ETV Bharat / state

कुमार साहिल के नाम रही कुल्लू दशहरे की छठी सांस्कृतिक संध्या, लोक गायकों ने जमाया खूब रंग - KULLU DUSSEHRA 2024

कुल्लू दशहरे की छठी सांस्कृतिक संध्या में उज्बेकिस्तान के कलाकारों ने अपनी संस्कृति से दर्शकों को कराया रूबरू

KULLU DUSSEHRA 2024
गायक कुमार साहिल (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Oct 19, 2024, 2:26 PM IST

कुल्लू: अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव की छठी सांस्कृतिक संध्या स्टार कलाकार कुमार साहिल के नाम रही. सांस्कृतिक संध्या में कला केंद्र के मंच पर स्टार कलाकार ने अपनी बेहतरीन प्रस्तुति से दर्शकों का झूमने पर मजबूर कर दिया. छठी सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ पुलिस बैंड के कार्यक्रम से हुआ. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की.

सांस्कृतिक संध्या में छाए ये कलाकार

सांस्कृतिक संध्या में कला केंद्र के मंच पर प्रदेशभर के कलाकारों ने अपनी अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया. कलाकारों ने कुल्लवी, हिंदी , चंबयाली, पंजाबी व फिल्मी गीतों व नृत्यों की प्रस्तुतियों से संध्या को आकर्षक बनाया. इस मौके पर सबसे पहले पुलिस बैंड ने प्रस्तुति दी. उसके बाद सूत्रधार कला संगम के कलाकारों परंपरागत कुल्लवी नाटी की प्रस्तुति दी. इसके बाद बाल कृष्ण, ओम प्रकाश, हरीश, नरेंद्र मेहता, मनाली से सागर, युवराज, रवि रनहोत्र, नितिन कौशल, नरेश भारद्वाज, हरी दत्त भारद्वाज ने भी प्रस्तुति दी.

पहाड़ी गीतों ने जमाया खूब रंग

इस मौके पर हिमाचली लोक गायक किशन वर्मा व रमेश ठाकुर ने भी दर्शकों का मनोरंजन किया. लोक गायक किशन वर्मा ने गाना 'पिंक प्लाजो' से शुरुआत की उसके बाद में 'कांटो टूटो कुमरो रा रे बापे आरेआ बेइमानों रा रे', 'तेरा मेरा प्यार आडिए बचपनों रा रे' आदि पहाड़ी गीत गाकर दर्शकों को नाचने पर विवश किया. जबकि लोक कलाकार रमेश ठाकुर ने 'दिला संगे नहीं खेलना पागले', 'घोर पोडू तेरा जूरीए' सहित एक से बढ़कर एक गानों की प्रस्तुति पेश कर दर्शकों को झूमने पर विवश कर दिया.

उज्बेकिस्तान के कलाकारों ने दी प्रस्तुति

इसके अलावा उज्बेकिस्तान के कलाकारों ने सांस्कृतिक संध्या में कार्यक्रम पेश कर अपनी संस्कृति से दर्शकों को रूबरू करवाया. वहीं, नीरज श्रीधर एवं बॉम्बे वाइकिंग्स के सांस्कृतिक दल के कलाकारों ने भी दर्शकों का खूब मनोरंजन किया. इस अवसर पर डीसी कुल्लू तोरुल एस रवीश, एसपी कुल्लू डॉ. कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन, एडीएम अश्वनी कुमार, उपमंडल अधिकारी विकास शुक्ला सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे.

ये भी पढ़ें: माता हिडिंबा के आगमन से शुरू हुआ मोहल्ला पर्व, देवी-देवताओं ने भरी रघुनाथ भगवान के दरबार में हाजिरी

ये भी पढ़ें: आज भी नदी पार नहीं करते ये 5 देवता, दूसरे छोर पर मनाते हैं दशहरा उत्सव

ये भी पढ़ें: दशहरा उत्सव में दो भाइयों का भव्य मिलन, सैकड़ों श्रद्धालु बने गवाह

ये भी पढ़ें: दशहरा उत्सव में दिखी विदेशी संस्कृति की झलक, देव-संस्कृति के कायल हुए कलाकार

ये भी पढ़ें: देवता कार्तिक स्वामी ने दी आगामी समय में आपदा की चेतावनी, शिव परिवार में हुआ मंथन!

ये भी पढ़ें: इस दिन होगा सराज घाटी के बड़ा देव मतलोड़ा का होम, भगवान विष्णु के हैं स्वरूप!

