उत्तराखंड विधानसभा बजट सत्र के कार्यवाही को बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. हालांकि, दूसरे दिन की कार्यवाही काफी हंगामेदार रही. जहां एक ओर सुबह विपक्षी दल कांग्रेस ने गन्ना समर्थन मूल्य को लेकर विधानसभा की सीढ़ियों पर अपना विरोध प्रदर्शन किया तो वहीं सदन के भीतर भी विपक्षी दल ने गन्ना समर्थन मूल्य के मुद्दे को उठाया. प्रश्नकाल के दौरान पर्यटन एवं सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज न सिर्फ विपक्ष के सवालों पर घिरते नजर आए, बल्कि सत्ता पक्ष के विधायकों के सवाल पर भी घिरे. प्रश्न काल के बाद विपक्ष ने विशेषाधिकार हनन का मामला उठाया. इस मामले पर विपक्ष असंतुष्ट होकर वेल में हंगामा करने लग गए. इतना ही नहीं विपक्ष ने कागज के गोले बनाकर विधानसभा अध्यक्ष की तरफ फेंका. जिससे नाराज अध्यक्ष ने विपक्षी दल को पूरे दिन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया. बावजूद इसके विपक्ष सदन से बाहर जाने को तैयार नहीं हुई. लिहाजा, विपक्ष उधमसिंह नगर के एसएसपी को हटाने की मांग करते हुए अपने प्रदर्शन को जारी रखा. इसी बीच कांग्रेस के विधायक मदन बिष्ट ने माइक भी तोड़ दिया. हालांकि, पूरे दिन की सदन के कार्यवाही के दौरान 7 बार कार्यवाही को स्थगित किया गया. वहीं, पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि सरकार विपक्ष को दुत्कारने का काम किया है. विधानसभा अध्यक्ष ने भी उन्हें संरक्षण नहीं दिया. सरकार के पास कोई जवाब ही नहीं है. बीजेपी सरकार गैरसैंण को गैर रखना चाहती हैं.