ETV Bharat / state

शाम ढलते ही घनी आबादी में घुसा अनोखा जीव, बच्चों की आफत में आई जान - rare creature Pangolin

author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : May 9, 2024, 6:30 PM IST

रायगढ़ के घनी आबादी वाले इलाके में एक दुर्लभ वन्यजीव घुस आया.इस जीव को जिसने भी देखा वो कुछ पल के लिए हक्का बक्का हो गया.Rare creature Pangolin

Rare creature Pangolin
शाम ढलते ही घनी आबादी में घुसा अनोखा जीव (ETV Bharat Chhattisgarh)

शाम ढलते ही घनी आबादी में घुसा अनोखा जीव (ETV Bharat Chhattisgarh)

रायगढ़ : छत्तीसगढ़ में तेजी से विकास हो रहा है. ऐसे में कई जगहों पर जंगलों को विकास के लिए सफाया किया जा रहा है.जिसके कारण घने जंगलों में रहने वाले वन्यजीव शहरी आबादी में घुस आते हैं.कई बार वन्यजीवों और इंसानों का सामना होता है.रायगढ़ जिला भी छत्तीसगढ़ में औद्योगिक क्षेत्र के तौर पर पहचान बना चुका है.इस क्षेत्र में वनों की कटाई बडे़ पैमाने में हुई है.लिहाजा वन्यजीव अक्सर शहरी क्षेत्रों में आ जाते हैं.ऐसा ही एक मामला रायगढ़ सिटी में सामने आया.

घनी आबादी में घुसा अनोखा जीव : बुधवार देर रात रायगढ़ शहर के वार्ड क्रमांक 32 में घनी आबादी वाली जगह में दुर्लभ वन्यजीव पैंगोलिन घुस आया.अनोखे जीव पर सबसे पहले नजर छोटे बच्चों की पड़ी.बच्चों ने पैंगोलिन देखने के बाद हल्ला मचाया.जिसके बाद इसकी जानकारी वार्ड पार्षद रथु प्रसाद जायसवाल को दी गई.

वन्य विभाग को दी गई सूचना : किसी तरह लोगों की सहायता से जीव को सुरक्षित पकड़कर वन विभाग को सूचना दी. बिना समय गंवाए वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई. टीम ने दुर्लभ जीव पैंगोलिन की पहचान कर उसे अपने संरक्षण में लिया. जंगल में सुरक्षित छोड़ने की तैयारी कर ली.

''पकड़ा गया जीव पैंगोलिन एक दुर्लभ वन्यप्राणी है.जो अब काफी कम संख्या में बचे हैं. शासन ने इस जीव को संरक्षित प्रजाति में रखा है. स्वभाव से यह बेहद शर्मिला वन्यप्राणी है.''-दीनबंधु प्रधान, रेंजर

क्या होता है पैंगोलिन : पैंगोलिन दुनिया की दुर्लभ स्तनपायी है. इसके शल्क के कारण टाइगर भी इसका शिकार नहीं करते हैं. दूसरी ओर पर्यावरण के जानकारों के अनुसार वैश्विक स्तर पर इसकी सबसे ज्यादा तस्करी होती है. कई देशों में मान्यता है कि इसे शल्क का उपयोग अस्थमा से कैंसर जैसे गंभीर रोगों के इलाज के उपयोग आने वाली दवाइयों में होता है. वहीं कई कारणों से इसके मीट की काफी डिमांड है. वैश्विक स्तर पर इस प्रजाति के अस्तित्व पर संकट को देखते हुए आम लोगों में जागरूकता लाने के लिए हर साल फरवरी के तीसरे शनिवार को विश्व पैंगोलिन दिवस मनाया जाता है. यह एक विश्वव्यापी उत्सव है जिसका उद्देश्य इसके महत्व और इसकी दुर्दशा के बारे में जागरूकता बढ़ाना है.

दुनियाभर में होती है पैंगोलिन की तस्करी: दुनिया में सबसे ज्यादा पैंगोलिन की ही तस्करी होती है. पैंगोलिन भारत, भूटान, नेपाल और श्रीलंका के पहाड़ी या हल्के मैदानी क्षेत्रों में पाया जाने वाला जंगली जीव है. भारत में इसे सल्लू सांप के नाम से भी जाना जाता है. यह एक दुर्लभ प्रजाति का जीव है. जो घने जंगल में रहता है और विलुप्त होने की कगार पर है. यह ज्यादातर एशिया और अफ्रीका में पाया जाता है.अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करोड़ों रुपए में होने की वजह से पैंगोलिन की तस्करी जमकर की जाती है.

पैंगोलिन के शल्क की तस्करी करने वाले दो युवक गिरफ्तार
रायपुर: होटल मैनेजर के पास से मिली पैंगोलिन की खाल, तस्करी के आरोप में 3 गिरफ्तार
नारायणपुर: वन विभाग ने सूने मकान से बरामद किया दुर्लभ पेंगोलिन
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.