ये भी पढ़ें: ये देवता ब्राह्मणों से नहीं लेते दान, दशहरा उत्सव में भक्तों को दे रहे दर्शन

ये भी पढ़ें: उज्जैन के महाकालेश्वर की तर्ज पर होती है शमशरी महादेव की आरती, शमशान की भस्म से होता है श्रृंगार

कुल्लू: अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव की छठी सांस्कृतिक संध्या स्टार कलाकार कुमार साहिल के नाम रही. सांस्कृतिक संध्या में कला केंद्र के मंच पर स्टार कलाकार ने अपनी बेहतरीन प्रस्तुति से दर्शकों का झूमने पर मजबूर कर दिया. छठी सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ पुलिस बैंड के कार्यक्रम से हुआ. हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की.

सांस्कृतिक संध्या में छाए ये कलाकार

सांस्कृतिक संध्या में कला केंद्र के मंच पर प्रदेशभर के कलाकारों ने अपनी अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया. कलाकारों ने कुल्लवी, हिंदी , चंबयाली, पंजाबी व फिल्मी गीतों व नृत्यों की प्रस्तुतियों से संध्या को आकर्षक बनाया. इस मौके पर सबसे पहले पुलिस बैंड ने प्रस्तुति दी. उसके बाद सूत्रधार कला संगम के कलाकारों परंपरागत कुल्लवी नाटी की प्रस्तुति दी. इसके बाद बाल कृष्ण, ओम प्रकाश, हरीश, नरेंद्र मेहता, मनाली से सागर, युवराज, रवि रनहोत्र, नितिन कौशल, नरेश भारद्वाज, हरी दत्त भारद्वाज ने भी प्रस्तुति दी.

पहाड़ी गीतों ने जमाया खूब रंग

इस मौके पर हिमाचली लोक गायक किशन वर्मा व रमेश ठाकुर ने भी दर्शकों का मनोरंजन किया. लोक गायक किशन वर्मा ने गाना 'पिंक प्लाजो' से शुरुआत की उसके बाद में 'कांटो टूटो कुमरो रा रे बापे आरेआ बेइमानों रा रे', 'तेरा मेरा प्यार आडिए बचपनों रा रे' आदि पहाड़ी गीत गाकर दर्शकों को नाचने पर विवश किया. जबकि लोक कलाकार रमेश ठाकुर ने 'दिला संगे नहीं खेलना पागले', 'घोर पोडू तेरा जूरीए' सहित एक से बढ़कर एक गानों की प्रस्तुति पेश कर दर्शकों को झूमने पर विवश कर दिया.

उज्बेकिस्तान के कलाकारों ने दी प्रस्तुति

इसके अलावा उज्बेकिस्तान के कलाकारों ने सांस्कृतिक संध्या में कार्यक्रम पेश कर अपनी संस्कृति से दर्शकों को रूबरू करवाया. वहीं, नीरज श्रीधर एवं बॉम्बे वाइकिंग्स के सांस्कृतिक दल के कलाकारों ने भी दर्शकों का खूब मनोरंजन किया. इस अवसर पर डीसी कुल्लू तोरुल एस रवीश, एसपी कुल्लू डॉ. कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन, एडीएम अश्वनी कुमार, उपमंडल अधिकारी विकास शुक्ला सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे.

ये भी पढ़ें: माता हिडिंबा के आगमन से शुरू हुआ मोहल्ला पर्व, देवी-देवताओं ने भरी रघुनाथ भगवान के दरबार में हाजिरी

ये भी पढ़ें: आज भी नदी पार नहीं करते ये 5 देवता, दूसरे छोर पर मनाते हैं दशहरा उत्सव

ये भी पढ़ें: दशहरा उत्सव में दो भाइयों का भव्य मिलन, सैकड़ों श्रद्धालु बने गवाह

ये भी पढ़ें: दशहरा उत्सव में दिखी विदेशी संस्कृति की झलक, देव-संस्कृति के कायल हुए कलाकार

ये भी पढ़ें: देवता कार्तिक स्वामी ने दी आगामी समय में आपदा की चेतावनी, शिव परिवार में हुआ मंथन!

ये भी पढ़ें: इस दिन होगा सराज घाटी के बड़ा देव मतलोड़ा का होम, भगवान विष्णु के हैं स्वरूप!

ये भी पढ़ें: ये देवता ब्राह्मणों से नहीं लेते दान, दशहरा उत्सव में भक्तों को दे रहे दर्शन

ये भी पढ़ें: उज्जैन के महाकालेश्वर की तर्ज पर होती है शमशरी महादेव की आरती, शमशान की भस्म से होता है श्रृंगार

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.