मध्य प्रदेश

madhya pradesh

Mandsaur News: पशुपतिनाथ मंदिर में अब अमर्यादित कपड़े पहनकर आने वाले श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक, मैन गेट पर लगाया बोर्ड

By

Published : Aug 11, 2023, 3:18 PM IST

ban entry of devotees wearing short clothes
अमर्यादित कपड़े पहनकर आने वाले श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक

मंदसौर के पशुपतिनाथ मंदिर में अब छोटे या अमर्यादित कपड़े पहनकर आने वाले श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. मंदिर प्रबंधन समिति ने इसको लेकर मैन गेट पर एक बोर्ड लगा दिया है. अमर्यादित कपड़कर आने वालों को अब बाहर से भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन हो सकेंगे.

अमर्यादित कपड़े पहनकर आने वाले श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक

मंदसौर।विश्व प्रसिद्ध भगवान पशुपतिनाथ मंदिर में भी प्रबंध समिति ने दर्शनार्थियों को सख्त हिदायत देते हुए मर्यादित कपड़े पहन कर ही भगवान के दर्शन करने की हिदायत दी है. प्रबंधन समिति ने मंदिर के बाहर एक बोर्ड लगा दिया है. जिसके जरिए श्रद्धालुओं से नियमों का पालन करने की अपील की गई है. मंदिर के प्रधान पुजारी और श्रद्धालुओं ने समिति के इस फैसले का स्वागत किया है.

क्या पहनने पर पाबंदी :देश के कई मंदिरों के बाद अब मंदसौर के प्रसिद्ध भगवान पशुपतिनाथ मंदिर में भी दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को पूरे शरीर ढंककर पहने हुए कपड़े ही पहननने पर ही प्रवेश मिलेगा. मंदिर प्रबंधन समिति ने इस मामले में छोटे कपड़े पहन कर दर्शन करने वाले युवा और युवतियों के गर्भ गृह में प्रवेश और प्रतिमा के जलाभिषेक पर पाबंदी लगा दी है. समिति ने मंदिर के प्रवेश द्वार पर एक बोर्ड लगाकर युवतियों और युवकों को संदेश दिया है कि वह दर्शन करते समय हाफ पेंट, बरमूडा, मिनी स्कर्ट नाइट सूट ओर कटी फटी जीन्स के अलावा छोटे टी शर्ट पहन कर मंदिर में प्रवेश न करें.

ये खबरें भी पढ़ें...

...तो हॉल से ही भगवान के दर्शन :बोर्ड के पर लिखे संदेश का उल्लंघन करने वाले श्रद्धालुओं को अब गर्भगृह में प्रवेश नहीं दिया जाएगा. वहीं उन्हें अब दर्शन हॉल से ही भगवान के दर्शन करने होंगे. समिति के इस फैसले को मंदिर के प्रधान पुजारी कैलाश भट्ट ने भी उचित बताया है. उन्होंने कहा कि धर्म के मुताबिक शास्त्रों में भी पारंपरिक वेशभूषा पहनकर ही भगवान की पूजा अर्चना और उनके दर्शन करने का उल्लेख है. वहीं दूसरी तरफ परंपरागत कपड़ों के पहनावे को भी उन्होंने मानसिक शांति के अनुरूप बताया है. समिति के इस फैसले का महिला श्रद्धालुओं ने भी स्वागत किया है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details