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श्रावण मास के प्रथम सोमवार पर तुंगनाथ धाम में उमड़ी भक्तों की भीड़, अब तक 56 हजार श्रद्धालुओं ने टेका मत्था

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Published : Jul 17, 2023, 10:44 PM IST

श्रावण मास के पहले सोमवार को तुंगनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. इस दौरान करीब 500 शिव भक्तों ने भगवान शिव के दर्शन किए. कपाट खुलने से अब तक करीब 56 हजार श्रद्धालु तुंगनाथ धाम पहुंच चुके हैं.

Crowd of devotees in Tungnath Dham
तुंगनाथ धाम में उमड़ी भक्तों की भीड़

रुद्रप्रयाग: पंच केदारों में सबसे ऊंचाई पर विराजमान व तृतीय केदार के नाम से विश्व विख्यात तुंगनाथ धाम में श्रावण मास के प्रथम सोमवार (उत्तराखंड के मुताबिक) को 500 से अधिक शिव भक्तों ने जलाभिषेक कर विश्व समृद्धि व क्षेत्र के खुशहाली की कामना की. श्रावण मास के प्रथम सोमवार को तुंगनाथ धाम में भारी संख्या में श्रद्धालुओं की आवाजाही होने से तुंगनाथ यात्रा पड़ावों पर रौनक बनी रही. इस दौरान तुंगनाथ धाम सहित यात्रा पड़ावों पर व्यवसाय करने वाले व्यापारियों के चेहरे पर रौनक देखने को मिली. श्रावण मास के शुभारंभ अवसर पर घाटी के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भगवान तुंगनाथ को परंपरानुसार नए अनाज सहित दूध, दही, मक्खन का भोग अर्पित कर क्षेत्र के खुशहाली की कामना की.

तृतीय केदार तुंगनाथ धाम में भगवान शंकर के भुजाओं की पूजा होती है. यह पावन धाम पंच केदारों में सबसे ऊंचाई पर विराजमान है. तुंगनाथ धाम तृतीय केदार के नाम से विश्व विख्यात है. तुंगनाथ धाम के प्रबंधक ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक तुंगनाथ धाम में 25 हजार 970 पुरूष, 17 हजार 270 महिलाएं, 12 हजार 201 नौनिहाल व 906 साधु संतों समेत 56 हजार 147 तीर्थ यात्री तुंगनाथ धाम में पूजा-अर्चना व जलाभिषेक कर चुके हैं. मंदिर समिति के प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्वाण ने बताया कि इस बार तुंगनाथ धाम में दर्शन करने वाले तीर्थ यात्रियों का आंकड़ा 56 हजार के पार पहुंचा है, जो कि राज्य गठन के बाद पहली बार 56 हजार के पार हुआ है.
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उन्होंने बताया कि कपाट बंद होने तक यह आंकड़ा 80 हजार के पार हो सकता है. पंडित भरत प्रसाद मैठाणी ने बताया कि जो भक्त निस्वार्थ भावना से भगवान तुंगनाथ के श्रीचरणों में अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करता है, उसके सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं. हापला घाटी के कलसीर निवासी बलवंत सिंह राणा ने बताया कि हापला घाटी के ग्रामीणों द्वारा सावन माह में भोग अर्पित करने की परंपरा प्राचीन है. शंकर सिंह नेगी ने बताया कि तुंगनाथ धाम सहित यात्रा पड़ावों पर मूलभूत सुविधाओं का अभाव बना हुआ है. यदि तुंगनाथ धाम सहित यात्रा पड़ावों पर विद्युत, संचार, स्वास्थ्य जैसी सुविधाएं मुहैया होती है तो तुंगनाथ धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या में कई गुना अधिक इजाफा हो सकता है.

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