कोटा.वर्धमान महावीर ओपन विश्वविद्यालय (Vardhman Mahaveer Open University) में हुए 12 करोड़ रुपए के प्रिंटिंग घोटाला मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसमें एक आरोपी पब्लिकेशन कंपनी का है. वहीं, दूसरा वीएमओयू के एमपीडी विभाग का निदेशक है. आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है.
प्रिंटिंग घोटाला मामले की जांच बारां एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भोपाल सिंह कानावत कर रहे थे. उन्होंने तत्कालीन वित्त नियंत्रक सुरेश चंद्र को भी इस मामले में आरोपी माना है. हालांकि अभी उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है. मामले की जानकारी देते हुए एडिशनल एसपी एसीबी बारां गोपाल सिंह कानावत ने बताया कि वर्ष 2016-17 में विश्वविद्यालय ने पाठ्य पुस्तकों के प्रिंटिंग कि निविदा निकाली थी. जिसमें शर्त थी कि वार्षिक टर्नओवर 12 करोड़ रुपए से ज्यादा वाली फर्म ही इसमें शामिल हो पाएगी, लेकिन न्यूनतम दर के आधार पर 18 पैसे प्रति पेज प्रिंटिंग दर देने वाली मथुरा की फर्म सरस्वती प्रेस को कार्यादेश दे दिया गया.