के फतेहपुर में एक वर्ष पूर्व IPS पर FIR दर्ज हुई थी. हाईकोर्ट को DGP ने मिस्टेक ऑफ लॉ की रिपोर्ट सौंपी थी. आदित्य कुमार के वकील का कहना है कि निचली अदालत से न्याय नहीं मिलने पर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.

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कोर्ट में रखी दलीलः आईपीएस आदित्य कुमार के एडवोकेट एसडी संजय ने बताया कि न्यायालय के समक्ष उन्होंने अपनी सारी बातों को रखा है. उन्होंने कहा कि कैसे बिहार पुलिस के मुखिया एक फर्जी व्यक्ति के झांसे में आ सकते हैं. दरअसल आदित्य कुमार का लंबा करियर है उन्हें बदनाम किया जा रहा है. क्या माना जाए कि कोई भी व्यक्ति 40 से 50 बार फोन करके डीजीपी को गलत करने के लिए दबाव बना सकता है. उन्होंने बताया कि एंटीसिपेटरी बेल के लिए उन्होंने सिविल कोर्ट में याचिका दायर की है, जिस पर सुनवाई के बाद न्यायालय ने फैसला सुरक्षित रख लिया है. आने वाले 2 दिनों के अंदर फैसला सुनाया सकता है.

क्या है मामलाः दरअसल पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के नाम पर डीजीपी समेत अन्य अफसरों को फोन करने के मामले में आदित्य कुमार के खिलाफ 4 नवंबर को वारंट जारी किया गया था. गिरफ्तारी के लिए आर्थिक अपराध इकाई ने डीएसपी रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन भी किया गया है. आर्थिक अपराध इकाई के विशेष सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार जालसाजी के मामले में अभिषेक अग्रवाल की गिरफ्तारी के बाद आदित्य कुमार ने अपना मोबाइल बंद कर लिया है जिस वजह से उनका फोन लोकेशन भी नहीं मिल प्राप्त हो पा रहा है.

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पुलिस कर रही छापेमारीः वहीं डेढ़ महीने से फरार चल रहे आईपीएस आदित्य कुमार की गिरफ्तारी को लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी को लेकर लगातार आर्थिक अपराध इकाई और बिहार पुलिस छापेमारी कर रही है. जल्दी कामयाबी मिलेगी. सूत्रों के मुताबिक आदित्य कुमार बिहार और उत्तर प्रदेश में ही छिपे होने की आशंका है. वह उत्तरप्रदेश के मेरठ जिले के रहने वाले हैं. उत्तर प्रदेश में भी उनकी गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा चुकी है.

Last Updated :Dec 4, 2022, 2:58 PM IST
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