उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

मां गंगा के रौद्र रूप का असर, अब भक्त नहीं कर सकेंगे गंगाद्वार से बाबा विश्वनाथ के दर्शन

By

Published : Jul 30, 2022, 4:13 PM IST

वाराणसी के विश्वनाथ कॉरिडोर में बने गंगाद्वार से बाबा विश्वनाथ के दर्शन नहीं होंगे. गंगा का जल स्तर बढ़ने के बाद प्रशासन ने यह रास्ता बंद कर दिया है.

विश्वनाथ धाम का गंगाद्वार बंद
विश्वनाथ धाम का गंगाद्वार बंद

वाराणसी:सावन में महादेव की नगरी काशी बम बम कर रही है. इस सावन में भक्तों के लिए विश्वनाथ धाम और गंगाद्वार का तोहफा दिया गया है. लेकिन अब मां गंगा के रौद्र रूप ने विश्वनाथ धाम में गंगाद्वार से जाने का रास्ता बंद (Road closed from Gangadwar to Vishwanath Dham) कर दिया गया है. अब भक्त पुराने रास्ते से बाबा के दरबार में हाजिरी लगाएंगे. बता दें कि विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद ये रास्ता खासा चर्चा में था, लेकिन अब श्रद्धालुओं में निराशा का माहौल बना हुआ है.

पहाड़ो पर हो रही बारिश के कारण मां गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. इस बढ़ते जलस्तर सभी 84 घाटों के संपर्क को तोड़ चुका है.बड़ी बात ये है कि अब विश्वनाथ धाम जाने के लिए बने गंगाद्वार को भी विश्वनाथ धाम प्रशासन ने बंद कर दिया है. दरअसल सावन में पहली बार इस रास्ते से सीधे गंगा द्वार से धाम में जाकर जलाभिषेक करने की सुविधा मिली थी. लेकिन, गंगा का जलस्तर बढ़ने से ये रास्ता बंद हो गया है. इसके साथ ही नावों के संचालन पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. इस बारे में विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को देखते हुए अभी फिलहाल में गंगाद्वार के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. अभी श्रद्धालु बाबा के दरबार में मुख्य द्वार से प्रवेश ले सकेंगे.

विश्वनाथ धाम का गंगाद्वार बंद
वहीं, गंगा द्वार बंद होने के कारण श्रद्धालुओं में खासा निराशा है. श्रद्धालुओं का कहना है कि गंगा द्वार इस बार बाबा के दर्शन में खासा लाभदायक था. क्योंकि हम भक्त सीधे मां गंगा की गोद से बाबा का जलाभिषेक कर पा रहे थे. लेकिन, बढ़ते जलस्तर ने अब इस गेट को बंद कर दिया हैं. बता दें, कि गंगा का जलस्तर 3 सेंटीमीटर प्रतिघंटा के रफ्तार से बढ़ रहा है. जलस्तर अब घाटों पर आने के बाद अब सीढ़ियों पर अपना दायरा बढ़ा रहा है.
बढ़े पानी में तैरती नाव


यह भी पढ़ें:प्रयागराज में गंगा यमुना नदी का बढ़ रहा जलस्तर, देखिये क्या है स्थिति


निश्चित तौर पर गंगा के बढ़ते जलस्तर ने जहां एक ओर गंगा किनारे रहने वाले लोगों के माथे पर चिंता की लकीर खींची है, तो वहीं दूसरी ओर काशी आने वाले श्रद्धालुओं को भी निराशा मिल रही है. क्योंकि उन्हें अब गंगाद्वार के जरिए विश्वनाथ धाम में प्रवेश करने को नहीं मिलेगा. लेकिन इन सबके बावजूद भी श्रद्धालु काफी उत्साहित है. उनका कहना है कि अब मां गंगा खुद बाबा विश्वनाथ का पांव पखार रही हैं.

बढ़ा गंगा का जलस्तर

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ABOUT THE AUTHOR

...view details