भोपाल। एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नशा मुक्ति अभियान को लेकर बैठक आयोजित की. बैठक को लेकर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि ''सीएम शिवराज लगातार नशा मुक्ति को लेकर प्रयास कर रहे हैं और उनके निर्देश पर पुलिस ने पूरे प्रदेश के अंदर नारकोटिक्स और ड्रग एक्ट के तहत प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 189 प्रकरण बनाए, जिसमें 200 लोगों को आरोपी बनाया गया है. साथ ही 334.24 किग्रा मादक पदार्थ जब्त किया है''.
नशा के खिलाफ सख्त शिवराज सरकार: गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जानकारी देते हुए कहा कि ''अवैध शराब के मामले में 2589 प्रकरण मध्यप्रदेश में बनाए गए हैं, जिसमें 2586 लोग आरोपी हैं. साथ ही 16306 लीटर अवैध शराब को जबत किया गया है. सार्वजनिक स्थल पर शराब पीने वालों पर 335 प्रकरण दर्ज किए गए हैं और 361 लोगों को इसमें आरोपी बनाया गया है. शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ 199 प्रकरण बने हैं और इसमें 199 ही लोगों को आरोपी बनाया गया है. सिगरेट एवं तंबाकू एक्ट में 163 प्रकरण हैं और 163 ही आरोपी बनाए गए हैं. अवैध मादक पदार्थों का सेवन करने वाले लोगों की संख्या 1672 है, इसके अवैध रूप से शराब पीने व पिलाने वालों की जांच संख्या में कुल आंकड़ा 2486 आया है''.
पीएम के स्वागत के लिए तैयार प्रदेश: 11 अक्टूबर को महाकाल लोग के लोकार्पण के लिए प्रधानमंत्री उज्जैन आ रहे हैं, इस पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि ''उद्घाटन की तैयारियां आप लोग ही दिखा रहे हैं. भोलेनाथ के दरबार में हमारे वैश्विक नेता नरेंद्र मोदी स्वयं आ रहे हैं और महाकाल लोक का लोकार्पण कर रहे हैं. संपूर्ण प्रदेश की जनता उनके स्वागत की तैयारी कर रही है. यह एक महत्वपूर्ण आयोजन है और हम सब को किसी न किसी रूप में इसमे सहभागी बनना चाहिए''.
फसलों में हुए नुकसान की सर्वे करने के दिये निर्देश: प्रदेश में अतिवृष्टि से हुए फसलों के नुकसान पर गृह मंत्री ने कहा कि ''कांग्रेस केवल पेपर और ट्विटर की राजनीति करती है. कमलनाथ खेत पर नुकसान का जायजा लेने गए थे, पिछली बार भी हमारे मुख्यमंत्री गए थे इस बार भी गए, मैं स्वयं भी गया हूं. सरकार ने सभी कलेक्टरों को फसलों में हुए नुकसान के सर्वे कराने के निर्देश दे दिया है''.
कांग्रेस 15 महीनों में एक भी नौकरी नहीं दे सकी: कांग्रेस आरोप लगा रही है भाजपा प्रदेश में रोजगार के लिए कोई काम नहीं कर रही हैं, इस पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ''कांग्रेस किस मुंह से यह आरोप हम पर लगा रही है. कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में घोषणा की कि रोजगार देने की लेकिन 15 महीने की कमलनाथ सरकार एक भी नौकरी किसी को नहीं दे सकी. कांग्रेस कैसे बोलेगी इस मुद्दे पर जिन्होंने अपने घोषणापत्र में 4000 बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही थी और एक भी बेरोजगार को बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया. हमारे मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा है कि रोजगार देने के लिए मेले लगेंगे. स्वरोजगार के लिए लोन दिया जाएगा और एक लाख लोगों को रोजगार देने की कोशिश की जा रही है. लगातार इसके लिए मेलों का आयोजन किया जा रहा है, लोगों को रोजगार व स्वरोजगार से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है''.