राजस्थान

rajasthan

करीबी कातिलों ने भरतपुर को बनाया 'क्राइम कैपिटल', जिले में हर तीसरे दिन एक मर्डर...प्रदेश में अव्वल

By

Published : Sep 23, 2021, 10:39 PM IST

bharatpur news, भरतपुर में हत्या के वारदात
भरतपुर बना क्राइम कैपिटल

भरतपुर में बढ़ते अपराध पर पुलिस विभाग ने एक आंकड़ा पेश किया है. जिसके अनुसार जिले में 2021 में जनवरी से सितंबर अब तक हत्या के 67 मामले सामने आए हैं.

भरतपुर.जिले में तेजी से बढ़ते अपराध ने जिले को प्रदेश का क्राइम कैपिटल बना दिया है. पुलिस विभाग के आंकड़ों की मानें तो औसतन जिले में हर तीसरे दिन हत्या की वारदात सामने आ जाती है.

भरतपुर में 2021 में जनवरी से सितंबर तक आए 67 हत्या के मामले

ताज्जुब की बात यह है कि अधिकतर हत्या के मामलों के पीछे जर, जोरू और जमीन सबसे बड़ा कारण निकल कर सामने आता है. जिसमें कहीं ना कहीं कातिल, करीबी रिश्तेदार, पड़ोसी या जान पहचान का पाया जाता है. जिले में बढ़ रहे हत्या समेत अन्य अपराधों पर ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट.

एक साल में 17% हत्या के मामले बढ़े

पुलिस विभाग के आंकड़ों की माने तो भरतपुर जिले में साल 2019 में कुल हत्या के 86 मामले सामने आए. जबकि साल 2020 में हत्या के मामलों में 17.44 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई, जिससे साल 2020 में हत्या के मामले बढ़कर 101 पर पहुंच गए. वहीं, 2021 में जनवरी से अब तक हत्या के 67 मामले सामने आए हैं.

अधिकतर रिश्तेदार कातिल

जिले में बीते सालों में सामने आया कि हत्या की वारदातों में अधिकतर के कारण जर, जोरू और जमीन ( धन, महिला और जमीन) रहा है ऐसे में अधिकतर मामलों में करीबी रिश्तेदार, जान पहचान और आस-पड़ोस के लोग ही कातिल पाए गए.

प्रदेश में टॉप 10 हत्या वाले जिले

जिला साल 2019 साल 2020
भरतपुर 86 101
उदयपुर 80 86
गंगानगर 67 73
अलवर 54 79
सीकर 64 58
भिवाड़ी 61 60
धौलपुर 65 50
बीकानेर 54 64
हनुमानगढ़ 53 52
अजमेर 54 47

भरतपुर में अन्य अपराध भी बहुत

अपराध साल 2019 साल 2020
लूट 30 41
बलात्कार 290 260
अपहरण 357 266
साइबर क्राइम 18 49
चोरी 1767 1420

वहीं, पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार विश्नोई का कहना है कि मेरी नजर में ऐसा नहीं है कि भरतपुर में बीते वर्षों में हत्या के मामले बढ़े हैं. पिछले 9 महीने में जिले में करीब 67 हत्या के मामले सामने आए, जिनमें से अधिकतर मामलों का निस्तारण किया जा चुका है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details