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वन्यजीव पर्यटन के लिए विकसित होंगे नए डेस्टिनेशन, कॉर्बेट पार्क पर सैलानियों का दबाव होगा कम

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Published : Aug 25, 2019, 7:29 PM IST

कॉर्बेट नेशनल पार्क में सैलानियों के बढ़ते दबाव को नए डेस्टिनेशन के जरिए कम किया जाएगा. वन महकमा इसके लिए विभागीय स्तर पर तेजी से कार्य कर रहा है. लिहाजा, वन महकमे ने राजाजी पार्क समेत दूसरी जगहों पर नए डेस्टिनेशन को लेकर रोड मैप तैयार किया है.

वन्यजीव पर्यटन

देहरादूनःउत्तराखंड में जल्द वन्यजीव पर्यटन के लिए नए डेस्टिनेशन विकसित किए जाएंगे. इसके लिए वन महकमा कवायद में जुट गया है. कॉर्बेट पार्क में सैलानियों के बढ़ते दबाव को देखते हुए वन विभाग ने राजाजी पार्क समेत अन्य जगहों पर नए डेस्टिनेशन को लेकर रोडमैप तैयार कर रहा है. ऐसे में वन्यजीव पर्यटन का शौक रखने वाले सैलानियों के लिए एक अच्छी खबर है.

वन्यजीव पर्यटन के लिए विकसित होंगे नए डेस्टिनेशन.

गौर हो कि, उत्तराखंड का कॉर्बेट नेशनल पार्क वन्यजीव पर्यटन के लिहाज से बेहद खास माना जाता है. वन्यजीव पर्यटन का शौक रखने वाले 70 फीसदी सैलानी कॉर्बेट पार्क में ही आते हैं. साल 2018-19 में करीब 28 लाख 32 हजार 81 पर्यटक पहुंचे. जिससे पार्क प्रशासन को करीब 8 करोड़ 64 लाख 54 हजार 812 रुपये की आमदनी हुई.

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वहीं, कॉर्बेट पार्क में शूट हुए मैन वर्सेस वाइल्ड के एपिसोड के प्रसारित होने के बाद संख्या बढ़ने और तेजी आने की उम्मीद है. कॉर्बेट पार्क पर पहले से ही सैलानियों का काफी दबाव है. लिहाजा बढ़ते दबाव को देखते हुए वन महकमे ने राजाजी पार्क समेत दूसरी जगहों पर नए डेस्टिनेशन को लेकर रोड मैप तैयार किया है.

प्रमुख वन संरक्षक जयराज ने बताया कि राजाजी पार्क में हाथी पहले से ही मौजूद हैं. अब टाइगर्स की भी अच्छी खासी संख्या हो चुकी है. इसके अलावा किंग कोबरा भी राजाजी में मौजूद हैं. ऐसे में राजाजी में सैलानियों के लिए एक नए डेस्टिनेशन को तैयार किया जा रहा है. इसके अलावा बाकी जगहों के लिए भी खाका तैयार किया जा रहा है.

Intro:Summary- कॉर्बेट नेशनल पार्क में सैलानियों की बढ़ती संख्या का दबाव नए डेस्टिनेशंस के जरिये कम किया जाएगा। वन महकमा इसके लिए विभागीय स्तर पर प्रयास कर रहा है..


वन्यजीव पर्यटन का शौक रखने वाले सैलानियों के लिए उत्तराखंड वन विभाग से एक अच्छी खबर है..दरअसल वन महकमा प्रदेश में वन्यजीव पर्यटन के लिहाज से कई नए डेस्टिनेशन को विकसित करने का रोडमैप तैयार कर रहा है।




Body:उत्तराखंड का कॉर्बेट नेशनल पार्क वन्यजीव पर्यटन के लिहाज से बेहद खास है..राज्य में वन्यजीव पर्यटन का शौक रखने वाले 70 प्रतिशत सैलानी कॉर्बेट पार्क में ही आते हैं। साल 2018-19 में करीब 283281 पर्यटक यहाँ पहुंचे... जिनसे पार्क प्रशासन को करीब 86454812 करोड़ रुपये की आमदनी हुई। हालांकि कॉर्बेट पार्क में शूट हुए मैन वर्सेस वाइल्ड के एपिसोड के प्रसारित होने के बाद ये संख्या और भी तेजी से बढ़ने की उम्मीद लगायी जा रही है। ऐसे में कॉर्बेट पार्क पर पहले से ही सैलानियों के बढ़ते दबाव के चलते वन महकमे ने राजाजी पार्क समेत दूसरी जगहों पर नए डेस्टिनेशन तैयार करने का रोड मैप तैयार किया है। वन महकमे के चीफ जयराज ने बताया कि राजाजी पार्क में हाथी पहले से ही मौजूद है जबकि अब टाइगर्स की भी अच्छी खासी संख्या हो चुकी है इसके अलावा किंग कोबरा भी राजाजी में मौजूद हैं ऐसे में राजाजी में सैलानियों के लिए एक नई डेस्टिनेशन को तैयार किया जा रहा है जबकि इसके अलावा बाकी जगहों के लिए भी खाका तैयार किया जा रहा है।


बाइट जयराज प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखंड वन विभाग




Conclusion:कॉर्बेट में सैलानियों की बढ़ती संख्या वन्यजीवों के लिए भी अच्छे संकेत नहीं है ऐसे में जरूरी भी है कि वन्यजीव पर्यटन के लिए सीमित संख्या में ही पर्यटकों को कॉर्बेट पार्क में एंट्री दी जाए जबकि दूसरे डेस्टिनेशन विकसित कर प्रेरकों की संख्या को कहीं और भी डायवर्ट किया जा सकता है... वन महकमा फिलहाल इसी दिशा में काम कर रहा है और यह सराहनीय पहल है

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