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पहाड़ चढ़ेंगे मैदानी जिलों में जमे सब-इंस्पेक्टर, जल्द ट्रांसफर लिस्ट होगी जारी

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Published : Feb 25, 2021, 8:15 PM IST

पुलिस मुख्यालय के आदेशानुसार रेंज स्तर में ऐसे दारोगाओं की ट्रांसफर की फेहरिस्त तैयार की जा रही, जो लंबे समय से देहरादून-हरिद्वार जैसे मैदानी जिलों जमे हुए हैं. जल्द ही इन पुलिसकर्मियों को पहाड़ चढ़ाया जाएगा.

पहाड़ चढ़ेंगे मैदानी जिलों में जमे सब-इंस्पेक्टर
पहाड़ चढ़ेंगे मैदानी जिलों में जमे सब-इंस्पेक्टर

देहरादून: उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय की ट्रांसफर पॉलिसी के तहत अब लंबे समय से मैदानी जिलों में तैनात सब-इंस्पेक्टर की आगामी मार्च 2021 से पहाड़ी जनपदों में तैनाती होना तय है. मुख्यालय आदेशानुसार रेंज स्तर में ऐसे दारोगाओं की ट्रांसफर लिस्ट तैयार की जा रही, जो लंबे समय से देहरादून-हरिद्वार जैसे मैदानी जिलों जमे हुए हैं.

पहाड़ चढ़ेंगे मैदानी जिलों में जमे सब-इंस्पेक्टर

हालांकि पहाड़ी जनपदों में ट्रांसफर चयन प्रक्रिया में सिर्फ उन दरोगाओं की तैनाती समय को देखा जा रहा है जो मात्र सिविल पुलिस और फील्ड ड्यूटी में रहे हैं. यानी एसटीएफ, विजिलेंस, यूपीसीएल, सीबी सीआईडी जैसी इकाइयों में तैनाती का समय ट्रांसफर चयन प्रक्रिया में नहीं जोड़ा जाएगा. गढ़वाल रेंज डीआईजी नीरू गर्ग के मुताबिक इस ट्रांसफर पॉलिसी में जितने पुलिसकर्मी पहाड़ों से नीचे मैदान आएंगे उतने ही कर्मचारियों को पहाड़ी जनपदों में भेजा जाएगा. इसके लिए अलग-अलग जनपदों से सूची मांगी गई है.

अर्से से पहाड़ों में तैनात दारोगा को मिलेगी राहत

लंबे समय से पहाड़ों में तैनात उन दारोगाओं को इस बार मैदानी जिलों में तैनाती पर राहत मिलने जा रही है जो सेटिंग और सिफारिश ना होने की वजह से लंबे समय पहाड़ी जनपदों में परिवार से दूर हैं और अन्य समस्याओं से जूझ रहे हैं. वहीं, चारधाम यात्रा और प्राकृतिक आपदा के समय भी पहाड़ी जनपदों में तैनात कर्मियों की ड्यूटी कई गुना चुनौतीपूर्ण हो जाती है. ऐसे में इस ट्रांसफर पॉलिसी से उनको राहत मिलने जा रही है.

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पहाड़ी जनपदों में ट्रांसफर प्रक्रिया के संबंध में गढ़वाल रेंज डीआईजी नीरू गर्ग ने बताया कि ट्रांसफर पॉलिसी अनुसार इस बार पूरी सख्ती के साथ स्थानांतरण की प्रक्रिया को लागू किया जाएगा. ऐसे में हरिद्वार-देहरादून सहित चार मैदानी जिलों में जो सबसे अधिक लंबे समय से यहां तैनात हैं, पहले चरण में उन्हीं को ही पहाड़ चढ़ाया जाएगा. हालांकि, जो पहाड़ी जनपदों से मैदानी जनपदों की ट्रांसफर नहीं लेना चाहते, उनको इच्छा अनुसार यथावत रखा जा सकता है. वहीं, डीआईजी ने साफ किया कि इस बार पहाड़ ट्रांसफर प्रक्रिया लागू करने में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी.

डीआईजी नीरू गर्ग ने बताया कि नियमानुसार जनपदों से नामों की सूची तैयार की जा रही है. मुख्यालय द्वारा तैयार ट्रांसफर पॉलिसी को लागू करते हुए पहाड़ों में लंबे समय से तैनात कर्मियों को नीचे उतारा जाएगा. जबकि मैदानी इलाकों में अधिकतम समय से रहने वाले लोगों को पहाड़ भेजा जाएगा. वहीं जो लोग पहाड़ से नीचे नहीं जाना चाहते हैं, उन्हें कंसीडर किया जाएगा. जिसमें होम डिस्ट्रिक्ट ऑप्शन भी दिया गया है.

उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मान

वहीं, पुलिस महकमा उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित करेगा. जो पुलिसकर्मी सही से कार्य करेंगे, उन्हें मैदानी क्षेत्रों में तैनाती दी जाएगी और जो पुलिसकर्मी सही उत्कृष्ट कार्य नहीं करेंगे, उन्हें दूरस्थ क्षेत्रों में भेजा जाएगा. देहरादून एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत ने कहा कि विभाग में यह सतत प्रक्रिया होती है, जो सही कार्य करते हैं उन्हें समय-समय पर सम्मानित भी किया जाता है. क्योंकि इससे पुलिस कर्मियों का मनोबल बढ़ता है. एसएसपी ने कहा कि जब कोई पुलिसकर्मी उत्कृष्ट कार्य करता है तो पुरस्कार देने की भी व्यवस्था है, जिसमें पुलिसकर्मी को नकद पुरस्कार और अच्छी जगह तैनाती दी जाती है.

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