उत्तराखंड

uttarakhand

सड़क हादसों में क्यों जान गंवा रहे प्रशासनिक अधिकारी, ढाई साल में हो चुके पांच हादसे

By

Published : Apr 27, 2022, 8:42 AM IST

Updated : Apr 27, 2022, 9:04 AM IST

मंगलवार को सड़क दुर्घटना में लक्सर एसडीएम संगीता कनौजिया गंभीर रूप से घायल हो गईं. जबकि चालक की मौत हो गई. जिसके बाद से यह सवाल उठने लगा है कि आखिर क्यों प्रशासनिक अधिकारियों के वाहन दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं. जिसकी मुख्य वजह प्राइवेट लाइसेंसधारी पीआरडी जवान और चपरासी को चालक रखना माना जा रहा है.

road accidents in haridwar region
लोकतांत्रिक जन मोर्चा के संयोजक सुभाष सैनी

रुड़की: बीते ढाई वर्षों में तहसीलदार और एसडीएम के वाहनों की रुड़की, लक्सर में 5 दुर्घटनाएं हो चुकी हैं. जिनमें एक तहसीलदार समेत पांच लोगों की जान जा चुकी हैं. जबकि लक्सर एसडीएम समेत कई कर्मचारी घायल (Many employees including Laksar SDM injured) हुए हैं. वहीं, इन सड़क दुर्घटनाओं में सरकारी वाहनों को प्राइवेट लाइसेंसधारी पीआरडी जवान और चपरासी चला रहे थे. किसी भी चालक के पास कॉमर्शियल ड्राइविंग लाइसेंस (commercial driving license) नहीं है.

मामले में लोकतांत्रिक जन मोर्चा के संयोजक सुभाष सैनी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सड़क दुर्घटना में घोषित मजिस्ट्रेटी जांच में इस गंभीर अनियमितता को भी शामिल करने की मांग की है. सुभाष सैनी ने बताया कि मंगलवार को हुई सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल एसडीएम लक्सर संगीता कनौजिया के सरकारी गाड़ी को पीआरडी का जवान गोविंद निवासी झबीरण गांव, चला रहा था. जिसकी मौके पर ही मौत हो गई.

वहीं बीते वर्ष तहसीलदार रुड़की सुनैना राणा जब नैनीताल से सरकारी गाड़ी से वाया नजीबाबाद बायपास से रुड़की आ रही थी, तो उनकी गाड़ी सुंदर सिंह चपरासी चला रहा था. वहीं, सड़क दुर्घटना में तहसीलदार सुनैना राणा, चालक सुंदर सिंह और ओमपाल अर्दली तीनों की मौत हो गई थी. इसी तरह दो साल पूर्व तहसीलदार लक्सर अपने निजी वाहन से लक्सर आ रहे थे, जिसमें चपरासी त्यागी उनकी गाड़ी चला रहा था. दुर्घटना में तहसीलदार व चालक त्यागी भी घायल हो गए.

ये भी पढ़ें:सर्वाइकल स्पाइनल इंजरी से जूझ रही SDM संगीता कनौजिया, AIIMS से मेडिकल बुलेटिन जारी

वहीं पिछले साल रात को एसडीएम लक्सर को सरकारी गाड़ी में हरिद्वार छोड़कर लक्सर-हरिद्वार मार्ग पर चालक होमगार्ड जब वापस आ रहा था तो एक ट्रक की टक्कर में चालक तथा स्टाफ घायल हो गए थे. वहीं, एक सड़क दुर्घटना तत्कालीन हरिद्वार एसडीएम प्रत्युष सिंह जब हरिद्वार से रुड़की आ रहे थे तो उनकी गाड़ी उमेश (चपरासी) चला रहा था. पतंजलि के पास एक बाइक से कार की टक्कर हो गई गई, जिसमें बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई थी, बाद में मामले में समझौता हुआ था. वहीं, आज भी उमेश सरकारी गाड़ी चला रहा है.

वहीं, सुभाष सैनी ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि ये भी जांच कराएं कि सरकारी गाड़ियों पर प्राइवेट लाइसेंसधारी पीआरडी जवान व चपरासियों को चालक क्यों रखा गया है? जबकि सरकारी गाड़ियों को कॉमर्शियल प्रशिक्षित चालकों का रखा जाना जरूरी है.

Last Updated :Apr 27, 2022, 9:04 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details