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बागपत के ब्रह्मकुमारी आश्रम में महिला की संदिग्ध मौत, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Mar 7, 2024, 9:53 PM IST

Brahma Kumari Ashram is under question
सवालों के घेरे में ब्रह्मकुमारी आश्रम

बागपत में ब्रह्मकुमारी आश्रम (Brahma Kumari Ashram) में ब्रह्मकुमारी दीदी का शव मिला (Brahmakumari didi body found) है. इसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया. महिला के परिजनों का आरोप था कि उसे लगातार परेशान किया जा रहा था, जबकी आश्रम प्रबंधन सुसाइड करने की बात कह रहा है.

ब्रह्मकुमारी दीदी की मौत पर बवाल

बागपत: बागपत के टटीरी में स्थापित ब्रह्मकुमारी आश्रम में गुरुवार को एक ब्रह्मकुमारी दीदी की संदिग्ध परिस्थियों में शव मिला. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है. वही महिला के परिजनों ने खुलेआम आरोप लगाया कि आश्रम के लोगों ने हत्या कर दी और सुसाइड करने का मामला बता रहे हैं. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.

परिजनों ने प्रताड़ित करने का लगाया आरोप: पूरा मामला बागपत शहर के कोतवाली थाना इलाके के अग्रवाल मंडी टटीरी के प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्‍वरीय विश्‍वविद्यालय का है. वहां ब्रह्मकुमारी शिल्पा का शव आश्रम के अंदर मिला. परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस से कार्रवाई की मांग की है. फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है.

पीड़ित परिजनों का कहना है कि लगातार ब्रह्मकुमारी दीदी को प्रताड़ित किया जा रहा था और अब उसकी हत्या कर दी गई. फिलहाल पुलिस हर एक बिंदु पर गहराई से जांच कर कार्रवाई कर रही है.

आगरा में 10 नवंबर 2023 को दो बहनों ने आश्रम में दी थी जान: बागपत की घटना से पहले पिछले साल दस नवंबर में आगरा में ही ऐसी ही घटना सामने आई थी. आगरा के जगनेर कस्बा स्थित ब्रह्माकुमारी संस्थान आश्रम में दो सगी बहनों एकता (38 वर्ष) और शिखा (34 वर्ष) ने कमरे में आत्महत्या की थी. आत्महत्या से पहले दोनों बहनों ने सुसाइड नोट लिखा था. यह संस्थान के सोशल मीडियो ग्रुप में शेयर किया था. इस पर पुलिस ने दोनों बहनों के भाई तांतपुर निवासी सोनू सिंघल की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया था.

इसमें धौलपुर के संतरा रोड बाजे वाली गली निवासी नीरज, पिता तारा चंद सिंघल, बल्केश्वर निवासी गुडड्न और पोरसा मुरैना निवासी पूनम को आरोपी बनाया था.पुलिस की पूछताछ में आरोपी नीरज ने स्वीकार किया कि उसका एकता और शिखा से पैसों का विवाद था. पैसों के विवाद को लेकर दोनों बहनें उसको फोन करती थीं. उसे जगनेर बुलाती थीं. बार बार फोन करने पर उसने दोनों बहनों के नंबर ब्लाक कर दिए थे. इससे दोनों बहनें तनाव और अवसाद में थीं क्योंकि, आश्रम के लिए दोनों बहनों ने खुद के प्रयास और जन सहयोग से 25 लाख रुपये जमा किए थे. इस रकम को नीरज व अन्य आरोपियों ने अपने पास रख लिया और मांगे जाने पर रकम नहीं लौटाई थी.

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