गया: चार दिवसीय छठ महापर्व (Chhath Puja 2021) की शुरुआत आज से हो गई है. गया शहर के ऐतिहासिक सूर्यकुंड सरोवर में व्रतियों ने डुबकी लगाकर भगवान भास्कर की पूजा-अर्चना की. यहां से घर लौटकर मिट्टी के चूल्हे पर पूरी पवित्रता के साथ प्रसाद स्वरूप कद्दू भात पकाया. पूजा-अर्चना के बाद व्रतियों ने प्रसाद ग्रहण कर अतिथियों को भी वितरित किया. वहीं इस बार गया शहर के मेयर वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान भी अपनी पत्नी संग छठ पूजा कर रहे हैं.
इन्हें भी पढ़ें- Chhath Puja: आज फिर गंगा घाटों का मुआयना करेंगे CM नीतीश कुमार
सूर्यकुंड सरोवर में गणेश पासवान ने कहा कि छठ पूजा को लेकर गया शहर के सभी 24 घाटों पर बेहतर व्यवस्था की गई है. साफ-सफाई, रोशनी सहित सुरक्षा के अच्छे प्रबंध किए गए हैं. उन्होंने आगे कहा कि कोविड-19 की वजह से पिछली बार छठ पूजा नहीं कर पाए थे. पहली बार छठ पूजा कर रहे हैं. यह लोक आस्था का पर्व है. भगवान भास्कर से यही प्रार्थना करते हैं कि सभी को सुख, समृद्धि की प्राप्ति हो.
वहीं छठ व्रती डॉ.नीता रानी ने कहा कि नहाय खाय के दूसरा दिन खरना किया जाता है, जिसमें खीर का प्रसाद तैयार करने प्रथा है. दूसरे दिन शाम को भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया जाता है. उसकी अगली सुबह में उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ चार दिनों तक चलने वाले इस त्योहार का समापन होता है.
इन्हें भी पढ़ें- भोजपुरी फिल्मों में अश्लीलता पर CM से फरियाद, 'गंदे गंदे गाने बजाए जाते हैं...प्लीज कुछ कीजिए सर'
डॉ.नीता रानी ने आगे बताया कि यह धार्मिक अनुष्ठान बहुत ही कष्टकर होता है. इसमें पवित्रता और शुद्धता का विशेष ध्यान रखना होता है. छठ पूजा करने से भगवान सूर्य शारीरिक मानसिक व आर्थिक कष्ट को दूर करते हैं. साथ ही अन्न, धन और पुत्र की प्राप्ति होती है.