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UP Assembly Election 2022: तैयारियों को लेकर कानपुर देहात जिला प्रशासन ने कसी कमर

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Published : Aug 24, 2021, 4:36 PM IST

यूपी विधानसभा चुनाव 2022

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) को लेकर कानपुर देहात प्रशासन अभी से अपनी तैयारियों को लेकर सक्रिय नजर आ रहा है. कोरोना महामारी को देखते हुए डीएम ने मीटिंग कर सभी मजिस्ट्रेटों को दिशा निर्देश दिया है.

कानपुर देहात :उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) को लेकर कानपुर देहात जिला प्रशासन ने भी अपनी कमर कस ली है. कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुपालन में मतदेय स्थलों का संभाजन अधिकतम 1200 मतदाताओं के आधार पर किया जाएगा. इसको लेकर जिलाधिकारी ने सभी सेक्टर मजिस्ट्रेटों को दिशा-निर्देश भी दे दिया है. डीएम ने कहा है कि सभी मजिस्ट्रेट अपने अपने क्षेत्र में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लग जायें, जिससे कि पहले से ही हालातों को बेहतर बनाया जा सके.

जनपद कानपुर देहात के माती मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में 2022 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए एक अहम बैठक का आयोजन किया गया. यह बैठक जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में हुई. इस बैठक में मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को भी बुलाया गया. इस मौके पर जनपद के अपर जिलाधिकारी प्रशासन पंकज वर्मा ने बताया कि मतदेय स्थलों का संभाजन मतदेय स्थल भवन तथा उससे संबंद्ध भवन के सत्यापन के साथ-साथ यह भी देखा जाएगा कि उस मतदेय स्थल की निर्वाचन नामावली में अंकित मतदाताओं का निवास उस भवन के आसपास भौतिक रूप से पाया जाए. उन्होंने कहा कि जनपद कानपुर देहात की चारों विधानसभा व निर्वाचन क्षेत्रों के अनुसार ही मतदेय स्थलों का निर्धारण करने के बाद ही मतदेय स्थलों की नई सूची तैयार की जाएगी, और उसका उल्लेख राजनीतिक दलों के जिला स्तरीय प्रतिनिधियों को उपलब्ध कराया जाएगा. इसके बाद मतदेय स्थलों की इस आंलेख्य सूची पर राजनीतिक दलों के साथ एक बैठक करके, विचार विमर्श के बाद ही आलेख्य सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा.

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इस बैठक के दौरान जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि सभी को निर्देश दे दिए गए हैं. सूची तैयार करते समय मतदेय स्थल भवनों के नामों को विशेष रूप से शुद्ध और साफ शब्दों में ध्यानपूर्वक अंकित करें. विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रवार मतदेय स्थलों में परिवर्तित किया जाना प्रस्तावित है. उन्होंने बताया कि 1200 से अधिक वाले मतदेय स्थलों की संख्या जिन्हें विभाजित कर मतदेय स्थल बनाया जाना प्रस्तावित है. जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि मतदेय स्थलों का पुनः भ्रमण कर लें तथा जो मतदेय स्थल दूर हैं तथा, उनके भवन जर्जर हैं, आज की स्थिति में हैं तो उनको देख लें तथा राजनीतिक दलों के साथ समन्वय स्थापित कर मतदेय स्थलों के आवंटन किया जाए. वहीं दिव्यांग मतदाताओं के लिए भी मतदेय केंद्रों पर सभी सुविधाएं सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए हैं. वहीं मतदाता सूची को सही किए जाने के भी निर्देश दिए हैं. इस मौके पर सभी उप जिलाधिकारी व तहसीलदार तथा राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे.

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