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जातीय जनगणना को नागमणि ने बताया जरूरी, कहा- 'पिछड़ा वर्ग और ओबीसी का मिले 52 फीसदी आरक्षण'

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Published : May 28, 2022, 8:23 PM IST

पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि
पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि

पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि (Former Union Minister Nagmani) ने बिहार में जातीय जनगणना को जरूरी बताया और कहा कि पिछड़ा वर्ग काे पर्याप्त आरक्षण मिलना चाहिए. जनसंख्या के आधार पर आरक्षण तय होना चाहिए. पिछड़ा वर्ग और ओबीसी का 52 फीसदी आरक्षण मिलना चाहिए. पढ़ें पूरी खबर.

पटना: बिहार में जातीय जनगणना (Caste Census in Bihar) को लेकर फिलहाल राजनीति गरमायी हुई है. आरजेडी इस मुद्दे को काफी जोरशोर से उठा रही है. इसी बीच जून को इस मुद्दे पर बिहार में सर्वदलीय बैठक होने वाली है. पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि कहना है कि जातीय जनगणना बहुत अहम (Caste Census Necessary in Bihar) है. पिछड़ा वर्ग के लोगों को पर्याप्त रिजर्वेशन मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव और सीएम नीतीश कुमार जातिगत जनगणना को लेकर कहा जो हंगामा कर रहे हैं, इसका कोई औचित्य नहीं है.

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लालू-नीतीश पर बरसे: नागमणि ने साफ-साफ कहा कि जनसंख्या के आधार पर आरक्षण (Reservation on population basis) मिलना चाहिए. देश में सवर्ण समाज की जनसंख्या 10 प्रतिशत है और उन को 10% आरक्षण मिल गया. आज की तारीख में पिछड़ा वर्ग और ओबीसी की आबादी 52 फीसदी है लेकिन उनको मात्र 27 प्रतिशत रिजर्वेशन मिला है. इस 27 प्रतिशत को बढ़ाकर प्रतिशत किया जाए. उसकी लड़ाई सबसे पहले लड़नी चाहिए लेकिन लालू प्रसाद और नीतीश कुमार इसी मुद्दे को भुना कर सत्ता में आना चाहते हैं. दोनों मिलकर रसगुल्ला खाना चाहते हैं.

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शुरू करेंगे आरक्षण की लड़ाई: उन्होंने कहा कि रिजर्वेशन अगर नहीं मिलता है तो जनता को क्या फायदा है. पिछड़ा वर्ग के जो 52 फीसदी लोग हैं, उनको क्या मिलने वाला है. आम जनता के बीच में लालू प्रसाद और नीतीश कुमार समाप्त हो चुके हैं. दोबारा क्रेडिट जमाने के लिए उनके बीच में जानबूझकर इस तरह का शिगूफा फैला रहे हैं. नागमणि ने बताया कि वे अगले 15 जून को 27% से 52% तक रिजर्वेशन की लड़ाई शुरू करेंगे. इसे जगदेव पथ के जगदेव स्मारक के पास आयोजित किया जाएगा.

बनेंगे लालू-नीतीश के विकल्प: यह पूछे जाने पर कि उन्होंने अपनी नई पार्टी की शुरुआत की है. वे लोगों के बीच क्या विकल्प लेकर जाएंगे? नागमणि ने बताया कि उनकी पार्टी के नाम का रजिस्ट्रेशन हो गया है। 10-12 जून तक फाइनल रजिस्ट्रेशन होकर आ जाएगा. जब नाम फाइनल हो जाएगा तो राजधानी में एक धमाकेदार आयोजन करके लोगों के बीच संदेश दे दिया जाएगा. जिससे जनता को यह विश्वास हो कि वास्तव में यह पार्टी लालू-नीतीश और बीजेपी का विकल्प है.

'लालू और नीतीश के 15-15 साल के शासन से राज्य की जनता पूरी तरीके से नाराज हो चुकी है. राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, लॉ एंड ऑर्डर सब कुछ चौपट हो चुका है. बेरोजगारी अपने चरम पर है. आम जनता के लिए यह चार पांच मुद्दे ही जरूरी हैं. जनता को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, ये सब चीजें चाहिए. लालू प्रसाद ने 15 साल में बिहार को बर्बाद कर दिया. लालू और नीतीश ने बिहार को रसातल में पहुंचा दिया है.'-नागमणि, पूर्व केंद्रीय मंत्री.

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