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ग्रामीणों ने किया चुनाव बहिष्कार का ऐलान, 'बिजली नहीं, पानी नहीं तो वोट भी नहीं' के लगाए पोस्टर

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Published : Apr 27, 2019, 12:20 PM IST

चुनाव बहिष्कार का ऐलान

विपतपुरा ग्राम में बनी वर्धमान सिटी के रहवासियों ने मूलभूत सुविधाएं नहीं होने के कारण चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया है. लोगों ने कॉलोनी के मुख्य द्वार पर चुनाव बहिष्कार का पोस्टर लगाया है. साथ ही घरों पर भी इसे चस्पा किया है.

नरसिंहपुर। जिले की रोसरा पंचायत के अंतर्गत विपतपुरा ग्राम में बनी वर्धमान सिटी के रहवासी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. अब परेशान ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का रास्ता अपनाया है. रहवासियों ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए साफ शब्दों में कहा कि'बिजली नहीं, पानी नहीं, सड़क नहीं इसलिए वोट भी नहीं'. रहवासियों ने कॉलोनी के मुख्य द्वार पर चुनाव बहिष्कार के पोस्टर भी लगाए हैं. साथ ही घरों पर भी इसे चस्पा किया है.


दरअसल विपतपुरा ग्राम में कॉलोनाइजर द्वारा साइन आउट वर्धमान सिटी कॉलोनी बनाई गई है. कॉलोनी बने कई साल हो चुके हैं, लेकिन रहवासियों को अभी तक मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पाई हैं. रहवासियों का आरोप है कि कई साल बीत जाने के बाद न तो कॉलोनी में सड़क है, न ही बिजली और पानी. जिसकी शिकायत रहवासी कई बार प्रशासन से कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है. कार्रवाई नहीं होने से नाराज रहवासियों ने चुनाव का सामूहिक बहिष्कार करने का ऐलान किया है.

चुनाव बहिष्कार का ऐलान


प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए और मान-मनौव्वल का दौर शुरू हो गया है. लोकतंत्र में एक-एक वोट कीमती होता है. एक वोट किसी उमीदवार की हार या जीत तय करता है. लेकिन जब पूरी कॉलोनी के रहवासियों ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर दिया, तो पूरा प्रशासनिक अमला रहवासियों को मनाने के लिए परेड करता दिखा. तहसीलदार राजेश मरावी ने मौके पर पहुंचकर रहवासियों को वोट देने के लिए मनाया और कॉलोनाइजर के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.

Intro:एंकर। नरसिंहपुर। नरसिंहपुर की रोसरा पंचायत के अंतर्गत विपतपुरा ग्राम में बनी वर्धमान सिटी के रहवासी अपने आप को कालोनाइजर के हाथों ठगा महसूस कर रहे हैं और प्रशासन से बार बार शिकायतों के बाद भी उन्हें मूलभूत सुविधाएं नही मिली तो अपने अपने घरों के सामने चुनाव बहिस्कार के पर्चे चस्पा कर सामुहिक बहिस्कार का ऐलान कर दिया तो प्रशासन के हाथ पैर फूल गए और मान मनोवल्ल को दौर शुरु हो गया है।

वीओ 1 लोकतंत्र में एक एक वोट कीमती होता है, एक वोट किसी उमीदवार की हार या जीत तय करता है, लेकिन जब पूरी कॉलोनी के रहवासी ही वोट देने की मनाही करने के बाद पूरा प्रशासनिक अमला रहवासियों को मनाने के लिए परेड करता दिखा। ग्राम पंचायत रोसरा अंतर्गत वर्धमान कालोनी के रहवासी कॉलोनियजर की वादा खिलाफी कर कारण पिछले पांच साल भी परमानेंट विधुत कनेक्शन , पक्की सड़क और नालियां न होने की वजह से मताधिकार के खिलाफत में मोर्चा खोल दिया है, यहां हर घर के सामने चुनाव में वोटबन्दी के पोस्टर लगाए गए है।



Body:वीओ 2 ग्रामीण रहवासियों का आरोप है कि वह पिछले तीन साल से यहां रह रहे है, लेकिन आज तक यहां सड़क और बिजली जैसी मूलभूत सुबिधा का ठीक ढंग से लाभ नही मिल पाया है, वह सरकारी दफ्तरों से लेकर सीएम हेल्पलाइन तक अपना दुखड़ा बता चुके है लेकिन सब जबाबदेही से अपने हाथ खड़े करते दिखते है, जिस कारण उन्होंने वोटबन्दी की ठानी है, रहवासी लगातार गढ़ो से पटी सड़क पर जाने के लिए विवश है, कॉलोनियजर ओर रहवासियों के बीच फसा हुआ पेच यहां रहवासियों के लिए कहर बरपा रहा है, इसलिए यहां मतदान से बहिष्कार के पोस्टर घर घर मे लगे हुए हैं।



Conclusion:साइन आउट वर्धमान सिटी के वाशिन्दों के वोट न देने के फैसले के बाद यहां प्रशासन ने दस्तक दी है, तहसीलदार सहित विधुत विभाग के जिम्मेदार अफसर यहां कमियों को दूर करने का रास्ता खोज रहे है, लेकिन यहां यह सवाल उठाना भी लाजमी है की आखिरकार हर बार विरोध के स्वर उठाने पर ही प्रशासन सक्रिय क्यो होता है, वरना तीन साल से रहवासियों की शिकायत अधिकारियों के लिए कागज का टुकड़ा बन कर रह गई थी।

बाइट राजेश मरावी तहसीलदार नरसिंहपुर
वंशिका प्रजापति रहवासी

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