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बढ़ गई 'एक वाहन, एक फास्टैग' लागू करने की समय सीमा, जानें क्या है फैसले की वजह

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 29, 2024, 4:07 PM IST

नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने पेटीएम फास्टैग यूजर्स को KYC मानदंडों का पालन करने के लिए एक और महीने का समय दिया. इससे पहले एनएचएआई ने 1 मार्च से 'एक वाहन, एक फास्टैग' पहल को लागू करने का प्रस्ताव दिया था. पढ़ें पूरी खबर...

FASTag
फास्टैग

नई दिल्ली: नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने पेटीएम फास्टैग यूजर्स के सामने आने वाली समस्याओं को देखते हुए 'एक वाहन, एक फास्टैग' पहल अनुपालन की समय सीमा मार्च अंत तक बढ़ा दी है. इसका मतलब है कि FASTag यूजर्स के पास अपने ग्राहक को जानिए (KYC) मानदंडों का अनुपालन करने के लिए एक और महीना होगा. इससे पहले एनएचएआई ने 1 मार्च से 'एक वाहन, एक फास्टैग' पहल को लागू करने का प्रस्ताव दिया था. फास्टैग उपयोगकर्ताओं से 29 फरवरी तक केवाईसी पूरा करने का आग्रह किया था, जिसे आज बढ़ा दिया गया है.

क्यों बढ़ाया गया डेडलाइन?
यह एनएचएआई द्वारा दूसरा विस्तार है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पेटीएम फास्टैग उपयोगकर्ताओं को कोई असुविधा न हो क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक के 15 मार्च के बाद ये गैर-कार्यात्मक हो जाने के बाद से वे पहले से ही नए फास्टैग प्राप्त करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक Patym संकट को देखते हुए, FASTag उपयोगकर्ताओं को एक वाहन-एक FASTag मानदंड पर स्विच करने के लिए अधिक समय दिया जा रहा है.

'एक वाहन, एक फास्टैग' का उद्देश्य
'एक वाहन, एक फास्टैग' पहल का उद्देश्य कई वाहनों के लिए सोलो फास्टैग के उपयोग को हतोत्साहित करना या एक विशेष वाहन के साथ कई फास्टैग को जोड़ना है. इससे इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम की दक्षता बढ़ने और टोल प्लाजा पर निर्बाध आवाजाही उपलब्ध होने की उम्मीद है.

इस महीने की शुरुआत में आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड के ग्राहकों और व्यापारियों को 15 मार्च तक अपने खाते दूसरे बैंकों में ट्रांसफर करने की सलाह दी थी.

आठ करोड़ से अधिक लोग यूज करते FASTag
FASTag के लगभग 98 फीसदी की प्रवेश रेट के साथ आठ करोड़ से अधिक उपयोगकर्ता हैं. यह भारत में एक इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम है, जो NHAI द्वारा संचालित है. यह सीधे टोल मालिक से जुड़े प्रीपेड या बचत खाते से टोल भुगतान करने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) तकनीक का उपयोग करता है.

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