लखनऊःराजधानी के पारा थाना क्षेत्र में बीते 6 नवंबर को एक महिला अपनी सहेली के साथ जाने के बाद लापता हो गई थी. इस मामले में परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. दूसरे दिन महिला घायल अवस्था में मोहनलालगंज के कल्लीपूरब गांव के एक ईट भट्टे के पास खून से लतपथ मिली थी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था. इस मामले का खुलासा करने के लिए पुलिस की 9 टीमों जांच पड़ताल कर रही थी. बुधवार को पुलिस ने इस मामले में एक महिला समेत 3 लोगों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई कर रही है.
गुमशुदगी की रिपोर्ट थी दर्ज
डीसीपी पश्चिम राहुल राज ने बताया कि 6 नवंबर को फतेहगंज निवासी नीलम सैनी (30) की पारा थाने में परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. अगली सुबह वह मोहनलालगंज के कल्ली पूरब गांव में लहुलूहान हालत में मिली थी. महिला को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. महिला के बयानों के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 9 टीमें गठित की गई थी.
डीसीपी पश्चिम ने बताया
डीसीपी पश्चिम ने बताया कि घटना वाले दिन पीड़ित को अपने संग ले जाने वाली महिला और इनोवा की तलाश तलाश कर थी. इस दौरान पुलिस टीम ने घटनास्थल के अलावा तमाम क्षेत्रों की सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही थी. पुलिस ने 1900 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने साजिश के तहत इनोवा को इधर-उधर घुमाते रहे, ताकि पुलिस को सुराग न मिल सके. वहीं, इनोवा की फुटेज सामने आने पर 9 दिनों तक पुलिस की 9 टीमें लगातार संदिग्ध कार की तलाश कर रही थी. हालांकि, एक मात्र सुराग ने पुलिस को उस गाड़ी तक पहुंचा दिया, जिसके बाद पुलिस के सामने संतोष सैनी का नाम सामने आया. पुलिस ने संतोष सैनी को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने अपना गुनाह कुबूल करते हुए घटना में शामिल अन्य लोगों का भी नाम बताया. जिसके बाद पुलिस ने महिला के बहनोई संतोष कुमार सैनी एक महिला आसमा बानो, मोहम्मद आसिफ और शुभम यादव को गिरफ्तार किया है. पुलिस टीम को हजार रुपये का इनाम दिया गया.