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Uma Bharti ने गायों को सुरक्षित करने का बताया उपाय, बोलीं- स्कूलों के पास शराब नहीं दूध की दुकानें खोली जाएं

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Published : Feb 10, 2023, 11:02 PM IST

झांसी में मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) ने कहा कि स्कूलों और मंदिरों के पास शराब की बिक्री नहीं होनी चाहिए. साथ ही कहा कि गौशालाओं में केवल बीमार पशु ही सुरक्षित रह सकते हैं.

गौशालाओं
गौशालाओं

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती बोली.

झांसीःमध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती शुक्रवार को झांसी पहुंची. जहां उन्होंने मऊरानीपुर के केदारेश्वर धाम पहुंचकर पूजा अर्चना की. उन्होंने गाय की दुर्दशा को लेकर एक गो अदालत लगाई. जिसमें कहा की सरकार गाय को सुरक्षित नहीं रख सकती है. उसके लिए सभी को फिर से गाय पालन शुरू करना होगा. तभी गाय सुरक्षित होंगी.

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि भाजपा को उन्होंने सींचा है. भाजपा और राम मंदिर के लिए उन्होंने बहुत लड़ाई लड़ी है. उन्होंने शराब की दुकानों को धार्मिक स्थल और विद्यालयों से एक किलोमीटर दूर खोले जाने की सरकार को नसीहत दी. उन्होंने कहा की सरकार चाहे तो शराब बंदी कर सकती है. क्योंकि इससे गरीब परिवार बर्बाद हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि अभी मैं सरकार में नहीं हूं. लेकिन भाजपा की कार्यकर्ता हूं. अगर सरकार मेरी बात मानकर शराब बंदी को लेकर कदम उठाए तो पूर्व से भी बड़ी जीत कोई नहीं टाल सकता है. लेकिन अगर इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया तो बड़ा नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि इसको लेकर उन्होंने केंद्र सरकार को भी अवगत करा दिया है.

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर गौशालाओं में स्वस्थ्य पशु नहीं रखे जा सकते हैं तो इनको तो गोपालक ही सुरक्षित रख सकते हैं. साथ ही लोग ऑर्गेनिक खाद से मुक्ति पाकर गोबर का खाद खेतों में प्रयोग कर बड़ी बीमारियों से बच सकते हैं. उन्होंने कहा कि गोशालाओं में केवल बीमार पशु ही सुरक्षित रह सकते हैं. करोड़ों की संख्या में गौवंश मारा फिर रहा है. सरकार द्वारा गौपालक योजना चलाना चाहिए. वहीं, गाय को मंच के पास बुलाकर अपना आवेदन केदारेश्वर को साक्षी मानकर उत्तर प्रदेश शासन से मांग की. उन्होंने कहा कि स्कूल और मंदिरो के पास से शराब की दुकानें बंद कराई जाए.वहां पर दूध की दुकानें खुलवाई जाए.

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने बुंदेलखंड राज्य बनाने को लेकर कहा कि उनकी राजनीति में आने से पहले ही यह मुद्दा चला आ रहा है. इसको तो उठाना चाहिए. हम सबके साथ हैं. लेकिन बुंदेलखंड राज्य में मध्य पद्रेश के लोग शामिल नहीं होना चाहते हैं. इसलिए वह बुंदेलखंड राज्य बनवाने में असफल हो रही हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ने रामायण ग्रंथ को राष्ट्रीय ग्रथ का दर्जा प्राप्त होने के मीडिया के सवाल पर कहा कि इसे अंतरराष्ट्रीय ग्रथ का दर्जा मिलना चाहिए. वहींं, स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा राम चरित मानस पर की गई टिप्पणी को लेकर उन्होंने कहा कि राम भगवान उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे.


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